Tuesday, 30 January 2018

लाल किले पर थिरके बालोतरा के कलाकारों के कदम

लाल किले पर थिरके बालोतरा के कलाकारों के कदम 



जयपुर। दिल्ली के ऎतिहासिक लाल किला प्रांगण में आयोजित छह दिवसीय भारत पर्व में प्रदेश की बहुरंगी संस्कृति के चटक रंग लोगों के दिलो दिमाग पर अपनी अमिट छाप छोड़ रहे हैं। यहाँ प्रदेश के लोक कलाकारों ने  रंगीलो राजस्थान की धूम मचाई हुई है।
राजस्थान पर्यटन सूचना केंद्र की अतिरिक्त निदेशक डॉ. गुंजीत कौर ने बताया कि पर्व में राजस्थान पेवेलियन के आगे व ऎतिहासिक लाल किला की पृष्ठभूमि में बालोतरा(बाड़मेर) के लोक कलाकार चटक रंगों के बड़े घेर वाले घाघरानुमा परिधानों में सजधज कर दिलकश अंदाज में लोक वाद्यों की थाप पर मनमोहक नृत्य की प्रस्तुतियां कर रहे हैं। मेले में आगन्तुक लोग बरबस ही इनकी ओर आकर्षित हो रहे हैं। साथ ही मण्डप के आगे कठपुतली के  दिलचस्प अंदाज के हाव भावों को देखने भी भारी भीड़ उमड़ रही है।
लाल किला प्रांगण में राजस्थान के कच्छी घोड़ी व बहुरूपिया कलाकार और राजस्थानी मेंहदी लगाने वाली कलाकारों द्वारा भी गहरा प्रभाव छोडा  जा रहा है।
 प्रधानमंत्री  नरेन्द्र मोदी की पहल पर देश की सांस्कृतिक विविधताओं और समग्र विकास के साथ ही गणतंत्र दिवस परेड में निकली झांकियाें के साथ ही तीनों सेनाओं के बैंड का दिग्दर्शन करवाने के लिये पिछले कुछ वर्षों से केंद्रीय पर्यटन मंत्रलय द्वारा आयोजित किये जा रहे भारत पर्व में राजस्थान की अनूठी व बहुरंगी संस्कृति लोगों के दिलों को छूकर सभी के आकर्षण का केंद्र बनी हुई है। लाल किला पर इन दिनों पूरे भारत के दर्शन हो रहे हैं।
गणतंत्र दिवस समारोह को जनता का उत्सव बनाने की कड़ी में पिछली 26 जनवरी से बुधवार  31 जनवरी तक दिल्ली के ऎतिहासिक लाल किला प्रांगण में आयोजित इस छह दिवसीय भव्य आयोजन में राज्यों के थींम पेवेलियन, सांस्कृतिक प्रस्तुतियां, खानपान, हस्तशिल्प कला के स्टॉल्स लगाये गए हैं। साथ ही पहली बार प्रदेश के बावर्चियों द्वारा पाक कला का लाइव डेमोस्ट्रेशन भी रखा गया है।
 राजस्थान के थीम पेवेलियन में पर्यटन व सूचना एवं जनसंपर्क विभाग द्वारा प्रदर्शित  की गई प्रदर्शनी को दर्शकों द्वारा सराहा जा रहा है। साथ ही प्रदेश के मशहूर हस्तशिल्पिओं द्वारा लगाये स्टॉल में अलवर के श्री बिशम्बर दयाल और जयपुर के इसारे मखुमीे द्वारा क्रमशः राजस्थानी जूतियों एवं राजस्थानी चूड़ियों का प्रदर्शन किया  जा रहा है और इनकी खूब बिक्री भी हो रही है।
इसी प्रकार लाल किले में बनाये गए फूड कोर्ट में राज्य के बाबूलाल केटलर द्वारा लगाये फूड स्टॉल में राजस्थानी व्यंजनों दाल, बाटी व चूरमा, प्याज की कचोरी, जोधपुरी कचोरी, मूंग की दाल का हलवा, कैर सांगरी, बेसन गट्टे की सब्जी आदि का रसास्वादन करने लोग उमड़ रहे हैं।

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