सच्चे मन से की गई भक्ती से भगवान खुश होते हैं- प्रेम बाईसा
दूदवा के भागवत कथा का चौथा दिन
बालोतरा। दूदवा गांव में चल रही भागवत कथा के चौथे दिन कथा वाचक बाल साध्वी प्रेमबाईसा ने भक्त और भगवाने के बारे मे बताते हुए कहा कि मनुष्य जीवन में अपने सद्कर्मा के साथ-साथ अपने मां-बाप और भगवान को स्मरण करते रहना चाहिए।जो भक्त सच्चे मन से भगवान को याद करते हुए उनके पास भगवान दौड कर चले आते हैं। इसके लिए हमारा मन साफ होना चाहिए। कथा के दौरान विभिन्न भगवानों की झांकियां जिसमे भगवान नारायण, मां काली की झांकी आकर्षण का केन्द्र रही। कथा के दौरान साध्वी प्रेमबाईसा ने राम सुमिरन हरि ने समरले, ओढ चुनर गई रे संत्संग में आदि भजनों की प्रस्तुतियां देकर सभी भक्तों को मंत्र मुग्ध दिया। महंत वीरमनाथ ने नशा मुक्ति का संदेश दिया। कथा को सुनने के लिए दूदवा, मलवा, खारापार, खटटू, बागुंडी, गोल, भीमरलाई, चांदेसरा, बायतू सहित दूर-दराज के क्षेत्रों से हजारों भक्तगण आ रहे हैं। इस दौरान मगाराम सारण, भीयाराम बेनीवाल, गंगाराम बाना, रहिंगाराम सारण, कुंभाराम जांणी, केहराराम बेनीवाल, सुरताराम जांणी, खेतसिंह दहिया, प्रेमाराम बाना, धुडाराम जांणी, देवाराम नाई, मूलाराम सांई, कानाराम बाना, हेमाराम प्रजापत सहित समस्त ग्रामवासी व्यवस्थाओं को संभाल रहे हैं।
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