Friday 29 December 2017

विधानसभा क्षेत्रवार जनसंवाद करने वाली पहली मुख्यमंत्री

इसलिए बदली-बदली नज़र आ रही हैं वसुंधरा राजे..




वसुंधरा राजे के नेतृत्व वाली वर्तमान राजस्थान सरकार ने अपने कार्यकाल के सफलतापूर्वक 4 साल पूरे कर लिए हैं। राजे सरकार 2013 के विधानसभा चुनावों में राजस्थान की 200 विधानसभा सीटों में से रिकॉर्डतोड़ 163 जीतकर सत्ता में आई थी। वसुंधरा राजे के नेतृत्व में भाजपा ने प्रचंड जीत के साथ यह साबित कर दिया था कि राजस्थान में उनका ही वर्चस्व है।
सुराज के चार साल पूर्ण करने वाली वसुंधरा राजे सरकार ने प्रदेश की सभी 36 कौमों को ध्यान में रखकर विकास किए हैं। राजे की दूरदर्शी सोच के कारण ही प्रदेश के अंतिम व्यक्ति तक विकास का लाभ पहुंचाया जा रहा है। राजे सरकार ने चार साल में कई ऐसी योजनाएं चलाईं हैं जिनकी राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर सराहना हो रही है। पिछले चार साल में राजे ने प्रदेश विकास को लेकर काफी मेहनत की है।2018
आइये जानते हैं सीएम वसुंधरा राजे में क्या बदलाव नज़र आ रहे हैं.

विधानसभा क्षेत्रवार जनसंवाद करने वाली पहली मुख्यमंत्री

मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने सुराज संकल्प यात्रा के साथ 2013 के विधानसभा चुनावों में कांग्रेस को बुरी तरह हराया था। सुराज संकल्प के दौरान सीएम राजे द्वारा ​की गई सभी घोषणाओं पर राजे सरकार ने जमकर काम किया है। जिस तरह प्रदेश की जनता ने उन पर विश्वास कर रिकॉर्ड बहुमत से जिताया उसी तरह राजे भी प्रदेश के आखिरी व्यक्ति तक सरकार की योजनाओं का लाभ पहुंचाने के लिए काम कर रही है।
मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे खुद जनसंवाद कार्यक्रम के तहत एक एक करके राजस्थान के सभी विधानसभा क्षेत्रों मेें आमजन की समस्याओं को की सुनवाई कर रही है। साथ ही लोगों की समस्याओं का शीघ्र निस्तारण करवा रही है। सीएम राजे देशभर की एकमात्र सीएम है जो इस तरह विधानसभा क्षेत्रवार जाकर आमजन की समस्याएं सुनकर उनका अतिशीघ्र समाधान करवा रही है। जनसंवाद कार्यक्रम के तहत प्रदेश के आमजन की उचित मांगों के लिए राजे मौके पर ही निर्देश देती है। और उन समस्याओं या मांगों का बहुत ही जल्दी समाधान करवा दिया जाता है।



 36 कौमों को साथ लेकर विकास की राह पर आगे बढ़ रही हैं वसुंधरा राजे

राजस्थान में जब से बीजेपी सरकार सत्ता में आई है तब से प्रदेश सभी क्षेत्रों में बड़ी तेजी के साथ विकास की राह पर आगे बढ़ रहा है। राजे सरकार सभी वर्गों के साथ सामांजस्य बनाने में सफल रही है। सुराज के चार साल के दौरान राजे ने विभिन्न समाजों की कई अहम मुद्दों पर नाराजगी को विश्वास जीतते हुए दूर किया है। चाहे वह गुर्जर आरक्षण आंदोलन हो या किसान आंदोलन या पद्मावती विरोध आंदोलन या गौतस्करी के आरोपों में मारे गए समुदाय विशेष के लोगों का मामला हो या अन्य कोई मामलें। सीएम राजे के नेतृत्व वाली सरकार ने जनहित में फैसले किए हैं।

Wednesday 27 December 2017

प्रदेश मे सता परिवर्तन की हुंकार भरेगा बाडमेरः बेनिवाल

प्रदेश मे सता परिवर्तन की हुंकार भरेगा बाडमेरः बेनिवाल


बायतू विधानसभा क्षेत्र में उमडा युवाओ का हूजूम



nawatla

पाटोदी। आगामी 7 जनवरी को बाडमेर में होने वाली किसान महा हुंकार रैली को लेकर खींवसर विधायक हनुमान बेनीवाल बाडमेर जिले के दौरे पर हैं। बुधवार को बेनीवाल पचपदरा और बायतू विधानसभा क्षेत्र के दौरे पर रहे तथा सभाओं को संबोधित करते हुए महारैली में अधिकाधिक लोगों के भाग लेने का आह्वान किया। बेनीवाल ने नवातला, पाटोदी, कुम्पलिया में सभा को संबोधित करते हुए कहा कि प्रदेश में कांगेस और भाजपा ने बारी-बारी से सरकारे चलाते हुए गरीब, किसान, दलित और पिछडे वर्ग का शोषण किया। दोनो ही पार्टियों ने वोट बटोरने के लिए हमे मोहरा बनाया, सरकारे बनने के बाद किसान, गरीब और पिछडे वर्ग की सुनने वाला कोई नही हैं। प्रदेश में पिछले चार साल के भाजपा राज में विकास के नाम कुछ भी नही किया, मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे को प्रदेश की जनता कोई चिंता नही हैं। युवा रोजगार के लिए भटक रहे हैं तो डॉक्टरों की हडताल के चलते आमजन परेशान हैं। कानून नाम की कोई चीज नही, माफिया पनप रहे हैं, पुलिस का इकबाल गिर रहा हैं। सरकार में विधायको की तो क्या मंत्रियों की भी नही चल रही हैं, मुख्यमंत्री के सामने किसी नेता की बोलने की हिम्मत नही हैं, इसके चलते कोई भी विधायक अपने क्षेत्र की समस्या भी मुख्यमंत्री को नही बता पा रहे हैं। बेनीवाल ने कहा कि मुख्यमंत्री ने चुनावो से पूर्व 15 लाख युवाओं को रोजगार देने की बात कही, वो सिर्फ चुनावी जुमला ही बनकर रह गया। किसान, शोषित, पीडित, दलित और अल्पसंख्यक वर्ग को एक होकर अपना वजूद दिखाना होगा, एक नही हुए तो हमारी आवाज सुनने वाला कोई नही होगा, हम सिर्फ वोटर बनकर रह जाएंगे।
बेनीवाल ने कहा कि हमारी मांग रही हैं कि किसान कौम का नेतृत्व करने के लिए हमे सीएम की कुर्सी चाहिए, हम हमारे अन्य किसान वर्ग, दलित, गुर्जरों और अल्पसंख्यकों से गुजारिश करेंगे कि आप अपने बडे भाई के रूप में जाट का साथ दे। हमारा एक ही सपना हैं कि हम अपना नेतृत्व और निर्णय स्वंय करंेगे तभी हमारा असली विकास हो सकेगा। किसान अपना टेªेक्टर या गाडी लेकर शहर की ओर जाता हैं तो टोल देना पड रह हैं, खेती करने के लिए जो बिजली जलाता हैं उसके लिए बिल माफ हो। अन्नदाता का ऋण माफ और जो वसूली की दुकाने टोल हैं इनकों हटाना चाहिए। राजस्थान टोल मुक्त हो ऐसा निर्णय सरकार को करना चाहिए। बायतू विधानसभा क्षेत्र में सडको हालत खराब हैं, घरों में लाईटे नही हैं। 7 दिसम्बर 2016 को किसान हुंकार रैली नागौर में आयोजित की गई थी अब इसका दूसरा भाग बाडमेर में आगामी 7 जनवरी 2018 को होने वाला हैं, इस रैली में अधिकाधिक संख्या में पधार कर सफल बनाना हैं तथा नींद में सो रही सरकार को जगाना हैं कि प्रदेश का युवा, किसान अब जाग चुका हैं तथा अपना हक लेना जानता हैं। इसके बाद भी सरकार हमारी मांगों को नही मानेगी तो मार्च में जयपुर में महा रैला आयोजित होगा जिसमें प्रदेश भर से लाखों लोग भाग लेंगे तथा तीसरे मोर्च की घोषणा की जाएगी।

यहां हुआ स्वागत

पचपदरा विधानसभा क्षेत्र के कल्याणपुर, बायतू विधानसभा क्षेत्र के पतासर, बडनावा, नवातला, बडनावा, पाटोदी, रिछोली, हनुमानजी का मंदिर पाटियाल सहित कई जगहों पर स्वागत किया गया। इस दौरान आदर्श जाट महासभा के जिलाध्यक्ष करनााराम मांजू, गजेन्द्र चौधरी, मोटाराम पूनिया, कोलाराम जांगू, अषरफ अली, कानाराम लेगा, गुमनाराम जाखड सहित बडी संख्या में ग्रामीण उपस्थित रहे।

Tuesday 26 December 2017

बजरी पर रोक हटाने की मांग को लेकर बेरोजगार कमठा मजदूरों का प्रदर्शन

बजरी पर रोक हटाने की मांग को लेकर बेरोजगार कमठा मजदूरों का प्रदर्शन


उपखंड मुख्यालय पर प्रदर्शन कर सौंपा ज्ञापन

बालोतरा। बजरी खनन पर रोक हटाने की मांग को लेकर मंगलवार को निमार्ण कार्य से जुडे मजदूरों ने उपखंड कार्यालय पर प्रदर्शन कर उपखंड अधिकारी भागीरथराम चौधरी को ज्ञापन सौंपा गया। मंगलवार प्रात: बडी संख्या में कमठा मजदूर डाक बगले पहुंचे तथा यहां पर सभा का आयोजन किया। इस अवसर पर मजदूरों को संबोधित करते हुए ठेकेदार भंवरलाल भाटी ने कहा कि मजदूर अपने हक की लडाई के लिए संगठित रहे तथा बजरी खनन पर रोक को लेकर राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए कहा की बजरी पर रोक होने से निर्माण कार्य से जुड़े श्रमिक बेराजगार हो गये हैं, उनका अपना परिवार पालना मुश्किल हो गया हैंं, सरकार को रोक हटवाने के लिए कोर्ट में मजबूत पैरवी करनी चाहिए ताकि जल्द से जल्द रोक हट सके। इस दौरान थार कमठा मजदूर यूनियन के जिलाध्यक्ष करनाराम मांजू ने पंजीकृत श्रमिकों के पिछले दो तीन सालों से लम्बित 800 विवाह सहायता योजना के आवेदनों का निस्तारण करवाने की मांग रखी। डाक बंगले से रैली के रूप में नारेबाजी करते हुए मजदूर उपखंड कार्यालय पहुंचे तथा उपखंड अधिकारी को ज्ञापन सौंपा। इस दौरान उपखंड अधिकारी भागीरथराम चौधरी ने कहा कि मांग पत्र को राज्यसरकार के पास पहुंचाया जायेगा। चौधरी ने निर्माण श्रमिकों को पंजीयन करवाने के साथ-साथ विभाग की कल्याणकारी योजनाओं का लाभ उठाने का आह्वान किया। इस दौरान थार कमठ मजदूर यूनियन के जिलाध्यक्ष करनाराम मांजू, मांगीलाल बोस, प्लासतर ठेकेदार पुरखाराम सारण, जोगाराम, मांगीलाल बोस, केहराराम प्रजापत, सालूराम गोदारा, अमराराम राठौड़, डालूराम, छगन जोगसन, गणेश काकड, धींगडऱाम, गटूनाथ सहित बड़ी संख्या में कमठा मजदूर उपस्थित रहे।

Monday 25 December 2017

सामाजिक एकता, संगठन की मजबूती और सबको साथ लेकर विकास का आह्वान महाराजा सूरजमल शौर्य दिवस समारोह

सामाजिक एकता, संगठन की मजबूती और सबको साथ लेकर विकास का आह्वान
महाराजा सूरजमल शौर्य दिवस समारोह


जयपुर। अखिल भारतीय महाराजा सूरजमल जाट महापंचायत की ओर से विश्व के सिरमौर भारत भूमि के अजेय महायोद्धा महाराजा सूरजमल का 254वां बलिदान दिवस शौर्य दिवस समारोह के रूप में आयोजित किया गया, जिसमें सामाजिक एकता, संगठन की मजबूती और सबको साथ लेकर विकास का आह्वान किया। महाराजा सूरजमल शौर्य दिवस समारोह में मुख्य अतिथि केंद्रीय मंत्री सी.आर. चौधरी थे और अध्यक्षता बायतु विधायक एवं अखिल भारतीय महाराजा सूरजमल जाट महापंचायत के राष्ट्रीय अध्यक्ष कैलाश चौधरी ने की। विशिष्ट अतिथि रा’यसभा सांसद रामनारायण डूडी, उदयपुरवाटी विधायक शुभकरण चौधरी, टोंक जिला प्रमुख सत्यनारायण चौधरी, पद्मश्री देवेन्द्र झाझडिय़ा, कारगिल हीरो दिगेन्द्र सिंह, सीकर यूआईटी चेयरमैन हरिराम रणवां, रामस्वरूप लाम्बा, श्वेता सिंह समेत गणमान्य जन मौजूद थे।

समारोह में महाराजा सूरजमल जाट महापंचायत के प्रदेशाध्यक्ष ज्ञानाराम रणवा ने स्वागत उद्बोधन दिया और बीजेपी किसान मोर्चा प्रदेश उपाध्यक्ष माधोराम चौधरी ने धन्यवाद दिया। समारोह में महाराजा सूरजमल का जयपुर में स्मारक बनाने, अलीगढ़ (मध्यप्रदेश) में महाराजा सूरजमल पार्क का नामकरण करने, विद्याधर नगर स्टेडियम का नाम महाराजा सूरजमल के नाम करने, जेडीए की नींदड़ आवासीय योजना का नाम महाराजा सूरजमल के नाम घोषित करने, महाराजा सूरजमल के जीवन से जुड़े ऐतिहासिक स्थलों के संरक्षण के लिए प्राधिकरण बनाने और रा’य सरकार की योजनाओ में महाराजा सूरजमल का नाम जोडऩे का मांग पत्र राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के नाम केंद्रीय मंत्री सी.आर. चौधरी को दिया और प्रस्ताव पारित किया। समारोह में तीन बेटियों को आर.ए.एस. बनाने वाली मीरा देवी, क्रिकेटर आकाश चौधरी, अन्तर्राष्ट्रीय धावक खेताराम सियाग, निशानेबाज शानू चौधरी, आशा झाझडिय़ा, नरसाराम का विशेष सम्मान किया गया।

शिक्षा विभाग की उदासीनता छः वर्षो से ताले में कैद है सरकारी विद्यालय सैकड़ों बच्चे हो रहे है षिक्षा से महरूम


शिक्षा विभाग की उदासीनता


छः वर्षो से ताले में कैद है सरकारी विद्यालय

सैकड़ों बच्चे हो रहे है षिक्षा से महरूम

20 एसलएडी माल मगरा की स्कूल वर्षो से पड़ी है बंद, कोई नहीं दे रहा है ध्यान


 ताले में कैद राजकीय प्राथमिक विद्यालय मालमगरा।

भैरूसिंह भाटी
तेजपाला। जहां एक ओर राज्य सरकार षिक्षा के क्षेत्र में तरह-तरह के नवाचार लाकर षिक्षा को बढ़ावा देने पर जोर दे रही है। वहीं दूसरी ओर षिक्षा विभाग की उदासीनता के चलते नहरी क्षेत्र के सैकड़ों बच्चे षिक्षा से महरूम हो रहे है। पिछले छः वर्षो से यह स्कूल ताले में कैद है परंतु विभाग के अधिकारी आंखे मूंद कर बच्चों के भविष्य के साथ खुलेआम खिलवाड़ कर रहे है। क्षेत्र के किसानों ने समय-समय पर प्रषासन से विद्यालय शुरू करवाने गुहार लगाई परंतु मातहतों ने इस ओर ध्यान देना शायद उचित नहीं समझा। अफसरों की लापरवाही के चलते आज के आधुनिक युग में भी बच्चों को षिक्षा से वंचित होना पड़ रहा है। लापरवाही का आलम यह रहा कि स्थानीय स्तर के जवाबदारों ने भी अपनी जिम्मेदारी को पूरी तरह नजरअंदाज कर दिया।
मामला है ग्राम पंचायत तेजपाला के नहरी क्षेत्र की 20 एसएलडी माल मगरा का। जहां एक विद्यालय का वर्ष 1999 से राजीव गांधी पाठषाला के रूप में कागजों में संचालन होता रहा। जानकारी के अनुसार वर्ष 2007-08 से इस पाठषाला का राजकीय प्राथमिक विद्यालय के रूप में संचालन शुरू किया। दो-तीन वर्ष तक राजकीय प्राथमिक विधालय के संचालन के पष्चात षिक्षा विभाग के मातहतों ने अपनी मनमर्जी से शून्य नामांकन बताकर इस विद्यालय को बंद कर दिया। जबकि मालमगरा क्षेत्र के आस-पास मुख्य एसएलडी नहर के विभिन्न शाखाएं, एमएम माईनर, जीवराज माईनर सहित 20 किलोमीटर क्षेत्र में सैकड़ों किसान निवास करते है जिनके बच्चे स्कूल बंद होने की वजह से आज षिक्षा से वंचित हो रहे है। विभाग की लापरवाही को लेकर किसानों ने भी स्कूल शुरू करने की आवाज उठाई परंतु प्रषासन ने इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया।

शून्य नामांकन बताकर विद्यालय कर दिया बंद

ग्राम पंचायत मुख्यालय तेजपाला से 8-10 किलोमीटर दूरी पर स्थित राजकीय प्राथमिक विद्यालय माल मगरा के इस स्कूल में कोई षिक्षक जाना नहीं चाहता था। सुविधाओं के अभाव के चलते षिक्षा विभाग के कारिंदों ने इस विद्यालय में शून्य नामांकन बताकर विद्यालय बंद कर दिया। जबकि माल मगरा के इस राजकीय प्राथमिक विद्यालय के आस-पास के इलाके में सैकड़ों बच्चे आज भी षिक्षा जैसी महत्वपूर्ण इकाई से वंचित हो रहे है। इस विद्यालय को बंद करने के बाद न तो षिक्षा विभाग के अधिकारियों ने पुनः ध्यान दिया न ही तेजपाला स्कूल के जवाबदारों ने ध्यान दिया।

रात्रि चैपाल में भी प्रषासन को अवगत कराया

ग्राम पंचायत तेजपाला मुख्यालय पर 25 सितम्बर को आयोजित हुई जिला कलेक्टर की रात्रि चैपाल में भी किसानों ने जिला कलेक्टर को पत्र सौंपकर राजकीय प्राथमिक विद्यालय माल मगरा को शुरू करवाने की मांग की थी। परंतु जिला प्रषासन ने इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया। 

नहरी इलाके में नहीं है कोई स्कूल

एसएलडी 20 आरडी मालमगरा विद्यालय के अलावा नहरी क्षेत्र के 20 किलोमीटर क्षेत्र में कोई सरकारी पाठषाला नहीं है। जिसके चलते गरीब किसानों के बच्चे षिक्षा से वंचित हो रहे है। सरकार को चाहिए की इस विद्यालय को पुनः शीघ्र शुरू कर विद्यालय से दूर षिक्षा से महरूम हो रहे इन बच्चों को पुनः षिक्षा से जोड़ा जाए। इस क्षेत्र के किसानों की भी यही मांग है।

शौर्य दिवस के रूप में मनाया महाराजा सूरजमल का बलिदान

शौर्य दिवस के रूप में मनाया महाराजा सूरजमल का बलिदान




बालोतरा। शहर के वीर तेजाजी छात्रावास में अजेय योद्धा महाराजा सूरजमल का 254 वें बलिदान दिवस को शौर्य दिवस के रूप में मनाया गया। आदर्श जाट महासभा के तत्वावधान मे आयोजित कार्यक्रम में प्रबुद्धजनों ने महाराज सूरजमल को पुष्पांजलि अर्पित करते हुए जीवनी पर प्रकाश डाला। इस अवसर पर महासभा के जिलाध्यक्ष करनाराम मांजू ने कहा कि भारतवर्ष के अजेय योद्धा रहे इन्होने मुगलो, मराठो को हराया तथा भरतपुर को अजेय रखा। इस दौरान राजस्थान आदर्श जाट यूनियन के जिलाध्यक्ष अन्नराज गोदारा, जोगाराम, पुरखाराम सारण, बाबूलाल बेरड, जगदीश जाखड़, जसराज सारण, मनोज भींचर, जेताराम गोदारा, भंवरलाल सारण, बंशीलाल जांगू, ओमप्रकाश बेरड, सीपी जाट, प्रभुराम डेलू सहित कई जने उपस्थित रहे।
फोटो:- महाराज सूरजमल को पुष्पांजलि अर्पित करते हुए।

Saturday 23 December 2017

मनरेगा की 1870 करोड़ की कार्य योजना को मंजूरी

मनरेगा की 1870 करोड़ की कार्य योजना को मंजूरी
-जिला परिषद की बैठक मंे हुआ विभिन्न मुददांे पर विचार-विमर्श



बाड़मेर। जिला परिषद की साधारण सभा की बैठक जिला प्रमुख श्रीमती प्रियंका मेघवाल की अध्यक्षता मंे आयोजित हुई। इस दौरान महात्मा गांधी नरेगा योजना की 1870 करोड़ की कार्य योजना को अनुमोदित किया गया। इसमंे वर्ष 2018-19 के प्लान के साथ 2017-18 का अतिरिक्त प्लान शामिल है। जिला परिषद सभागार मंे आयोजित बैठक के दौरान संसदीय सचिव लादूराम बिश्नोई, जिला कलक्टर शिवप्रसाद मदन नकाते, जिला प्रमुख श्रीमती प्रियंका मेघवाल, विधायक हमीरसिंह भायल, तरूणराय कागा, मेवाराम जैन समेत विभिन्न जन प्रतिनिधियांे की मौजूदगी में मनरेगा के प्लान का अनुमोदित किया गया। इसमंे व्यक्तिगत टांका निर्माण, ग्रेवल सड़क, खेल मैदान समेत विभिन्न प्रकार के विकास कार्य प्रस्तावित किए गए है। बैठक के दौरान संसदीय सचिव लादूराम विश्नोई, विधायक हमीरसिंह भायल, तरूणराय कागा, मेवाराम जैन समेत विभिन्न जन प्रतिनिधियांे ने विकास कार्याें एवं जन समस्याआंे पर अपनी बात रखी। उन्हांेने मनरेगा मंे कार्याें की स्वीकृति का मामला उठाया। बैठक के दौरान जिला कलक्टर शिवप्रसाद मदन नकाते ने बताया कि जिला दर निर्धारण समिति की बैठक मंे बीएसआर दरांे मंे संशोधन किया गया है। बजरी मंे 20 किमी एवं ग्रेवल परिवहन मंे 5 किमी के उपरांत दरांे मंे बढ़ोतरी की गई है। इससे विकास कार्याें को गति मिलने के साथ राहत मिलेगी। उन्हांेने महात्मा गांधी नरेगा योजना के तहत 1 जनवरी 2017 से अब तक स्वीकृत हुए कार्याें के बारे मंे विस्तार से जानकारी दी। उन्हांेने कहा कि पंचायत समिति स्तर से प्राप्त होने वाले कार्याें को स्वीकृत किया जा रहा है। पहली बार व्यक्तिगत कार्योें के स्वीकृति संबंधित आदेश संबंधित लाभार्थी तक पहुंचाने की नई व्यवस्था की शुरूआत की गई है। इससे पारदर्शिता को बढ़ावा मिलेगा। उन्हांेने बाड़मेर जिले को खुले मंे शौच से मुक्त कराने के लिए सहयोग कराने का अनुरोध किया। जिला परिषद की बैठक मंे मुख्य कार्यकारी अधिकारी एम.एल.नेहरा, अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी डा.गुंजन सोनी, अतिरिक्त जिला कार्यक्रम समन्वयक सुरेश कुमार दाधीच समेत विभिन्न विभागीय अधिकारी एवं जन प्रतिनिधि उपस्थित रहे। जिला परिषद की बैठक के दौरान जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग, डिस्काम एवं सार्वजनिक निर्माण विभाग, शिक्षा, चिकित्सा, कृषि एवं अन्य विभागांे से जुड़ी विभिन्न योजनाआंे की प्रगति पर विचार-विमर्श किया गया। 

Friday 22 December 2017

बालिकाएं दो घरो को रोशन करती हैंः बागावास 17 छात्राओं को साईकिले वितरित

कोलू व केसुम्बला में पशु उप केन्द्र खुले




पाटोदी। बायतू उपखंड के कोलू व केसुम्बला भाटियान ग्राम पंचायत मुख्यालयों पर पशु उप स्वास्थ्य केन्द्र खोलने की घोषणा राज्य सरकार ने की हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में पशु उप स्वास्थ्य केन्द्र खुलने से ग्रामीणों व पशुपालकों को नजदीकी में सुविधाएं मिल पायेगी। समाज सेवी करनाराम मांजू ने बताया कि ग्रामीणों को गिडा या फिर बायतू मुख्यालय पर अपने पशुओं का ईलाज करवाने के लिए जाना पडता था लेकिन अब यहां उप केन्द्र खुलने से यहां सुलभता से सुविधाएं मिलेगी तथा ग्रामीणों को सहूलियत मिलेगी। इसके अलावा बाडमेर जिले के  गडरारोड पंचायत समिति की चेतरोडी, शिव की  हाडवा ग्राम पंचायत मुख्यालय पर पशु उपस्वास्थ्य केन्द्र खोले हैं।


बालिकाएं दो घरो को रोशन करती हैंः बागावास

17 छात्राओं को साईकिले वितरित

पाटोदी। पंचायत समिति क्षेत्र की राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय बागावास में शुक्रवार को साईकिल वितरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। प्रधानाचार्य सुभाष चन्द्र शर्मा ने बताया कि इस दौरान कक्षा 9 वीं की 17 छात्राओं को साईकिले वितरित की गई। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जिला परिषद सदस्य प्रेमकरण बागावास ने कहा कि राज्य सरकार बालिका शिक्षा को बढावा देने के लिए कई तरह की योजनाएं संचालित कर रही हैं, लम्बी दूरी से आने वाली छात्राओं के लिए साईकिले दी जा रही हैं, अभिभावक भी जागरूक होकर अपनी बेटियों को पढाये, एक बेटी के पढने से दो परिवार सुदृढ होते हैं। इस अवसर पर इन्द्रसिंह, जबरसिंह, चैनाराम, चम्पाराम, ब्रह्मानंद सहित कई ग्रामीण व शिक्षक उपस्थित रहे।

फोटोः-



पाटोदी में नही रहता बीएसएनएल का नेटवर्क

उपभोक्ता परेशान, फोन डेड रहते है

पाटोदी। पाटोदी क्षेत्र में पिछले लम्बे समय से बीएसएनएल मोबाईल सेवा का नेटवर्क सही नही होने से उपभोक्ता परेशान हो रहे हैं। जानकारी के अनुसार पाटोदी क्षेत्र में मोबाईल टाॅवर नही दिखता हैंै। जिससे न तो कोई काॅल आता हैं न ही काॅल कर सकते है ऐसे में उपभोक्ता माथे पर हाथ फेर रहे हैं। सरकारी कम्पनी होने और इसकी विष्वसनियता के  चलते इसके यूजर भी यहां काफी संख्या मे हैं लेकिन नेटवर्क की कमजोरी के चलते उपभोक्ता बीएसएनएल से किनारा कर रहे हैं।
पाटोदी हैं मोबाईल यूजर का बडा मार्केट
पाटोदी क्षेत्र मोबाईल यूजर्स के लिहाज से बडा मार्केट हैं यहां पर बडी संख्या में लोगा मोबाईल सेवा का उपयोग करते हैं पहले एकमात्र बीएसएनएल कम्पनी होने से अधिकांश लोगों के पास बीएसएनएल की सीमे थी लेकिन बीएसएनएल नेटवर्क नही होने से यूजर सिमों को पोर्ट करवा कर नई कम्पनी की ओर रूख कर रहे हैं।



टावरी राष्ट्रीय मुस्लिम महासभा के अध्यक्ष बने

पाटोदी। राष्ट्रीय मुस्लिम महासभा की ओर से पाटोदी ब्लाॅक के लिए अब्दुल रहमान टावरी को ब्लाॅक अध्यक्ष नियुक्त किया हैं। महासभा के जिलाध्यक्ष शबाना बानों ने नियुक्ति पत्र जारी करते हुए बताया कि टावरी अपने क्षेत्र में कौम में जागृति के साथ-साथ आपसी भाईचारा व प्रेमभाव सोहार्द बढाने का काम करेंगे।


Wednesday 20 December 2017

39 छात्राओं को साईकिले वितरित

39 छात्राओं को साईकिले वितरित



गिडा। स्थानीय आदर्श राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय गिडा में छात्राओं को साईकिले वितरित की गई। बीईईओ लच्छाराम सियाग ने बताया कि विद्यालय मंे कक्षा 9 की 39 छात्राओं को साईकिले वितरित की गई। इस अवसर पर गिडा प्रधान लक्ष्मणराम डेलू ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में दूर-दराज से आने वाली छात्राओं की सुविधा के लिए सरकार साईकिले दे रही हैं इससे बालिका शिक्षा को बढावा मिलता हैं। गिडा सरपंच पूनमाराम घाट ने कहा कि सरकार की सुविधाओं का फायदा उठावे तथा शिक्षा के प्रति अधिकाधिक ध्यान देवे।

फोटोः.

धन्य है वो धरा और वह मां जिनकी कोख से धर्माराम जैसे वीर सपूत पैदा हुए



धन्य है वो धरा और वह मां जिनकी कोख से धर्माराम जैसे वीर सपूत पैदा हुए
शौर्य चक्र विजेता धर्माराम को बाम्बार नमन

बंशीलाल चौधरी 
सम्पादक 
दिव्य पंचायत



धर्माराम बेनीवाल का जन्म बाड़मेर जिले के तारातरा गांव में हुआ। इनके माता-पिता गरीब किसान होते हुए भी अपने बेटों को पढ़ा लिखाकर देश कि सेवा करने  के लिए सेना में भेजना चाहते थे। उनकी उम्मीदों पर दोनों ही भाई खरे उतरे।  
शहीद धर्माराम के बड़े भाई बींजाराम वर्तमान में आर्मी से रिटायर्ड है और पोस्ट ऑफिस में काम करते है। पिता गंगाराम का स्वर्गवास धर्माराम के शहीद होने से तीन माह पूर्व ही हो गया था। वर्तमान में माता अमरू देवी की उम्र 82 वर्ष है। धर्माराम की शादी शहीद होने से 8 साल पहले धर्मपत्नी टीमू देवी के साथ सम्पन हुई। शहादत के समय शहीद की पुत्री राज्यश्री चार साल की और पुत्र हरीश मात्र पांच माह का था। वीरांगना टीमू देवी ने बी.ए., बी.एड. तक शिक्षा प्राप्त कर रखी है। धर्माराम ने वर्ष 2003 में आर्मी ज्वाइन की थी।
शहादत: 25 मई 2015 जम्मू कश्मीर के यारीपुरा जिले के काजीकुला में सेना को सूचना मिली की एक मकान में दो आतंकी छिपे हुए है। वहां तैनात बाड़मेर के लाल धर्माराम सहित उसके पंद्रह साथी आतंकियों की नापाक हरकत को नेस्तनाबूद करने के लिए मौके पर पहुंचे। लश्कर तैयबा के इन दो आतंकियों में से एक ने दोपहर 12 बजे सेना की कारवाई की भनक लगते ही फायरिंग शुरू कर दी। मकान में छिपे आतंकियों में से एक ने छल से धर्माराम पर हमला कर दिया। धर्माराम के पैर और पीठ पर दो गोली लगी। जवान धर्माराम ने अदम्य साहस और जज्बा दिखाते हुए खुद को गोली लगने के बावजूद भी इनामी और लश्कर तैयाबा के खूंखार आतंकी अख्यात उल्लाह भट्ट को मार गिराया। आतंकी भागने के लिए गोलियां बरसाते हुए छत से कूदा। उसके छालांग लगाने तक धर्माराम ने उसके सीने में 30 गोलियाँ उतार दी। वीर धर्माराम ने वीरता का अद्भुत प्रदर्शन कर अपने 15 साथियों की जान बचाई। आतंकियों से हुई मुठभेड़ में धर्माराम को दो गोलियां लगी, लेकिन उन्हे पता ही नहीं चला। अन्य साथियों ने जब धर्माराम के शरीर से बहते खून को देखा तो उन्हे कहा कि तुम्हे तो गोली लगी है। इसके बावजूद धर्माराम साथियों से 10 मिनट तब तक बातचीत करते रहे। इसके बाद 5 कि.मी. दूर यूनिट साइट पर उनका प्राथमिक उपचार किया गया तथा 20-25 मिनट बाद उन्हे हेलीकॉप्टर से मिलिट्री हॉस्पिटल श्रीनगर ले जाया गया। श्रीनगर में इलाज के दौरान धर्माराम ने अंतिम सांस ली और वे मातृभूमि की रक्षार्थ शहीद हो गए। शहादत की रात जब शहीद की मां को आस-पास लोगों के बोलने की आवाज आई तो उठी, लेकिन सोचा गांव की होदी में लम्बे समय बाद पानी आया इसलिए लोग पानी भरने आए होंगे। लेकिन जब थोड़ी देर बाद कुछ लोग घर में आते हैं और फुसफुसाहट शुरू होती है। मां को संदेह होता है तो पूछती है कि आप लोग क्यों आए हैं। थोड़ी ना-नुकर के बाद जब बुढी मां को बताया कि उसका बेटा धर्माराम शहीद हो गया है, तो उस पर जैसे वज्रपात गिर गया। कुछ देर तो वह बोल नहीं पाई, फिर उसके करूण रूदन ने रात की खामोशी को तोड़ दिया। सुनसान रात्रि में जब बूढ़ी मां की करूणामय ध्वनि निकली तो दूर दूर तक सन्नाटा छा गया और संवेदना और करूणा की लहर उमड़ पड़ी। जब 28 मई 2015 को सुबह 9 बजे शहीद धर्माराम का शव पैतृक गांव तारातरा पहुंचा तो शव को देखते ही शहीद की माँ की सूनी आंखों से आंसुओं की धार बहने लगी। लाठी के सहारे वह उठकर अपने बेटे के शव के पास पहुंची और बचपन में जिस प्रकार वह धर्माराम के चेहरे को दुलारती थी उसी प्रकार उन्होंने अपना हाथ शहीद के चेहरे पर फेरा और उसी पल फफ्ककर रो पड़ी। पार्थिव शरीर के घर पहुंचते ही हजारों लोगों की आंखें नम थी वहीं देश की खातिर उनकी शहादत को लेकर लोग गर्व भी महसूस कर रहे थे। सुबह 10 बजे तक भारी संख्या में लोग शहीद को अंतिम श्रद्धांजलि देने उनके घर पंहुच गए। सेना की एक टुकड़ी ने मातमी धुन के बीच सशस्त्र सलामी देते हुए शहीद धर्माराम जाट को विदाई दी। छह माह के पुत्र हरीश के द्वारा मुखाग्नि दी गई। हजारों ग्रामवासियों की उपस्थिति में बस एक आवाज धर्माराम, अमर रहें, जब तक सूरज चांद रहेगा, शहीद धर्माराम तेरा नाम रहेगा..... से अंत्येष्टि स्थल गूंज उठा। शहीद धर्माराम बेनीवाल के साहसी और वीरोचित कृत्य के लिए तत्कालीन राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी द्वारा उनकी विरांगना को शौर्यचक्र प्रदान किया गया।
साभार-- वीर तेजाजी विशेषांक

खींवसर विधायक बेनीवाल गिडा दौरे पर रहे, देर रात को किसान छात्रावास के किया सभा को संबोधित

खींवसर विधायक बेनीवाल गिडा दौरे पर रहे, देर रात को किसान छात्रावास के किया सभा को संबोधित


अपहरण चोरी के विरोध में बेनीवाल ने थाने के घेराव की दी चेतावनी

गिडा। खींवसर विधायक हनुमान बेनीवाल इन दिनों बाड़मेर के दौरे पर है। मंगलवार को बायतु विधानसभा के विभिन्न गांवों का दौरा कर 7 जनवरी को बाड़मेर में होने वाली हुंकार रैली के लिए आमजन से मुलाकात की। भारी संख्या में लोगों की भीड़ उनके स्वागत में उमड़ी। बायतु में सैकड़ों की संख्या में युवाओं ने बेनीवाल का स्वागत किया। इस दौरान सभा को संबोधित करते हुए बेनीवाल ने कहा कि सरकार की नीतियों और हठधर्मिता से आमजन दुखी है। ऐसे में जनता अब थर्ड फ्रंट का मन बना चुकी है। ये आंधी अब रुकने वाली नहीं है। भाजपा-कांग्रेस दोनों पांच-पांच साल सरकार बदलती रहती है। अब राजस्थान में इनकी सरकार नहीं चलने वाली है। प्रदेश में सबसे ज्यादा अपराध बढ़ा है। छोटे बच्चे भी अब तो हथियार हाथ में ले रहे हैं। इसके बाद बेनीवाल ने कई गांवों का दौरा किया और आमजन से मुलाकात की। 

पांच घंटे देरी से गिड़ा पहुंचे, लोगों का हुजूम उमड़ा

 बेनीवाल को दोपहर 2 बजे गिड़ा में सभा को संबोधित करना था, लेकिन जगह-जगह स्वागत और कार्यक्रमों की अधिकता के चलते पांच घंटे देरी से शाम 7 बजे गिड़ा पहुंचे। मंच पर पहुंचने से पहले ही बेनीवाल को लोगों ने कंधों पर उठा लिया। लोगों ने बेनीवाल का स्वागत किया। गिड़ा क्षेत्र के लोगों ने हनुमान बेनीवाल से सरकार की नाकामियां गिनाते हुए आपराधिक घटनाओं का उल्लेख किया। हनुमान बेनीवाल ने सभा के दौरान ग्रामीणों को संबोधित करते हुए कहा कि बालिका अपहरण की घटना के बाद भी आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हुई है। वहीं ग्रामीणों की बकरियां चोरी की आए दिन घटनाएं हो रही है, इसके बावजूद पुलिस कार्यवाही नहीं कर रही है। ऐसे में गिड़ा थाने का घेराव किया जाएगा। इसकी खबर मिलने पर एएसआई मगाराम तहसीलदार सवाईसिंह कुमावत मंच पर पहुंचे और बोले कि पुलिस को तीन दिन का समय दीजिए आरोपियों की गिरफ्तारी हो जाएगी। इस आश्वासन पर थाने के घेराव का कार्यक्रम रद्द किया गया।
इससे पूर्व दिन में खीवसर विधायक हनुमान बेनीवाल ने मंगलवार को खेमाबाबा मंदिर में पूजा अर्चना की। इसके बाद पनावडा, कानोड, पूनियों का तला, सवाऊ पदमसिह सहित बायतु विधानसभा में जनसभाओं को संबोधित किया। कांग्रेस भाजपा दोनों पार्टियों को एक ही सिक्के के दो पहलू है। दोनों सरकारों ने किसानों, बेरोजगारों, मजदूर वर्ग की हमेशा उपेक्षा की है। किसानों को फसल का उचित मूल्य नहीं मिलता, वाहन का रोड टैक्स देते हैं तो टोल टैक्स क्यों वसूला जा रहा है। बाड़मेर मे तेल निकलता है उसका 3 प्रतिशत राजस्व बाड़मेर के विकास पर खर्च होना चाहिए, किसानों का 82 हजार करोड़ कर्जा माफ हो, बेरोजगारों को जब तक रोजगार नहीं मिले तब तक 10 हजार रुपए प्रति माह सरकार भत्ता दे।

बालोतरा।---शहर की सबसे बडी स्कूल की छत क्षतिग्रस्त, खुले मैदान मंे परीक्षा दे रहे हैं छात्र

शहर की सबसे बडी स्कूल की छत क्षतिग्रस्त, खुले मैदान मंे परीक्षा दे रहे हैं छात्र




बालोतरा। शहर के भांडियावास रोड स्थित राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय बालोतरा भवन की छत छतिग्रस्त होने से  छात्रांे को  खुले मैदान में परीक्षा देने को मजबूर होना पड रहा हैं। शिक्षक भी किसी प्रकार की अनहोनी से बचने के लिए छात्रों को भवनों मंे न बिठा कर बाहर ही बिठा रहे हैं। इस संबंध में शिक्षा विभाग को अवगत करवाये जाने के बाद भी किसी प्रकार की कार्रवाई नही हो रही हैं। दूसरी और राज्य सरकार शिक्षा को लेकर कई प्रयास किये जा रहे हैं, लेकिन यहां के जनप्रतिनिधियों की निष्क्रीयता के चलते छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड किया जा रहा हैं।

आस-पास क्षेत्रांे से पहुंच रहे हैं हजारों छात्र

इस विद्यालय मंे पढने के लिए बालोतरा, कुम्पलिया, पाटोदी, बिठूजा, दूदवा, पचपदरा कोडूका, सांकरणा, जसोल सहित दूर-दराज क्षेत्र से हजारों छात्र पढने के लिए यहां आते हैं, लेकिन उनके सामने ऐसी शिक्षण व्यवस्था होने से उनकी न तो सही ढंग से क्लासे लग पाती हैं, न ही पढाई का माहौल तैयार हो रहा हैं।
छत का प्लास्तर गिरा, सरीये दिखने लगे
स्कूल भवन की अधिकांश छत की आरसीसी से प्लास्तर गिर गया हैं तथा कहीं पर गिर रहा हैं, प्लास्तर गिरने से छत के सरीये दिखने लग गये हैं।

कक्षाएं भी लगती हैं मैदान में

विद्यालय भवन की छत क्षतिग्रस्त होने से शिक्षक कक्षाएं कक्षा कक्ष मंे लगाने के बजाय बाहर खुले मैदान और पेडो के नीचे लगाते हैं।

भवनों पर लटका रहता हैं ताला

प्रार्चाय जेतमालसिंह राठौड ने बताया कि भवन की छत क्षतिग्रस्त होने से हमे मजबूरन छात्रों को बाहर खुले मैदान में बिठाना पड रहा हैं, इस संबंध में शिक्षा विभाग को अवगत करवाया जा चुका हैं।
समाज सेवी एवं युथ कांग्रेस ब्लॉक अध्यक्ष वगताराम जांगू ने बताया कि स्थानीय जनप्रतिनिधियों को इस ओर ध्यान देना चाहिए ताकि छात्रो के साथ अनहोनी नही होवे तथा सर्दी मे छात्रों को मजबूरन बाहर नही बैठना पडे।

Saturday 16 December 2017

सड़क के पेचवर्क में महज खानापूर्ती

नेताओ के चहेते ठेकेदारों पर नही होती कार्रवाई


जालोर। प्रदेश में घटिया सड़क निर्माण और पेचवर्क के मामले रुकने का नाम नही ले रहे है, चाहे सीमावर्ती जिला बाड़मेर हो या जैसलमेर या फिर जालोर हर जगह सड़कों के पेचवर्क में धांधली बरती जा रही है। अधिकांश सड़कों का पेचवर्क का काम जकनप्रतिनिधियो के चहेतों ठेकेदारो या फिर रिश्तेदारों के द्वारा किया जा रहा है, जालोर की जाखड़ी धानोल रानीवाड़ा सड़क के ही ये हाल है जहाँ पर पेचवर्क में महज खानापूर्ति की जा रही है।

राजस्व गांव का एकमात्र विद्यालय मर्ज, एक साल से स्कूल से दूर छात्र

मर्ज कर बंद किये विद्यालय के बच्चे नही जा रहे स्कूल,

लम्बी दूरी मुख्य कारण
-राजस्व गांव का एकमात्र विधालय एक साल से बंद


दिव्य पंचायत न्यूज़ नेटवर्क
धोरीमन्ना। मे मीठड़ा खुर्द ग्राम पंचायत मे राजस्व गांव भुकंरो का तला राजकीय प्राथमिक विद्यालय पिछले एक साल से सरकार द्वारा मर्ज कर बंद कर दिया गया।इसके अलावा विधालय विधानसभा बुथ भाग संख्या एक सौ अड़तालीस मतदान केंद्र स्थल भी है लेकिन पिछले साल एक साल से बंद है एवम् इस राजस्व गांव मे अन्य सरकारी भवन वह विधालय नही है सरकार की शिक्षा नीति मे बार बार बदलाव का सर्वाधिक असर यहा के दूरदराज ढाणियो मे रहने वाले ग्रामीण विधार्थियों पर पड़ रहा है ओर राजस्व गांव भुकंरो का तला क्षेत्र के बच्चो को शिक्षा के लिए चार किलोमीटर दूर मीठड़ा खुर्द जाना पड़ रहा है इसके कारण इस गांव के बच्चों की पढ़ाई भी बीच मे छूट गई है यहा भी मुख्य कारण इस राजस्व गांव से मीठड़ा खुर्द तक चार किलोमीटर दूरी होने के कारण बीच रास्ते मे जंगल ओर सुनसान जगह होने के कारण नन्हे बच्चे विधालय तक जाने के वन्यजीवों एवम् जंगली श्वानों का भय बना रहता है ऐसे मे बच्चो को दूर विधालय मे भेजना ग्रामीणों के लिए संभव नही है ग्रामीणो की मांग है कि मर्ज किया विधालय पुन: प्रारंभ किया जाये ताकि ग्रामीण बालक बालिकाएं पढ़ाई से वंचित नही रहे।

इनका कहना है 

पंचायत स्तर पर  शिक्षा अधिकारी से बात कर स्कूल फिर से चालू करवाने का प्रयास करूंगी।

*कमला चौधरी सरपंच ग्राम पंचायत मीठड़ा खुर्द*


इनका कहना है 

सरकारी स्कूल को बंद करने का निर्णय सरकार का तुगलकी फरमान जैसा फैसला है अनुभवहीन भाजपा सरकार जिस  उद्देश्य से स्कूल बंद कर रही है उसको पहले इतिहास से सीख लेनी चाहिए।क्योंकि अधिकतर स्कूल आज से पन्द्रह-बीस वर्ष पूर्व उन क्षेत्रों स्कूले बनाई गई थी जिसे अनेक ग्रामीण बच्चे शिक्षा लेकर आज अच्छा रोजगार पा रहे है

*भंवरलाल विश्नोई सामाजिक कार्यकर्ता मीठड़ा खुर्द*


इनका कहना है
राज्य सरकार एक तरफ बालक  बालिकाओं को निःशुल्क शिक्षा कि बात कह रही है एक तरफ तो  सरकार बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का नारा अलाप रही है जबकि दूसरी तरफ ग्रामीण क्षेत्र भुकंरो का तला विधालय पिछले एक साल से मर्ज कर बंद कर दिया गया अभिभावकों मे गहरा रोष व्याप्त है विधालय शुरू नही हुआ तो आंदोलन का रास्ता अपनाने पर ग्रामीण मजबूर होगें।

*भींयारा

म भुंकर ग्रामीण*

Friday 15 December 2017

सुइयां मेले में श्रद्धालु सेवारत रथ रवाना
उपखण्ड अधिकारी चौधरी ने दिखाई हरि झंडी
बालो
तरा। सेवा से प्रमार्थ की प्राप्ति होती है मानव जीवन में परोपकार का विशेष महत्व है जो हाथ सेवा के लिए उठते हैं वे सदैव पवित्र होते हैं यह उद्गार बालोतरा उपखंड अधिकारी भागीरथ राम चौधरी ने जयगुरुदेव संगत बालोतरा के द्वारा सुईयां पोषण चोहटन हेतु  श्रद्धालु सेवार्थ शिविर रथ को हरी झंडी दिखाते हुए व्यक्त किए उन्होंने कहा कि नशा मुक्त शाकाहार जीवन श्रेष्ठ विकल्प है इस अवसर पर जयगुरुदेव संगत के प्रवक्ता खियाराम चौधरी ने कहा कि सेवा से  भाईचारा  अपनापन  महसूस होता है  नशे से  मानव में  शारीरिक व मानसिक  विकृति होती है  शाकाहार तथा सेवा से  तनावमुक्त  सकारात्मक  ऊर्जा का विकास  संभव है  कार्यक्रम में  बजरंग कड़वासरा  ने कहा  की  जयगुरुदेव संगत के द्वारा  चलाया जा रहा  नशा मुक्ति  शाकाहार  प्रचार अभियान  व सेवा के लिए किए गए कार्य अनुकरणीय हैं  इस अवसर पर  अतिथियों ने  जयगुरुदेव संगत के रथों को हरी झंडी दिखाकर  चौहटन  में आयोजित होने वाली  सुईया पोषण मेले  हेतु  सेवार्थ रवानगी  दी गई। कार्यक्रम में पारसमल भंडारी ,खेताराम प्रजापत छगनलाल माली सुखराम सारण पूराराम  पुनड़, छात्रसंघ अध्यक्ष हिंदू सिंह भाटी , पुष्कर शर्मा किशन लाल बोराणा, जगदीश भार्गव,  पूनमाराम पालीवाल, जोगाराम भाम्भू, सहित कई लोग सुईयां पोषण मेले हेतु सेवार्थ कैम्प जयगुरुदेव रथों के साथ रवानगी की गई। खींयाराम चौधरी 9828622048

झूठी खबर प्रकाशित करना जनता से अपकार, मीडिया को कुछ भी बोलने का विशेषाधिकार नहीं : हिमाचल हाईकोर्ट


झूठी खबर प्रकाशित करना जनता से अपकार, मीडिया को कुछ भी बोलने का विशेषाधिकार नहीं : हिमाचल हाईकोर्ट

हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट ने कहा है कि झूठा समाचार प्रकाशित करना जनता के लिए अपकार है और मीडिया को उच्चस्तरीय मानक अपनाने चाहिए और खबर फैलाने से पहले इसकी सत्यता की जांच कर लेनी चाहिए।
बेंच ने कहा कि जब से देश में लिखित संविधान बना है, ये साफ है कि बोलने की आजादी संपूर्ण असीमित अधिकार नहीं है। अनुच्छेद 19(2) उन अधिकारों पर
वाजिब रोक लगाता है जो अनुच्छेद 19(1)(a) में
गारंटी दी जाती है। इसलिए मास मीडिया को उच्चस्तरीय मानक अपनाने चाहिए और खबर फैलाने से पहले इसकी सत्यता की जांच करना उसकी जिम्मेदारी है। गलत खबर प्रकाशित करने को को जनसेवा नहीं कहा जा सकता। खबर का हर पहलू व हिस्सा जनहित नहीं होता।

जस्टिस तरलोक सिंह चौहान ने ये टिप्पणी ट्रायल कोर्ट के दिव्य हिमाचल अखबार के खिलाफ आदेश की अपील को खारिज करते हुए की। ट्रायल कोर्ट ने एक हज्जाम के खिलाफ ग्राहकों से ज्यादा पैसे ऐंठने की खबर प्रकाशित करने पर डिक्री जारी की थी और हज्जाम को उसकी मानहानि के लिए दस हजार रुपये क्षतिपूर्ति के आदेश दिए थे।

हाईकोर्ट ने कहा कि प्रैस की आजादी हमेशा के लिए संपूर्ण, असीमित और निरंकुश नहीं है क्योंकि अगर उसे अप्रतिबंधित आजादी दी गई तो ये अनियंत्रित लाइसेंस देने के समान होगा।
कोर्ट ने कहा कि किसी भी जर्नल या अखबार के संपादक पर बडी जिम्मेदारी है कि वो असत्य खबरों पर रोक लगाएं और इसके पीछा आसान कारण ये है कि एक सामान्य व्यक्ति के मुकाबले उनकी बोली दूर तक जाती है। चूंकि ये बात छपी होती है तो लोग उस पर भरोसा करते हैं।इसलिए प्रैस की आजादी को सरंक्षित करने के लिए कुछ अंकुश लगाना जरूरी है। कोर्ट ने कहा कि ये प्रकाशक और संपादक की जिम्मेदारी थी कि वो खबर की सूचना को प्रकाशित करने से पहले चेक करें जो उन्हें एजेंट के जरिए मिली।
कोर्ट ने ये भी टिप्पणी कि किसी अखबार को
किसी जनहित मामले में समुदाय के अन्य लोगों से
अलग कोई विशेषाधिकार नहीं है। ये पत्रकार की
डयूटी है कि वही शिकायतें छापे जिसके सही होने
को लेकर वो संतुष्ट हों। अगर वो मानहानि प्रकृति
की शिकायतें, जो सही नहीं हैं, प्रकाशित करता है
तो उसे इसके परिणाम भुगतने होंगे। किसी भी
सामान्य व्यक्ति के खिलाफ कोई खबर प्रकाशित
करते पर कानून की नजर में एक पत्रकार की स्थिति
एक अन्य व्यक्ति की तरह ही है। वो कुछ भी कह
सकता है, इस तरह का विशेषाधिकार उसे नहीं है।

सुप्रीम कोर्ट ने सत्र अदालत को जमानत देने के राजस्थान हाई कोर्ट के आदेश को रद्द किया; कहा, कोई बड़ी अदालत छोटी अदालत को आदेश पास करने को नहीं कह सकता

सुप्रीम कोर्ट ने सत्र अदालत को जमानत देने के राजस्थान हाई कोर्ट के आदेश को रद्द किया;

कहा, कोई बड़ी अदालत छोटी अदालत को आदेश पास करने को नहीं कह सकता


सुप्रीम कोर्ट ने वृहस्पतिवार को कहा कि कोई भी ऊंची अदालत किसी निचली अदालत को किसी पक्ष द्वारा दायर याचिका पर कोई विशेष फैसला/आदेश देने को नहीं कह सकता। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि किसी अदालत की न्यायिक स्वतंत्रता में कोई कोर्ट, यहाँ तक की ऊंची अदालत भी दखल नहीं दे सकता।
न्यायमूर्ति आरके अग्रवाल और न्यायमूर्ति अभय मनोहर सप्रे ने राजस्थान हाई कोर्ट के आदेश को निरस्त करते हुए उक्त बातें कही। इस आदेश में हाई कोर्ट के एकल जज ने एक अवयस्क को अगवा कर रेप करने के कथित मामले में पुनरीक्षण चाहने वालों से सत्र न्यायालय में नियमित जमानत के लिए पेश होने को कहा और यहाँ तक कि सत्र अदालत को उसी दिन उन लोगों को जमानत दे देने का आदेश दिया।“किसी मामले में फैसला सुनाने को लेकर हर अदालत को न्यायिक स्वतंत्रता मिली हुई है यह एक स्थापित तथ्य है। ऊंची अदालत सहित कोई भी अदालत इसमें दखल नहीं दे सकता।”
सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले पर गौर करते हुए कहा, “यहाँ तक कि निचली अदालत को कोई मामला सौंपने पर भी ऊंची अदालत निचली अदालत को जमानत ‘देने’ या ‘नहीं देने’ का निर्देश नहीं दे सकता। अगर इस तरह का कोई निर्देश जारी होता है तो इसका मतलब होगा उस कोर्ट के अधिकार को हथियाना और यह निचली अदालत के स्वनिर्णय के अधिकार में हस्तक्षेप होगा। इस तरह के आदेश, इसलिए, कानूनी रूप से टिक नहीं सकते। कोर्ट ने हाई कोर्ट के आदेश के उस हिस्से को निरस्त कर दिया जिसमें उसने सत्र अदालत को जमानत देने का आदेश दिया था।
न्यायमूर्ति सप्रे ने कहा, “दोनों ही मामलों – जमानत देने या इसे देने से मना करने में, सत्र न्यायाधीश को अपने स्वतंत्र न्यायिक विचार का प्रयोग करने और मामले के तथ्यों को ध्यान में रखते हुए जमानत देने या उससे इनकार करने पर लागू होने वाले वैधानिक सिद्धांतों के अनुरूप फैसला देना होता है। इस मामले में, एकल जज इस वैधानिक सिद्धांत को अपने ध्यान में रखने में चूक गया।”
सुप्रीम कोर्ट ने यह आदेश राजस्थान हाई कोर्ट के अप्रैल 28 के उस आदेश के खिलाफ दायर अपील पर दिया है जिसमें हाई कोर्ट ने आशीष मीणा और विमल मीणा नामक दो लोगों के खिलाफ सत्र अदालत द्वारा जारी गैर जमानती वारंट को निरस्त कर दिया था।
यह मामला 2014 में मदन मोहन द्वारा दायर एक एफआईआर से जुड़ा है। मदन मोहन ने ही सुप्रीम कोर्ट में अपील भी दायर की है।
दो आरोपी विमलेश कुमार और जनक सिंह आईपीसी की धारा 120(B), 363, 366, 368, 370(4) और 376 (पीओसीएसओ अधिनियम की धारा 3/4 और 16/17 के साथ इसे पढ़ें) के तहत मामले दायर किए गए थे। यह मामला सवाई माधोपुर के जिला और सत्र न्यायाधीश के पास लंबित है।
मदन मोहन ने सत्र न्यायालय में आईपीसी की धारा 193 के तहत एक शिकायत दायर की थी। उसने शिकायत की थी कि यद्यपि आशीष मीणा और विमल मीणा का नाम चार्जशीट के साथ दाखिल अन्य सभी दस्तावेजों में प्रमुखता से शामिल है, पर चार्जशीट से उनके नाम गायब थे जबकि विमलेश और जनक सिंह के नाम उसमें बचे रहे जिन पर मुकदमा चला।
उन्होंने अपील की कि आशीष और विमल पर भी मुकदमा चलाया जाए।
सत्र न्यायाधीश ने 19 नवंबर 2016 को उसके आवेदन पर कार्रवाई करते हुए आशीष और विमल को गिरफ्तार करने के लिए उनके खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया।
आशीष और विमल ने राजस्थान हाई कोर्ट में आपराधिक पुनरीक्षण याचिका दायर की पर मदन मोहन को एक पक्षकार के रूप में अभियोजित किया गया।
उनकी पुनरीक्षण याचिका पर सुनवाई करते हुए हाई कोर्ट ने सत्र अदालत के फैसले के उस हिस्से को निरस्त कर दिया जिसमें उनके खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया गया था।
इसके बाद हाई कोर्ट ने आशीष और विमल को निर्देश दिया कि वे सुनवाई अदालत में आत्मसमर्पण कर दें और नियमित जमानत के लिए आवेदन करे और जिस पर अदालत उसी दिन गौर करेगा जिस दिन उसके लिए आवेदन किया जाएगा।
इस आदेश के खिलाफ मदन मोहन की अपील पर सुप्रीम कोर्ट ने कहा, “एकल जज ने न्यायिक विचार को तरजीह दिए बिना यह आदेश दिया और ऐसा करते हुए उसने कम से कम दो भारी गलतियां की।”
कोर्ट ने कहा, “पहला, वह यह नहीं देख पाया कि जिस व्यक्ति की शिकायत पर सेसन जज ने आदेश दिया था और आईपीसी की धारा 193 के तहत उसके आवेदन पर गौर किया था वह राज्य के साथ साथ आपराधिक पुनरीक्षण का एक आवश्यक पक्षकार था। इसलिए पुनरीक्षण में राज्य के साथ साथ उसे प्रतिवादी के रूप में अभियोजित किया जाना चाहिए था।“
कोर्ट ने कहा कि हाई कोर्ट की दूसरी गलती थी सत्र न्यायाधीश को यह निर्देश देना कि वह आशीष और विमल की जमानत अर्जी पर गौर करे और उसे उसी दिन जमानत दे दे।”
न्यायमूर्ति सप्रे ने कहा, “हमारे विचार से हाई कोर्ट को यह अधिकार नहीं है कि वह सत्र अदालत को जमानत की अर्जी की अनुमति स्वीकार करने का आदेश दे। निश्चित रूप से एक बार जब इस तरह का निर्देश दे दिया जाता है तब सत्र न्यायाधीश के लिए इसके सिवा करने को क्या बचता है कि वह प्रतिवादी नंबर दो और तीन को हाई कोर्ट के निर्देश के अनुसार जमानत देने की बात मान ले। दूसरे शब्दों में, हाई कोर्ट द्वारा जारी निर्देश को आवश्यक रूप से मानते हुए उसके पास जमानत की अर्जी को स्वीकार करने के अलावा और कोई अधिकार नहीं था।”
बेंच ने आशीष और विमल दोनों से सुनवाई अदालत में आत्मसमर्पण करने को कहा जो कि उनकी जमानत याचिका पर मामले के गुण-दोष के आधार पर निर्णय करेगा।

नामांतरण निरस्त करने एवं अतिक्रमण हटाने के निर्देश

नामांतरण निरस्त करने एवं अतिक्रमण हटाने के निर्देश

-जिला कलक्टर ने कई मामलांे मंे प्रभावी कार्रवाई कर आमजन को राहत पहुंचाने के निर्देश दिए।

बाड़मेर। जिला स्तरीय जन सुनवाई के दौरान जिला कलक्टर शिवप्रसाद मदन नकाते ने गडरारोड़ इलाके मंे खारिज होने के उपरांत भी नामांतरण दर्ज करने के मामले को गंभीरता से लेते हुए इसको निरस्त करने के निर्देश दिए। उन्हांेने ग्रामीणांे की ओर से प्रस्तुत की गई परिवेदनाआंे पर संबंधित अधिकारियांे को प्रभावी कार्रवाई कर आमजन को राहत पहुंचाने के निर्देश दिए।
जिला स्तरीय अटल सेवा केन्द्र मंे आयोजित जन सुनवाई के दौरान जिला कलक्टर शिवप्रसाद मदन नकाते ने आमजन की समस्याएं सुनी। इस दौरान जानसिंह की बेरी के ग्रामीणांे की ओर से प्रस्तुत किए गए परिवेदना पर उपखंड अधिकारी को नामांतरण निरस्त करने के निर्देश दिए। 
उन्हांेने इसके लिए दोषी कार्मिकांे के खिलाफ कार्रवाई प्रस्तावित करवाकर प्रकरण भिजवाने के निर्देश दिए। जन सुनवाई के दौरान जिला कलक्टर नकाते ने शिव, गिड़ा एवं धोरीमन्ना, बाड़मेर तहसील के विभिन्न गांवांे मंे ग्रामीणांे की ओर से प्रस्तुत किए गए परिवादांे मंे संबंधित अधिकारियांे को कटान रास्तांे से अतिक्रमण हटाने के निर्देश दिए। इसी तरह एड सिणधरी मंे बैंक प्रतिनिधि के खिलाफ शिकायत की जांच करने के निर्देश दिए गए। बिसारणिया निवासी नगाराम की ओर से फर्जी मस्टररोल के मामले मंे विकास अधिकारी को जांच कर दोषी कार्मिकांे के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए कहा गया। इस दौरान जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एम.एल.नेहरा, अतिरिक्त जिला कलक्टर ओ.पी.बिश्नोई, यूआईटी सचिव चेनाराम चौधरी, जिला रसद अधिकारी अशोक सांगवा, सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के सहायक निदेशक जीतेन्द्रसिंह नरूका, उपखंड अधिकारी नीरज मिश्र, कोषाधिकारी दिनेश बारहठ, जिला सूचना एवं विज्ञान अधिकारी दिलीप जैन समेत विभिन्न विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे। शुक्रवार को आयोजित जन सुनवाई के दौरान आमजन की ओर से 145 परिवेदनाएं प्रस्तुत की गई।
पाक विस्थापित को प्रमाण पत्र जारी करने के निर्देशः जन सुनवाई के दौरान बाटाडू मंे रहने वाले पाक विस्थापित प्रागाराम ने जिला कलक्टर से मूल निवास प्रमाण पत्र बनवाने संबंधित परिवेदना प्रस्तुत की। उसने बताया कि उसको भारतीय नागरिक प्राप्त हो चुकी है। इस पर जिला कलक्टर संबंधित अधिकारियांे को नियमानुसार प्रमाण पत्र जारी करने के निर्देश दिए।
अतिक्रमण हटाने के निर्देशः जन सुनवाई के दौरान ग्राम पंचायत जाखड़ा मंे सरकारी भूमि पर हुए अतिक्रमण, बरियाड़ा मंे 300 बीघा भूमि पर हुए अतिक्रमण हटाने के निर्देश दिए गए।

आम रास्ता खुलवाने के निर्देशः 

अरणियाली ग्राम पंचायत के रामपुरा गांव मंे आम रास्ता खुलवाने संबंधित परिवेदना ग्रामीण सिमरथाराम एवं लाखाराम की ओर से प्रस्तुत की गई। जिला कलक्टर नकाते ने वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिए धोरीमन्ना तहसीलदार को रास्ता खुलवाने के निर्देश दिए।
व्यवस्थापक के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाएंः जन सुनवाई के दौरान गालाबेरी ग्राम सेवा सहकारी समिति के व्यवस्थापक के खिलाफ परिवादी नरसाराम ने 30 हजार के ऋण के बदले 75 हजार रूपए वसुलने संबंधित शिकायत की। इस पर जिला कलक्टर ने प्रबंध निदेशक भंवरदान चारण को तत्काल मामले की जांच कर परिवादी को राहत दिलाने तथा व्यवस्थापक के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने के निर्देश दिए।

Thursday 14 December 2017

सरकार के चार साल बायतू विधानसभा क्षेत्र की दोनो तहसीलों में हाकम नही!

सरकार के चार साल
बायतू विधानसभा क्षेत्र की दोनो तहसीलों में हाकम नही!
दिव्य पंचायत न्यूज नेटवर्क













बालोतरा। सरकार चार साल पूरे होने का जष्न मना रही हैं, नेता मंचों से सरकारी योजनाओं का बखान करते नही थक रहे हैं, दूसरी ओर जनता से जुडा महत्वपूर्ण महकमा पिछले दो वर्षोे से बिना हाकम के चल रहा हैं, ऐसे मंे मातहत अधिकारी कैसा काम करते होंगे वह किसी से छुपा हुआ नही हैं, यहां बात हो रही हैं बायतू विधानसभा क्षेत्र की बायतू व गिडा तहसील की जहां पर लगभग दो वर्ष से तहसीलदार का पद रिक्त चल रहा हैं, दोनो तहसीले नायब तहसीलदारों के भरोस चल रही हैं, जनता से सीधे जुडे हुए विभाग में अधिकारियों के पद खाली होने से किसान भाईयों के काम समय पर नही हो पा रहे हैं।
अधिवक्ता चुनाराम जाखड ने बताया कि जानकारी के अनुसार तहसीलदार के पास मजिस्ट्रेट के पॉवर होते हैं, लेकिन नायब तहसीलदार के पास यह अधिकार नही होने से जनता के राजस्व संबंधित न्यायिक कार्य प्रभावित हो रहे हैं, वहीं दूसरी और पुलिस द्वारा शांती भंग के आरोप में गिरफ्तार होने वाले मुलजिमों जमानत के लिए उपखंड मजिस्ट्रेट के सामने बायतू पेष करना पड रहा है, इससे पुलिस और आमजन को भी बायतू की भाग दौड करनी पड रही तथा आर्थिक हानि भी उठानी पड रही हैं। सरकार को इस ओर ध्यान देना चाहिए तथा तहसीलदार का पद भरना चाहिए ताकि समय पर लोगों के काम पूर्ण हो सके।

शहीद हमारे देश का गौरवः प्रधान डेलू

शहीद मंगनाराम कडवासरा को शहादत दिवस पर दी श्रद्धांजलि

शहीद हमारे देश का गौरवः प्रधान डेलू





गिडा। स्थानीय किसान छात्रावास मंे 1971 के युद्ध मंे शहीद हुए गिडा के वीर सपूत मंगनाराम कडवासरा का शहादत दिवस मनाते हुए दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि अर्पित गई। इस अवसर पर गिडा प्रधान लक्ष्मणराम डेलू ने कहा कि देश की सीमाओं पर चौकस रहकर वीर जवान देश की रखवाली करते हुए शहीद हो जाते हैं, उनकी शहादत को चिर स्थाई रखने के लिए ऐसे कार्यक्रमांे का आयोजन अतिआवश्यक हैं। बायतू के पूर्व प्रधान सिमरथाराम बेनीवाल ने कहा कि शहीद हमारा गौरव हैं, उनकी शहीदी को याद करना ही सच्ची श्रद्धाजंलि हैं। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए गिडा सरपंच पूनमाराम घाट ने कहा कि देेेेेश के लिए प्राणों को न्यौशावर करने वाले वीर जवानांे की शहादत को याद रखना हमारी सबकी जिम्मेदारी बनती हैं, इसके लिए युवा पीढी को आगे आना होगा, हमारे ऐसे कार्यक्रमों के आयोजनो से सेना के जवानों का मनोबल बढता हैं। इस अवसर पर आदर्श जाट महासभा जिलाध्यक्ष करनाराम मांजू, चुनाराम जाखड, डॉ. जोगेश चौधरी, जाट नवयुवक मंडल अध्यक्ष वगताराम जांगू, खींयाराम कडवासरा, रावताराम कडवासरा, डूंगरराम बाना, हनुमानराम कूकणा, ओमप्रकाश घाट, अशोक जाखड सहित कई लोग उपस्थित रहे।

फोटोः- शहीद मंगनाराम कडवासरा को श्रद्धांजलि देते हुए।

Monday 11 December 2017

आधारभूत सुविधाआंे से जुड़े विकास कार्याें के प्रस्ताव भिजवाएंःनेहरा

 आधारभूत सुविधाआंे से जुड़े विकास कार्याें के प्रस्ताव भिजवाएंःनेहरा
-जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एम.एल.नेहरा ने की विकास कार्याें की प्रगति की समीक्षा।

बाड़मेर। सीमांत क्षेत्र विकास कार्यक्रम के तहत वर्ष 2018-19 की कार्य योजना के लिए आधारभूत सुविधाआंे से जुडे़ विकास कार्याें के प्रस्ताव भिजवाएं। अंतरराष्ट्रीय सीमा के समीप बसी ढाणियांे से 10 किमी के दायरे मंे आने वाले गांवांे के विकास कार्याें को शामिल किया जाए। जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एम.एल.नेहरा ने सोमवार को कलेक्ट्रेट कांफ्रेस हाल मंे ग्रामीण विकास योजनाआंे की समीक्षा बैठक के दौरान यह बात कही।जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एम.एल.नेहरा ने कहा कि सीमांत क्षेत्र विकास कार्यक्रम के तहत सड़क,चिकित्सा, पानी एवं शिक्षा से जुड़ी सुविधाआंे के विकास कार्याें के प्रस्ताव भिजवाएं। उन्हांेने कहा कि विकास कार्याें की तकनीकी स्वीकृति भिजवाते समय जीयो टेंिगंग के दो फोटो भिजवाएं। इसके अलावा यह भी प्रमाण पत्र संलग्न करें कि यह कार्य अन्य योजना मंे स्वीकृत एवं प्रस्तावित नहीं है। इसके अलावा संबंधित संस्थान के प्रभारी से भी यह प्रमाण पत्र लिया जाए कि संबंधित कार्य उपयोगी है। उन्हांेने कहा कि महात्मा गांधी नरेगा योजना के अलावा 10 लाख से अधिक राशि के कार्याें के टेंडर करवाए जाए। मुख्य कार्यकारी अधिकारी नेहरा ने विकास कार्याें की प्रगति की विभागवार समीक्षा करते हुए प्रगतिरत कार्याें के उपयोगिता प्रमाण पत्र एवं पूर्ण हो चुके कार्याें के कार्य पूर्णता प्रमाण पत्र भिजवाने के निर्देश दिए। उन्हांेने मिठड़ाउ समेत अन्य स्मार्ट विलेज मंे वृहद स्तर पर विकास कार्य कराने के निर्देश दिए। उन्हांेने कहा कि मंत्रालयिक कर्मचारियांे की वरीयता सूची एवं ग्रामसेवक के कार्यग्रहण की सूचना भिजवाएं। समीक्षा बैठक के दौरान अतिरिक्त जिला कार्यक्रम समन्वयक सुरेश कुमार दाधीच ने महात्मा गांधी नरेगा मंे प्रगतिरत कार्याें को प्राथमिकता से पूर्ण करवाने के निर्देश दिए। इस दौरान वरिष्ठ लेखाधिकारी मेवाराम बालन, अधिशाषी अभियंता रामबाबू शर्मा समेत विभिन्न विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।

कांग्रेस में राहुल युग 13 साल में सांसद से पार्टी अध्यक्ष तक का सफर

कांग्रेस में राहुल युग 13 साल में सांसद से पार्टी अध्यक्ष तक का सफर


47 साल के राहुल गांधी भारत के सबसे पुराने राजनीतिक दल कांग्रेस के नए अध्यक्ष चुन लिए गए हैं। उन्हें निर्विरोध चुना गया। आज नामांकन वापसी की आखिरी तारीख थी और राहुल के खिलाफ किसी ने पर्चा नहीं भरा था। पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के बेटे और वर्तमान कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी के पुत्र राहुल गांधी अपना कार्यभार गुजरात विधानसभा के परिणाम आने से पहले संभाल सकते हैं।

राहुल गांधी का सियासी सफरनामा

2004- पहली बार नेहरू-गांधी परिवार के सियासी गढ़ अमेठी संसदीय क्षेत्र से सांसद चुने गए, इसके बाद इसी सीट से 2009 और 2014 में भी विजयी
2007- कांग्रेस के महासचिव बने
2013-कांग्रेस उपाध्यक्ष बने
2017- निर्विरोध कांग्रेस अध्यक्ष चुने गए

राहुल की शिक्षा

राहुल की प्रारंभिक शिक्षा दिल्ली के सेंट कोलम्बा स्कूल में हुई। उसके बाद उन्होंने दून विद्यालय से पढ़ाई की। सन 1981-83 तक सुरक्षा कारणों के चलते राहुल को अपनी पढ़ाई घर से ही करनी पड़ी। राहुल ने हार्वर्ड विश्वविद्यालय के रोलिंस कॉलेज फ्लोरिडा से सन 1994 में अपनी कला स्नातक की उपाधि प्राप्त की। सन 1995 में कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय के ट्रिनिटी कॉलेज से एम.फिल. की डिग्री हासिल की।

राहुल की ताकत

युवाओं से जुड़ाव: राहुल गांधी काफी हद तक युवाओं को अपने साथ जोडऩे में सफल रहे हैं। वह कांग्रेस को युवाओं तक पहुंचाने में काफी हद तक सफल रहे हैं।
प्रयोग के लिए तैयार: कांग्रेस उपाध्यक्ष के तौर पर राहुल गांधी संगठन में प्रयोग करते रहे हैं। पार्टी टिकट हासिल करने के लिए उन्होंने प्राइमरी चुनाव शुरू किए थे।
कर्मठता : राहुल गांधी काफी मेहनत करने वाले नेता हैं। कई चुनावों में उन्होंने लगातार कई-कई दिन लंबी यात्राएं और जनसभाएं की हैं।

नेहरू-गांधी परिवार से अध्यक्ष बनने वाले छठे सदस्य

मोतीलाल नेहरू
जवाहर लाल नेहरू
इंदिरा गांधी
राजीव गांधी
सोनिया गांधी
राहुल गांधी

अनुष्का शर्मा बनीं विराट कोहली की दुल्हनियां!

अनुष्का शर्मा बनीं विराट कोहली की दुल्हनियां!

एक्सक्लूसिव

विराट कोहली और अनुष्का शर्मा की शादी की खबरें पिछले कुछ दिनों से चर्चा में बनीं हुई हैं। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो कोहली और अनुष्का ने सोमवार को इटली के टस्कन शहर में शादी कर ली है।  न्यूज एजेंसी एएनआई ने कुछ तस्वीरें जारी की हैं जिनके मुताबिक वीरूषका की शादी में कंटेनर से फूल ले जाए गए हैं। फिल्मफेयर की एक रिपोर्ट के मुताबिक विराट और अनुष्का आज रात 8 बजे इसकी आधिकारिक घोषणा करेंगे। हाल ही में अनुष्का अपने पूरे परिवार के साथ मुंबई से इटली के लिए निकलीं थी।  टीम इंडिया के कप्तान कोहली और एक्ट्रेस अनुष्का की शादी काफी दिन से चर्चा का विषय बनीं थी। कयास लगाया जा रहा था कि 12 दिसम्बर को इटली में शादी होगी। लेकिन इस बीच सोमवार को ही शादी की खबरें आनी लगीं। बता दें कि इससे पहले अनुष्का के कुछ पड़ोसियों ने भी इस बात को स्वीकार किया था कि अनुष्का के पिता ने उन्हें शादी के लिए इनवाइट किया था।

गिड़ा- अगरबती की सिंगारी से सुलग गई दुकान

गिड़ा अगरबती की सिंगारी से सुलग गई दुकान
शटर तोड़ ग्रामीणों ने बचाया हजारों का सामान

दिव्य पंचायत न्यूज नेटवर्क

गिड़ा। कस्बे में देर शाम एक प्लास्टिक बर्तन की दुकान में आग लगने से आधी दुकान में रखा सामना जल गया। देर शाम करीबन साढे सात बजे दुकानदार छैलसिंह दुकान में अगरबती करने के बाद दुकान बंद करके घर चला गया पीछे अगरबती की सिंगारी दुकान रखे सामान पर गिर गई तथा धीरे-धीरे विकराल रूप धारण करते हुए दुकान में रखा सामान जलने लग गया। दुकान से धुंआ निकलता देखकर आस-पास के दुकानदारों व ग्रामीणों ने सजगता दिखाते हुए दुकान का शटर तोड़ कर पानी व मिट्टी डालकर आग को बुझा कर पूरी दुकान में फैलने से पहले ही रोक दिया अन्यथा दुकानदार को बड़ा नुकसान हो सकता था। इस दौरान नरसिंगाराम कड़वासरा, वीरम डेलू, ओम घाट, बलवंतसिंह वीदा, रहीमखां, देवराम कड़वासरा सहित कई ग्रामीण उपस्थित रहे।

Sunday 10 December 2017

भाजपा में जाट समाज का नेतृत्व कौन करेगा?

भाजपा में जाट समाज का नेतृत्व कौन करेगा?
बड़ा सवाल प्रोफेसर जाट व डॉ. दिगम्बर के निधन के बाद भाजपा मेंदमदार जाट लीडर कौन!
कर्नल सोनाराम चौधरी हैं सबसे ऊपर, लेकिन संघ और मूल भाजपाई रखते हैं दूरी?
आखिर अब सीएम किसे बनायेगी जाट राजनीति का मोहरा

बंशीलाल चौधरी
सम्पादक
दिव्य पंचायत
 9166522591




विधानसभा चुनाव को एक वर्ष से कम समय रहा गया हैं तो अब जातिगत समीकरण और जोड़-तोड़ बिठाने की कवायद शुरु होने वाली हैं, भाजपा व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के लिए सबसे बड़ी चिंता जाट समाज का नेतृत्व। हाल ही में पूर्व केन्द्रीय मंत्री एवं राजस्थान किसान आयोग के अध्यक्ष प्रोफेसर सांवरलाल जाट व बीस सूत्री कार्यक्रम के उपाध्यक्ष एवं मुख्यमंत्री के नजदीकी डॉ. दिगम्बर सिंह के निधन के बाद सरकार के प्रदेश स्तरीय कोर कमेटी और समीकरणों को बनाने में जाट नेतृत्व की कमी खलती नजर आ रही हैं। अब भाजपा के लिए जाट समाज का नेतृत्व करने का माद्दा रखने वाले नेता बाड़मेर-जैसलमेर सांसद कर्नल सोनाराम चौधरी के अलावा कोई चेहरा नजर नही आ रहा हैं। कर्नल सोनाराम चौधरी जाट समाज को एक रखने का माद्दा रखते हैं तो पूरे देश में इनकी छवि भी एक कद्दावर जाट नेता के रूप में हैं ऐसे में भाजपा के लिए उनका पार्टी में होना बड़ा फायदे मंद हो साबिता हो सकता हैं। लेकिन राजनीतिक सूत्र बताते हैं कि संघ और भाजपा के कोर को कर्नल सोनाराम चौधरी पंसंद नही हैं, ऐसे में मुख्यमंत्री के सामने सबसे बड़ा संकट यह होगा की वह किस नेता को जाट समाज का ताज पहनाये। वैसे भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेशाध्यक्ष कैलाश चौधरी का प्रदेश की राजनीति में दखल रहता हैं, पर कैलाश चौधरी की छवि जाट नेता की नही रही हैं, ऐसे में इनके ईशारे पर जाट राजनीति का धु्रवीकरण हो ऐसा नही कहा जा सकता हैं, ऐसे में देश की सबसे बड़ी पार्टी के सामने राजस्थान में लगभग 21 प्रतिशत वोटरों वाली जाति के लिए नेतृत्व ढूंढना बड़ा मुश्किल हो रहा है। दूसरी और तीसरे मोर्चे के नाम पर निर्दलीय विधायक हनुमान बेनिवाल शोषित, पीडि़त दलित और किसानों के नाम पर जाट जाति का नेतृत्व की बाते कह रहे हैं, उनकी सभाओं में दिख रही भीड़ से भी जाट समाज के नेतृत्व की आवाज आती हैं, लेकिन इनकी बात भी जाट समाज के गले नही उतर रही हैं। देखना होगा भाजपा के जाट समाज का नेतृत्व किनके हाथों में होगा।

एसडीएम जाट का स्वच्छ भारत अभियान जारी छुट्टी के दिन उपखंड अधिकारी जाट पहुंच गये राम नगर ग्राम पंचायत कुछ घ्ंाटों में चमका दिया गांव

एसडीएम जाट का स्वच्छ भारत अभियान जारी
छुट्टी के दिन उपखंड अधिकारी जाट पहुंच गये राम नगर ग्राम पंचायत
कुछ घ्ंाटों में चमका दिया गांव

छुट्टी के दिन उपखंड अधिकारी जाट पहुंच गये राम नगर ग्राम पंचायत

कुछ घ्ंाटों में चमका दिया गांव

 

 

दिव्य पंचायत न्यूज नेटवर्क

टोंक। उपखंड अधिकारी प्रभातीलाल जाट ने रविवार अल सुबह उपखंड के ग्रामीण क्षेत्रों में पीला पंजा लेकर पहुंच गये। अपनी विशिष्ठ कार्यशैली के लिए जाने जाने वाले एसडीएम जाट ने रविवार को छुट्टी के दिन एन्जॉय करने के बजाय स्वच्छ भारत अभियान के तहत कार्यवाही करने का बीड़ा उठाया और जेसीबी लेकर अरणिया माल क्षेत्र की राम नगर ग्राम पंचायत पहुंच गये, उक्त पंचायत में सड़कों के दोनो किनारों पर अतिक्रमण और कचरे के ढेर लगे हुए थे, जिनको हटाने सहित बबूल की झाडिय़ों को कटवा कर राम नगर को स्वच्छ कर दिया।


अल सुबह गांव में जेसीबी सहित उपखंड अधिकारी की गाड़ी को देखकर ग्रामीण अचरज में पड़ गये कि ऐसा क्या हो गया कि यहां पर अधिकारी और जेसीबी क्यों आई, आस-पास से बड़ी संख्या में लोग मौके पर पहुंच गये। जब उन्हे पता चला कि उपखंड अधिकारी प्रभातीलाल जाट गांव को स्वच्छ एवं साफ रखने का संदेश लेकर आए हैं तथा बर्षो से काबिज अतिक्रमण और कचरे के ढेरों को हटाने को आए हैं तो ग्रामीण भी उपखंड अधिकारी के साथ सहयोग करने में जुट गये।


कुछ ही घंटों में चमक गया राम नगर

उपखंड अधिकारी के निर्देशन में राम नगर ग्राम पंचायत में स्वच्छता अभियान के तहत कचरे के ढेर सहित बबूल में पेड़ काट कर सड़कों को चौड़ा करने सहित साफ-सफाई होने से कुछ ही घंटों में गांव की सूरत ही बदल गई।

उपखंड अधिकारी ने भी ली सेल्फी

ग्रामीणों की खुशी और राम नगर में साफ सफाई करवाने के बाद गद्गद् उपखंड अधिकारी प्रभातीलाल जाट ने भी गांव की चौड़ी सड़क के साथ सेल्फी लेने से नही चुके।

सरकार के चार साल- ग्रामीण क्षेत्रों में सडक़ों के खस्ताहाल!

सरकार के चार साल- ग्रामीण क्षेत्रों में सडक़ों के खस्ताहाल!





दिव्य पंचायत. न्यूज नेटवर्क
बालोतरा। क्षेत्र में वर्षों पहले बनी सडक़ें और गारंटी पीरियड की सडक़ों का नवीनीकरण और मरम्मती करण के चंद दिनों बाद ही टूटने से राहगिर और ग्रामीण परेशान हो रहे हैं। जानकारी के अनुसार गिड़ा एवं पाटोदी क्षेत्र में अधिकांश सम्पर्क सडक़ों की खस्ताहाल हैं। बागुडी से मलवा और खारापार होते हुए गिड़ा जाने वाली सडक़ जगह-जगह से टूटी हुई है। सडक़ के पास बनी पटरी के जगह-जगह बड़े-बड़े खड्डे हैं तो मुख्य सडक़ भी टूट कर कंकरिट में तब्दिल हो चुकी है। इस सडक़ पर गई बार वाहन चालकों के फिसलने से दुर्घटनाएं भी हो चुकी हैं। ग्रामीण बाबूराम वेरड़ ने बताया कि इस सडक़ की स्थिति को लेकर कई बार प्रशासन और जनप्रतिनिधियों को अवगत करवाया लेकिन कोई समाधान नही हो रहा हैं। इसी सडक़ मार्ग पर प्रसिद्ध मलवेश्वर महादेव मंदिर हैं, यहां जाने वाली सडक़ भी जगह-जगह से टूटी हैं, ऐसे में श्रद्धालु अपने वाहनों को धीरे-धीरे चलाकर भगवान में दर पर पहुंचते हैं।

सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधिकारियों और यहां के स्थानीय जनप्रतिनिधियों के चहेते ठेकेदार निर्माण कार्यों में धांधली बरत कर जमकर चांदी कूट रहे हैं, जिसका नजीजा यह रहता हैं कि पेचवर्क हो या सडक़ों का नवीनीकरण चंद महिनों में सडक़े पुरानी स्थिति में आ जाती हैं, सडक़ों का डामर बिखर जाता हैं। हाल ही पचपदरा से पाटोदी की ओर जाने वाली सडक़ का पेचवर्क कार्य किया गया, लेकिन पेचवर्क के परखच्चे चंद दिनों में उडऩे शुरु हो गये हैं। उक्त सडक़ के पेचवर्क में घटिया सामग्री उपयोग को लेकर सतापक्षीय पार्टी के पदाधिकारी तक आरोप लगा चुके हैं।

गिड़ा-परेऊ का पेचवर्क उखड़ा

गिड़ा से परेऊ की ओर जाने वाली 14 किमी लम्बी दूरी की इस सडक़ का दो माह पूर्व किया गया था जिसका पेचवर्क टूट गया हैं, सडक़ कई जगहों पर खड्डों में तब्दिल हो गया हैं।

बताया जा रहा हैं उक्त सडक़ का पेचवर्क यहां के जनप्रतिनिधियों के रिश्तेदार ठेकेदार द्वारा किया गया हैं, जिसके चलते जनप्रतिनिधियों के वृद्धहस्त के चलते अपनी मन मर्जी से कार्य किया गया हैं। 
पाटोदी-भाखरसर सडक़ फिर से टूटी

पाटोदी से भाखरसर की ओर जाने वाली सडक़ के पेचवर्क कार्य को 7-से आठ माह पूर्व किया गया था लेकिन इस सडक़ की स्थिति आज बेहद खराब हैं, इस सडक़ पर जगह-जगह हो रखे गड्डों से कई बार दर्दनाक हादसे भी हो चुके हैं जिससे लोगों को अपनी जान भी गंवानी पड़ी हैं। 

Saturday 9 December 2017

सांसद बनकर एडिशनल डाइरेक्टर को धमकाने वाला डॉक्टर चौधरी सस्पेंड

सांसद बनकर एडिशनल डाइरेक्टर को धमकाने वाला डॉक्टर चौधरी सस्पेंड


जयपुर । राज्य सरकार के कार्मिक विभाग ने शनिवार को एक आदेश जारी कर भरतपुर के अतिरिक्त मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मनीष चौधरी को निलम्बित कर दिया है। डॉ. चौधरी को उनकी गिफ्तारी की तिथि 5 दिवस से निलम्बित माने जाने के आदेश जारी किये गये है। 

विभाग के अतिरिक्त निदेशक श्री गिरीश पाराशर ने 23 नवम्बर को फोन पर सांसद बनकर गालीगलौच करने एवं धमकाने के मामले मे 21 नवम्बर को अशोक नगर थाने में मामला दर्ज करवाया था। अशोक नगर थाने ने इस मामले में अनुसन्धान कर डॉ. मनीष चौधरी को भरतपुर से गिरफ्तार कर लिया। उन्हे भारतीय दण्ड धारा 353, 506, 507, 504, 384 एवं 419 के अपराध मे प्रथम दृस्टया लिप्त पाये जाने पर गिरफ्तार किया गया। डॉ. मनीष चौधरी को 48 घंटे से अधिक अभिरक्षा मे रहने पर राजस्थान सिविल सेवा नियम के अन्तर्गत गिरफ्तारी के दिन 5 दिसम्बर से ही निलम्बित माने जाने के आदेश जारी किये गये है। 

नहर के किनारे जमीन दी पर पानी पर कुंडली मारकर बैठ गया सिंचाई विभाग


नहर के किनारे जमीन दी पर पानी पर 

कुंडली मारकर बैठ गया सिंचाई विभाग



भैरूसिंह भाटी तेजपाला



जैसलमेर। कुंए के पास होकर भी कोई यदि बरसो से प्यासा रहे तो सुनने मे बड़ा अचरज लगेगा पर यह हकीकत है जिले के तेजपाला गांव के कुछ परिवारो की। तेजपाला के दलित परीवारो को करीब 33 वर्ष पूर्व नहरी क्षेत्र मे भूमि दी गयी पर खेती के लिए सिंचाई विभाग ने पानी नही दिया नतिजन भूमि लेने वाले लोग पानी की उम्मीद मे बुजुर्ग हो चले है पर प्रसाशन की नींद नही टूटी है। अब वंचित लोगो ने चुनाव के बहिष्कार की चेतावनी दी है।
मंत्री, अफसर से लेकर पटवारी तक सभी कर्मचारियों तक ये काश्तकार एड़ियां रगड़ रगड़ कर परेषान हो चुके है पर इनकी सुनवाई किसी ने नही की है। अब किसानों ने आगामी विधानसभा चुनाव सहित आने वाले चुनावों का बहिष्कार करने का निर्णय लिया है। किसानों का कहना है कि जब तक उनका हक नहीं मिलेगा वो कभी वोट नहीं करेंगे।
वर्ष 1984-85 में सागमरल गोपा ब्रांच व मुख्य नहर के पास चक नम्बर 48 एलएलबी पर पुख्ता जमीन आवंटन हुई तब ग्रामीणों ने सुनहरे भविष्य का ताना बाना बुना था लेकिन सिंचाई विभाग की अंधेर गर्दी ने इन दर्जनो किसानो के सपने को चूर-चूर कर दिया। नहर के पास में जमीन होते हुए भी सिंचाई की सुविधा से वंचित कर दिया गया। सिंचाई विभाग के अधिकारी आज भी बहाने भी बहाना बना रहे है। लापरवाही के आलम का अंदाजा इससे ही लगाया जा सकता है कि ये किसान पानी के पैसे जमा कर रहे है। मतलब पानी के रूपये ले रहे है परंतु सिंचाई के लिए पानी नहीं दे रहे है, ये कहां का न्याय। अब भगवान जाने इन किसानों को कब जाकर न्याय मिलेगा।
किसानों को जमीन तो आवंटन कर दी परंतु उनको पानी का अधिकार नहीं दिया। इन किसानों ने शासन, प्रषासन, नेता, अधिकारी हर किसी की दर पर मत्था टेका, दर-दर की ठोकरें खायी। परंतु किसी ने इन किसानों की जायज मांग को अंजाम तक नहीं पहुंचाया। हालांकि वर्तमान जिला कलेक्टर ने इस मामले को जरूर तवज्जो दी थी लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला। दलित समाज के दस परिवार जमीन आवंटन के बरसों बीत जाने के बाद भी अपनी सिंचित जमीन में फसल नहीं उगा पा रहे है। इनको सरकार ने इंदिरा गांधी मुख्य नहर के समीप जमीन तो आवंटन कर दी परंतु पानी की व्यवस्था नहीं की। जिसके चलते किसान सालों से परेषानी का दंष झेल रहे है और अपनी रोजी रोटी का जुगाड़ मुष्किल कर रहे है।
ये है पीड़ित किसान-
गवरी पत्नि पूराराम, बादली पत्नि कानाराम लूणाराम वगैरह, हरचंदराम पुत्र नखतुराम, दाउराम पुत्र अमराराम, बीजलराम पुत्र देषलाराम, भंवरूराम पुत्र बागाराम, चेलूराम पुत्र बागाराम, खींया पत्नि नखतुराम, केषरसिंह पुत्र मोहब्बतसिंह सभी निवासी तेजपाला।

मंत्री, अफसर से लेकर पटवारी तक सभी कर्मचारियों तक ये काश्तकार एड़ियां रगड़ रगड़ कर परेषान हो चुके है पर इनकी सुनवाई किसी ने नही की है। अब किसानों ने आगामी विधानसभा चुनाव सहित आने वाले चुनावों का बहिष्कार करने का निर्णय लिया है। किसानों का कहना है कि जब तक उनका हक नहीं मिलेगा वो कभी वोट नहीं करेंगे।
वर्ष 1984-85 में सागमरल गोपा ब्रांच व मुख्य नहर के पास चक नम्बर 48 एलएलबी पर पुख्ता जमीन आवंटन हुई तब ग्रामीणों ने सुनहरे भविष्य का ताना बाना बुना था लेकिन सिंचाई विभाग की अंधेर गर्दी ने इन दर्जनो किसानो के सपने को चूर-चूर कर दिया। नहर के पास में जमीन होते हुए भी सिंचाई की सुविधा से वंचित कर दिया गया। सिंचाई विभाग के अधिकारी आज भी बहाने भी बहाना बना रहे है। लापरवाही के आलम का अंदाजा इससे ही लगाया जा सकता है कि ये किसान पानी के पैसे जमा कर रहे है। मतलब पानी के रूपये ले रहे है परंतु सिंचाई के लिए पानी नहीं दे रहे है, ये कहां का न्याय। अब भगवान जाने इन किसानों को कब जाकर न्याय मिलेगा।
किसानों को जमीन तो आवंटन कर दी परंतु उनको पानी का अधिकार नहीं दिया। इन किसानों ने शासन, प्रषासन, नेता, अधिकारी हर किसी की दर पर मत्था टेका, दर-दर की ठोकरें खायी। परंतु किसी ने इन किसानों की जायज मांग को अंजाम तक नहीं पहुंचाया। हालांकि वर्तमान जिला कलेक्टर ने इस मामले को जरूर तवज्जो दी थी लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला। दलित समाज के दस परिवार जमीन आवंटन के बरसों बीत जाने के बाद भी अपनी सिंचित जमीन में फसल नहीं उगा पा रहे है। इनको सरकार ने इंदिरा गांधी मुख्य नहर के समीप जमीन तो आवंटन कर दी परंतु पानी की व्यवस्था नहीं की। जिसके चलते किसान सालों से परेषानी का दंष झेल रहे है और अपनी रोजी रोटी का जुगाड़ मुष्किल कर रहे है।
ये है पीड़ित किसान-
गवरी पत्नि पूराराम, बादली पत्नि कानाराम लूणाराम वगैरह, हरचंदराम पुत्र नखतुराम, दाउराम पुत्र अमराराम, बीजलराम पुत्र देषलाराम, भंवरूराम पुत्र बागाराम, चेलूराम पुत्र बागाराम, खींया पत्नि नखतुराम, केषरसिंह पुत्र मोहब्बतसिंह सभी निवासी तेजपाला।

DIVYA PANCHAYAT DAILY