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Wednesday, 31 March 2021
Saturday, 27 March 2021
Friday, 26 March 2021
Thursday, 25 March 2021
बारिश से हुई फसल खराबें का जायजा लेने राजस्व मंत्री हरीश चौधरी पहुंचे जैसलमेर के नहरी क्षेत्र में
Wednesday, 24 March 2021
स्कूल की दिवारें पढ़ा रही हैं शिक्षा का पाठ, जिला प्रमुख ने बदली विद्यालय की सूरत, सपना जिले का प्रत्येक सरकारी विद्यालय ऐसा हो
धोरो में सरकारी विद्यालय की बदलती तस्वीर, बन रही प्रेरणा
बालोतरा। शिक्षा को लेकर ग्रामीण सजग रहते हैं तो शिक्षक भी अपनी दुगूनी ऊर्जा के साथ काम करने का प्रयास करते हैं। ग्रामीणों के इसी जूनून के चलते बाड़मेर जिले की जैसलमेर सीमा के पास स्थित हीरा की ढ़ाणी के राजकीय विद्यालय में नवाचार देखने को मिल रहा हैं। बाड़मेर जिला प्रमुख महेन्द्र चौधरी एक बार विद्यालय पहुंचे तो उनको विद्यालय में भौतिक संसाधनों की कमी दिखी तो उन्होने विद्यालय में संसाधन उपलब्ध करवाने की ठानी और बाद में पंचायतीराज चुनावों में बाड़मेर के जिला प्रमुख निर्वाचित हो गये तो विद्यालय की सूरत ही बदल डाली। 500 से अधिक के नामांकन वाले इस विद्यालय में रंग रोगन के बाद नजारा बदला-बदला सा नजर आ रहा हैं। विद्यालय की दिवारे अब विद्यार्थियों को पढा रही हैं। विद्यालय की दिवारों के साथ-साथ कक्षा कक्षों के आगे पाठ्यक्रम के अनुसार बनाये गये डायग्राम और स्लोगन विद्यार्थियों के लिए सहायक शिक्षण सामग्री के रूप में काम आ रही हैं।
हीरा की ढाणी गिड़ा पंचायत समिति का सबसे प्राचीन विद्यालय
हीरा की ढ़ाणी राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय की स्थापना 1955 में हुई थी तथा इस क्षेत्र की पहली उच्च माध्यमिक स्तर का विद्यालय हैं, गिड़ा पंचायत समिति क्षेत्र में शिक्षा की दृष्टी से भी यह विद्यालय सिरमौर रहा हैं, जिसकी बदौलत इस विद्यालय की प्रतिभाएं आज राजनीतिक और प्रशासनिक क्षेत्र में गांव और विद्यालय का नाम रोशन कर रही हैं।
विद्यालय की दिवारे पढ़ा रही हैं विद्यार्थियों को
जिला प्रमुख महेन्द्र चौधरी की लग्न ने विद्यालय की दिवारों का रंग-रोगन करवाने के साथ-साथ दिवारों पर ऑयल पैंट से कलर करवा कर उस पर शानदार पैंटिग करवाई गई हैं, पैंटिंग में शिक्षण से जुड़े स्लोगनों के साथ राष्ट्रीय प्रतिकों को बनाया गया हैं जिससे विद्यार्थी विद्यालय में प्रवेश के साथ ही देख सके और दिन भर तस्वीर दिमाग में रहने से ऐसे तथ्य कंठस्थ हो रहे हैं।
विद्यालय परिसर और कक्षाओं पर सीसीटीवी से नजर
विद्यालय परिसर को सीसीटीवी युक्त बनाया गया हैं विद्यालय परिसर सहित कक्षा कक्षों में 16 से कैमरे भी जिला प्रमुख महेन्द्र चौधरी ने लगवाये हैं जिसका नियंत्रण कक्षा प्रधानाचार्य कक्ष को बनाया गया हैं जहां से प्रधानाचार्य विद्यालय की गतिविधियों पर और छात्रों के साथ शिक्षकों पर भी नजर रखते हैं, सीसीटीवी कैमरे लगे होने से छात्रों और शिक्षकों में अनुशासन बढ़ा हैं साथ ही कभी कक्षा में कालांश रिक्त रहता हैं तो भी छात्र कैमरे की नजर में होने से अनुशासन तोडऩे से बच रहे हैं जिससे शिक्षा के प्रति विद्यार्थियों का लगाव भी बढ़ा हैं।
विद्यालय में स्वच्छ पेयजल व्यवस्था, हरा भरा परिसर
विद्यार्थियों के लिए स्वच्छ पेजयल को लेकर पानी की टंकी होने के साथ-साथ नल से पानी आ रहा हैं और साफ-सफाई युक्त परिसर में ठंडा पेजयल उपलब्ध हो रहा हैं। टोंटिया लगी होने से विद्यार्थियों को पानी के लिए परेशान भी नही होना पड़ रहा हैं। इसके अलावा विद्यालय का परिसर हरा-भरा रखने के लिए शिक्षण पाईप लाईन से पेड़ पौधों को पानी देते हैं जिससे विद्यालय का सुन्दर एवं स्वच्छ वातावरण विद्यार्थियों को प्रेरणा दे रहा हैं।
विद्यालय में विज्ञान वर्ग और एनसीसी की दरकरार
पूर्व सरपंच एवं पंचायत समिति सदस्य गोकलराम गोदारा ने बताया कि गिड़ा पंचायत समिति का सबसे पुराना विद्यालय होने के बाद भी वर्तमान में इस विद्यालय में सिर्फ कला संकाय संचालित हो रहा हैं, हाल ही में जिला प्रमुख महेन्द्र चौधरी के प्रयासों से भूगोल विषय शुरू हुआ हैं, लेकिन अब विद्यालय को विज्ञान संकाय की दरकरार हैं जिसकी मांग सरकार से समक्ष रखी हैं, विश्वास हैं कि जल्द ही इसकी घोषणा भी हो जायेगी, दूसरी और विद्यालय में एनसीसी खोलने की मांग लम्बे समय से की जा रही हैं लेकिन एनसीसी नही खुला हैं, यदि एनसीसी खुल जाये तो यहां के विद्यार्थियों को फायदा होगा।
सरकारी विद्यालयों में नवाचार कर एक संदेश देना
जिला प्रमुख महेन्द्र चौधरी ने बताया कि चुनावों से पहल क्षेत्र के लोगो से वादा किया कि सबस पहलेे गांव में शिक्षा के क्षेत्र में ध्यान दिया जाएगा जिसको लेकर ही ग्राम पंचायत मुख्यालय की उच्च माध्यमिक स्कूल की दशा-दिशा सुधारने की ठानी और सोचा कि क्यों न विद्यालय में ऐसी पेंटिंग करवाई जाए जिससे वह सुंदर भी दिखे और ग्रामीण पृष्ठभूमि के विद्यार्थियों की पढ़ाई में मदद भी हो सके। इसे देखते हुए स्कूल की दीवारों को वर्णमाला, अंग्रेजी के अल्फाबेट, गिनती-पहाड़े व भूगोल व शरीर की बनावट से जुड़े कलाकृतियां लिखकर पेंटिंग करवाई। दीवारों पर भारत के राष्ट्रीय प्रतीक सहित कई डायग्राम बनवाये गये जिससे सामान्य ज्ञान के इन सवालों को आसानी से सीख सकें साथ ही विद्यालय परिसर में सीसीटीवी लगाये गये हैं। उन्होने बताया कि मेरा सपना हैं जिले के प्रत्येक सरकारी विद्यालय ऐसा हो, ग्रामीण और भामाशाह आगे आकर शिक्षा के मंदिर को सुधार सकते हैं।
विद्यालय को लेकर ग्रामीणों की सोच से बदली तस्वीर
विद्यालय के कार्यवाहक प्रधानाचार्य नाथूसिंह ने बताया कि ग्रामीणों की विद्यालय में प्रति लग्र और मेहनत रहती हैं और ग्रामीण सजग रहते हैं तो शिक्षक भी आगे आकर अपना दुगूना परिणाम देने का प्रयास करते हैं, जिला प्रमुख महेन्द्र चौधरी ने पहल की, अच्छा प्लेटफार्म उपलब्ध करवाया हैं जिससे शिक्षक भी मेहनत कर फलीभूत कर रहे हैं, ग्रामीणों और शिक्षकों के सहयोग से आज यह विद्यालय सरकारी होते हुए भी एक निजी संस्थान की तरह दिख रहा हैं, जिसका हम सबको गर्व होता हैं।
Tuesday, 23 March 2021
Monday, 22 March 2021
Saturday, 20 March 2021
Friday, 19 March 2021
Thursday, 18 March 2021
Wednesday, 17 March 2021
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