पंचायती राज

Monday, 22 May 2017


कार्यकर्ता ही भाजपा की सबसे बड़ी पूंजी, उनके भरोसे फिर हासिल करेंगे शानदार जीतः राठौड.

कार्यकर्ता हताश नही होवे ताल ठोक कर सरकार के काम को बतायेः मेघवाल

बायतू विधानसभा के तीनों मंडलांे की संगठनात्मक बैठक सम्पन्न

 


9166522591
गिडा। भाजपा के बाडमेर संगठन प्रभारी एवं जेडीए अध्यक्ष महेन्द्रसिंह राठौड ने कहा कि भाजपा जनता के विश्वास और अपने कार्यकर्ताओं की अथाह मेहनत, लगन व निष्ठा के बूते वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव तथा 2019 के लोकसभा चुनाव में फिर से शानदार परिणाम देगी। उन्होने कहा कि कार्यकर्ता दृढ संकल्प लेकर प्रत्येक बूथ स्तर पर सरकार की योजनाओं का प्रचार-प्रसार कर मजबूती प्रदान कर मंडल को मजबूत बनाना है। आगामी विधानसभा चुनावों 180 प्लस तथा लोकसभा में 25 के टारगेट को पूरा करने के लिए कार्यकर्ता दिन रात-एक करके पूरी तरह से चुनावी मोड पर आ जाए ताकि आसानी से लक्ष्य को साधा जा सके। राठौड कुम्पलिया के जरखेश्वर धाम में आयोजित बैठक को संबोधित कर रहे थे। कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए भाजपा प्रदेश मंत्री एवं बाडमेर प्रभारी कैलाश मेघवाल ने कहा कि प्रत्येक कार्यकर्ता सरकार के 15 काम और बूथ स्तर के 15 नाम कंठस्थ कर प्रत्येक बूथ पर भाजपा को मजबूत करना होगा। उन्होने कहा कि संगठनात्मक स्तर पर मजबूति के लिए प्रत्येक कार्यकर्ता को जनता के काम के लिए तत्पर रहना होगा। मेघवाल कहा कि जिस तरह से पिछले विधानसभा व लोकसभा चुनावों मंे बीजेपी के पक्ष मे जनाधार रहा उससे बेहतर अब करना होगा और भारत को फिर से विश्व गुरू बनाने के सपने को साकार करना होगा।
कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए बायतू विधायक एवं भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेशाध्यक्ष कैलाश चौधरी ने कहा कि केन्द्र में प्रधामंत्री नरेन्द्र मोदी और प्रदेश में वसुंधरा राजे सरकार ने  पिछले 3 साल के कार्यकाल में ऐतिहासिक कार्य करवाये हैं। उन्होने कांग्रेस सरकार और 3 साल के भाजपा सरकार के कामों की तुलनात्मक रिपोर्ट बताते हुए कार्यकर्ताओं को जनता के बीच जाने की बात कही। उन्होंने कहा कि कार्यकर्ताओं को राज्य सरकार की विकास योजनाओं एवं कल्याणकारी कार्यों को आमजन तक पहुंचाने का कार्य पूरे उत्साह के साथ करना चाहिए, ताकि जनता हमें फिर से अवसर दे।
कार्यकर्ताआंे को भाजपा किसान मोर्चा के जिलाध्यक्ष बाबूसिंह राजगुरू, बालाराम मूढ, जोगेन्द्रसिंह, दिलीप पालीवाल ने संबोधित किया।


उपलब्धियां टिप्स पर याद रखें

कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए प्रदेश मंत्री कैलाश मेघवाल ने कहा कि हमारी सरकार को विरासत में जिस तरह का राजस्थान मिला है, वह किसी से छिपा नहीं है। आर्थिक संकट से जूझ रहे राजस्थान को आगे बढ़ाना कम चुनौतीपूर्ण नहीं था। इसके बावजूद हमारी सरकार ने जो काम किए हैं वह राजस्थान को प्रगति के पथ पर आगे ले जाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम हैं। सभी कार्यकर्ताओं को सरकार द्वारा किए गए विकास कार्य अपने टिप्स पर याद होना चाहिए।

विस्तारक जाएंगे बूथ स्तर पर

कार्यकर्ताओं की बैठक मे बायतू विधानसभा क्षेत्र के विस्तारकों की घोषणा करते हुए कहा कि विस्तार 15 दिन तक बूथ स्तर पर आमजन और कार्यकर्ताओं के बीच रहकर सरकार की नीतियों का प्रचार-प्रसार करेंगे।

कार्यकर्ताओं का मनोबल ऊंचा रखें

बैठक में उपस्थित जनप्रतिनिधियों को निर्देश दिए कि भाजपा कार्यकर्ताओं का ही संगठन है। इसलिए आप कार्यकर्ताओं को महत्व दें। उनकी राय, उनके सुझाव और उनकी सलाह से काम करें। क्योंकि वही कार्यकर्ता आपको यहां तक पहुंचाता है। कार्यकर्ताओं का मनोबल ऊंचा बनाए रखें, क्योंकि वहीं पार्टी की असली ताकत है।
इस अवसर पर गिडा मंडल अध्यक्ष मूलाराम वेरड, पाटोदी के नख्तसिंह कालेवा, बायतू चैनाराम कडवासरा, जैसलमेर भाजपा उपाध्यक्ष हिमताराम वेरड, करनाराम मांजू, खैराजराम हुड्डा, बाबूराम गोदारा, लक्ष्मण बलियारा सहित बायतू विधानसभा क्षेत्र के सभी पार्टी पदाधिकारी उपस्थित रहे।

Sunday, 21 May 2017


आईपीएस पंकज चौधरी की नजर में चढ़ा एक पॉवरफुल आईएएस, कैसे बचेगा?


@ आधों बाँटे रेवड़ी आप आपणां ण दे @
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💥शासन सचिवालय / सीएमओ में बैठे जिस आईएएस की बात कर रहा हुँ उसे उसकी चाटुकारिता का ईनाम हाल में मिला है वह अपने समय से पहले अपवाद स्वरुप एक साल पहले प्रमोशन प्राप्त कर चुका है । यह सापँ की कुंडली की तरह बैठकर न जाने कितने नये , पुराने आईएएस , आईपीएस व अन्य को डँस चुका है । इसके खिलाफ लोगों ने पत्राचार शुरु कर दिया है ।

पहली ब्रेकिंग ::
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इसका आर्थिक साम्राज्य इसकी एक क़रीबी महिला अलवर से संचालित कर रही है । इसके तमाम बेनामी सम्पत्तियों का विवरण राज्य की समझदार जनता स्टेट क्राइम रिकार्ड्स ब्यूरो को पंकज चौधरी (आईपीएस ) नामज़द भेज रही है ।
जागो जागो जागो Rajasthan बदलेगा राज्य भ्रष्टाचार से मुक्त होगा । यह वज़ीर जल्द घुटने टेकेगा अब इसका पाला सीधे टाइगर से हुआ है । इसके सुरक्षित कवच को तोड़कर बाहर निकालेंगे व इससे पुरा हिसाब लिया जायेगा । 💥जयहिदं 💥
आईएएस , आईपीएस के तबादले बिना इसके यहाँ धोक लगाने के संभव नहीं है ।अधिकाशं जिलो में बैठे महापुरुष हर माह इसको धोक देकर अपनी कुर्सी सुरक्षित रखते है ।
"इसका चाल ,चरित्र , चेहरा सब जनता के सामने आने वाले वक़्त में होगा । आप सभी पत्राचार जारी रखें । " इसने कई प्यादों को मेरे पीछे लगाया इसके सारे प्यादों को उनकी औक़ात बता दी गयी है अब इसकी औक़ात बताना शेष है । "

नोट : " भेड़िया पीछे से वार करता है पर टाइगर सीधा वार करता है "

विशेष : "पंकज चौधरी प्लान-योजना बनाने  की बजाय एक्शन में विश्वास करता है "

साभार पंकज चौधरी की फेसबुक वाल से

Monday, 15 May 2017

शहीद के परिजनों का सम्मान ही सच्ची श्रद्धांजलि: चौधरी

कारगील शहीद भीखाराम की 18 वीं पुण्य तिथि मनाई,

पतासर स्थित शहीद सर्किल पर आयोजित हुआ कार्यक्रम

 




 

पाटोदी। कारगिल युद्ध में शहीद भीखाराम की 18 वीं पुण्य तिथि शहीद के गांव पतासर में मनाई गई। अस अवसर पर पतासर स्थित शहीद सर्किल पर आदमकद मूर्ति पर माल्यार्पण कर पुष्पांजलि देते हुए, शहीद भीखाराम जिन्दाबाद के नारे से श्रद्धांजलि दी गई। इस अवसर पर आयोजित श्रद्धांजलि सभा में भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेशाध्यक्ष एवं बायतू विधायक कैलाश चौधरी ने भी शहीद की आदमकद मूर्ति पर माल्यार्पण करते श्रद्धांजलि अर्पित की। इस अवसर पर उन्होने कहा कि ऐसे वीर सपूतों की त्याग की वजह से ही हम चैन से रह रहे हैं, भारत माता के रक्षक इन वीर सपूतों को जितना नमन किया जाये उतना कम हैं। उन्होने कांग्रेस सरकार को कोसते हुए कहा कि 18 वर्षो तक शहीद परिवार बिजली के तरसता रहा लेकिन उनको शर्म नही आई, यह शहीदों का अपमान हैं, उन्होने कहा कि मैने प्रयास कर शहीद के परिजनों को बिजली पहुंचाई हैंं। उन्होने कहा कि केन्द्र व भाजपा सरकार वीर सपूतों का सम्मान करती हैं।
इस अवसर पर भाजपा नेता बालाराम मूढ, शहीद के पिता चैनाराम, माता श्रमती राई देवी, मंडली थानाधिकारी भंवरसिंह, दलाराम माली, नरपतराम माली, चिमनाराम मूढ, नैनाराम सुंदेशा, लालूराम सुथार, दलपतसिंह राजपुरोहित, कालू बना, पंचायत समिति सदस्य रणजीत कड़वासरा, श्रवणसिंह सिमरखिया, मुकेश कुमार, गेनाराम, बाबूलाल जाखड़, मेघाराम, सूबेदार गैनाराम मूढ, लिखमाराम  सहित कई जने उपस्थित रहे।

18 साल बाद पहुंची बिजली

शहीद भीखाराम के घर 18 वीं पुण्य तिथि की पूर्व संध्या पर पहुंची। शहीद के परिजनों ने बताया कि वर्ष 2007 में वीरांगना के नाम से बिजली कनेक्शन की फाईल प्रस्तुत की थी, लेकिन पूर्व प्रधान व कांग्रेस सरकार ने द्वेषपूर्वक तरीके से शहीद के परिवार को सुविधाओं सें वंचित रखने का प्रयास किया। उन्होने बायतू विधायक कैलाश चौधरी का आभार जताते हुए कहा कि विधायक ने अपने कोटे से लाईट पहुंचाने की बात कही थी जो रविवार को पूरी हो गई, रविवार रात्रि में शहीद का घर बिजली से रोशन हुआ। इस संबंध में बायतू विधायक कैलाश चौधरी ने कहा कि शहीद के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि यही हैं कि सरकारी स्तर पर परिजनों की मिलने वाली सुविधाओं को दिलाना तथा उनके हितों की पैरवी करना।

फोटो केप्शन:- 1 से 4
पाटोदी। शहीद भीखाराम की आदमकद मूर्ति में माल्यार्पण करते हुए।
पाटोदी। पतासर में शहीद सर्किल पर आयोजित श्रद्धांजलि सभा में उपस्थित ग्रामीणा एवं मंचासीन अतिथि तथा संबोंधित करते बायतू विधायक।

Sunday, 14 May 2017

  • 18 साल बाद पहुंची कारगिल शहीद के घर लाईट

     


     

  • बायतू विधायक चौधरी ने विधायक कोष से दी सुविधा
क्षेत्र के पतासर गांव से आज से 18 साल पूर्व कारगिल युद्ध में शहीद हुए भीखाराम चौधरी के घर 18 साल बाद बिजली पहुंची हैं। इतने वर्षों तक शहीद के परिजन अंधेरे में ही रह रहे थे, लम्बे समय तक सुविधाओं की मांग की गई लेकिन आश्वासनों के अलावा कुछ नही मिला। इस बार बायतू विधायक कैलाश चौधरी ने अपने कोष से बिजली देने की घोषणा की थी, जिस पर शहीद भीखाराम की 18 वीं पुण्य तिथि की पूर्व संध्या पर शहीद का घर बिजली से रोशन हो गया।
2007 से मांगी जा रही थी बिजली
शहीद भीखाराम के परिजनों ने बताया कि वीरांगना भंवरी देवी के नाम से बिजली के कनेक्शन की फाइल 2007 में लागई थी लेकिन अभी राजनीतिक कारणों के चलते न तो प्रशासन ने इनकी सुनवाई नही की गई। अब बायतू विधायक के प्रयासों से घर में बिजली मिली हैं।
  • बायतू विधायक का सराहनीय प्रयाय
शहीद भीखाराम के घर बिजली पहुंचाने का काम बायतू विधायक ने किया हैं, बिजली नही होने की जानकारी विधायक को मिलने पर विधायक ने अपने कोष से शहीद के घर बिजली पहुंचाने की घोषणा की थी जिस पर शहीद के घर 18 वीं पुण्य तिथि की पूर्व संध्या पर बिजली पहुंच गई। शहीद के परिजनों ने बायतू विधायक कैलाश चौधरी का आभार जताया हैं।
  • राजनीति की वजह से नही मिली सुविधाएं
शहीद भीखाराम के परिजनों का आरोप हैं कि स्थानीय राजनेताओं की द्वेष भावना के साथ 18 साल तक शहीद के घर बिजली नहीं पहुंची साथ ही गांव के विद्यालय का नाम शहीद के नाम किया गया था, लेकिन स्थानीय राजनेताओं तथा पूर्व सरपंच ने पंचायत में गुप्त रूप से प्रस्ताव लेकर विद्यालय का नामकरण शहीद के नाम से हटा दिया गया, तथा पूरी तरह से शहीद का अपमान करते रहे, वर्तमान सरकार से गुहार की अब फिर से विद्यालय के नामकरण की प्रक्रिया चल रही हैं।
  • बाड़मेर के कारगिल शहीद भीखाराम की 18 वीं पुण्य तिथि

 देश सेवा का जज्बा ही कुछ ऐसा होता है कि कुछ लोग इसके लिए हंसते-हंसते प्राण न्यौछावर कर देते हैं। क्षेत्र के पतासर के शहीद भीखाराम चौधरी की कुर्बानी इसी बात का अहसास करवाती है। हंसने-खेलने की उम्र में ही उसने देश के लिए अपने प्राणों का बलिदान दिया था। पचपदरा तहसील के गांव पतासर में वर्ष 1977 के मई माह में राईदेवी की कोख से भीखाराम ने जन्म लिया। 15 मई 1999 को कारगिल युद्ध में शहीद हो गये।
शहीद के पिता चैनाराम पुलिस सेवा में कार्यरत थे। भीखाराम ने जोधपुर में पढ़ाई की। बारहवीं उत्तीर्ण करने के बाद 29 अप्रेल 1995 को भारतीय सेना की जाट रेजीमेण्ट में सिपाही के रूप में भर्ती हुए तब उसकी उम्र मात्र 18 वर्ष थी। इससे दो वर्ष पूर्व उसका विवाह तहसील पचपदरा के गांव साथूणी निवासी बुधाराम की पुत्री भंवरीदेवी के साथ हुआ। 3 नवम्बर 1998 को वह अवकाश पर अपने गांव पतासर आया आए थे, लेकिन छुट्टी पूरी होने पर लौटने के समय भीखाराम या परिवारजन ने सपने भी नहीं सोचा था कि वह लौटकर नहीं आएगा। परिवारजन ने हंसी-खुशी उसे विदा किया।
  • अमानवीय यातनाएं दी गई, फिर भी मुंह नही खोला
शहीद भीखाराम के भतीज गिरधारीराम मूंढ  के अनुसार मई 1999 में  उनके चाचा शहीद भीखाराम कारगिल हील की बजरंग चैकपोस्ट पर तैनाथ थे, युद्ध के दौरान कैप्टन सौरभ कालिया के नेतृत्व में अपने साथियों के साथ भीखाराम, अर्जुन राम,भंवर लाल, मूला राम व नरेश सिंह गश्त पर गए थे। उसी समय पाकिस्तान के घुसपैठियों ने उनके गश्ती समूह पर हमला कर दिया। भारतीय सैनिकों ने पाक हमले का जमकर मुकाबला किया लेकिन 14 मई 1999 को 6 भारतीय सैनिकों को पाकिस्तान के गुप्तचर विभाग ने पकड़ लिया। इन सैनिकों पर भारत के लिए पाकिस्तान के खिलाफ जासूसी करने का आरोप लगाया गया। इन सैनिकों में भीखाराम मूंढ भी थे। पाकिस्तानी सेना द्वारा इन सैनिकों के साथ बड़ा ही अमानवीय तथा बर्बरतापूर्वक व्यवहार किया गया। पाक सैनिकों ने नृशंसतापूर्वक शरीर के साथ बर्बता की। इसके बाद उन्होंने इस सभी को कठोर एवं पाशविक यातनाएं दी। इन सबके बावजूद जब वे कुछ भी हासिल कर पाने में नाकाम रहे तो उन्होंने सभी की हत्या कर दी। उन्होने बताया कि शहीद का शव 29 दिनों बाद 12 जून को परिजनों को सौंपा गया था। जब शहीद का शव गांव पतासर पहुंचा तो उसे कंधा देने के लिए तत्कालीन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, मंत्री हरेन्द्र मिर्घा, जिला प्रमुख मदन
कौर, सहित गणमान्य लोग पहुंचे थे।

संकलन

कारगील शहीद भीखाराम