Sunday 27 May 2018

विधायक ने की थी भवन के लिए 2 लाख की घोषणा, दो साल बाद भी नही हुआ क्रियान्व्यन रमजान के महिने में पेड के नीचे तालिम ले रहे हैं अल्पसंख्यक विद्यार्थी

विधायक ने की थी भवन के लिए 2 लाख की घोषणा, दो साल बाद भी नही हुआ क्रियान्व्यन
रमजान के महिने में पेड के नीचे तालिम ले रहे हैं अल्पसंख्यक विद्यार्थी




बारह साल से मदरसे को नही मिली पक्की छत

दिव्य पंचायत न्यूज नेटवर्क
गिडा। पंचायत समिति क्षेत्र के राजस्व गांव करालिया बेरा में स्थित मदरसा फेजे जिलानी में तालिम लेने आ रहे विद्यार्थियों को पक्की छत नसीब नही हो रही हैं, अल्पसंख्यक समुदाय के प्रति स्थानीय जनप्रतिनिधयों की बैरूखी के चलते मदरसे में पक्की छत को लेकर मुस्लिम समाज ने कई बार मांगे भी उठाई लेकिन मदरसे को रजिस्टर्ड हुए 12 वर्ष हो गये लेकिन पक्की छत बनाने की जहमत सरकार ने नही उठाई हैं। रमजान के पवित्र महिनेे आसमान तले पेड की छावं में तालिम लेने को मजबूर हैं, लेकिन इस और किसी का ध्यान नही जा रहा हैं। सूत्रों ने बताया कि इस मदरसे पर एक कार्यक्रम के दौरान भाजपा के बायतू विधायक कैलाश चौधरी ने भवन निर्माण के लिए विधायक नित्यांत कोष से 2 लाख रूपये की घोषणा भी की थी, लेकिन आज दिन तक न तो भवन बना हैं नही राशि मदरसे को मिल पाई है। जानकारी के अनुसार गिड़ा क्षेत्र की ग्राम पंचायत खोखसर पूर्व में स्थित मदरसा फेजे जिलानी बाहर साल हो गए लेकिन पक्की छत नही होने से बच्चों को बाहर खुले आसमान तले बैठकर पड़ाई करनी पड़ती हैं उक्त मदरसे में प्राथमिक तक का विद्यालय भी साथ है और एक सरकार की तरफ से शिक्षक भी कार्यरत हैं। मिड डे मील के बनाने के लिए एक महिला भी कार्यरत है।
पूर्व सरपंच ने दी थी जमीन 
जानकारी के अनुसार मदरसा बनाने को लेकर पूर्व सरपंच जलेखां ने मदरसे के लिए एक बीघा जमीन दी थी तथा वर्तमान में उक्त मदरसे में 60 से अधिक बच्चों को नामांकन हैं। कमेटी व गांव के ग्रामीणो के सहयोग से एक मोलावी भी मदरसा फेजे जिलानी में रखा हुआ है  वो खुले में बच्चों को पड़ाई करवाने को मजबूर है अब रमाजान का पवित्र महिना चल रहा हैं ओर रोजे रख रहे हैं  ओर अब सरकारी शिक्षक कि छुट्टीया चल रही हैं इस मदरसा फेजे जिलानी में बच्चो के बैठाने व पढ़ाई करवाने के लिए पक्की छत तक बच्चो को आज दिन तक नसीब नही हुई हैं  दुसरी तरफ सरकार खर्च करने वाली योजनाओं का प्रचार कर रही हैं ये मदरसा बोर्ड सहित योजना कहा खर्च की जा रही हैं ओर किस चीज मे खर्च की जा रही हैं इनको लेकर कोई जवाब देने को तैयार नहीं है  राजनेता आते रहे ओर जाते रहे पर 12 साल हो गए पर किसी का भी ध्यान इस मदरसे की तरफ नही गया है।
नही हैं पेयजल की समुचित व्यवस्था, युवाओं की पहल पर लगाया वाटर कूलर

मदरसे में पेयजल को लेकर भी पुख्ता इंतजामात नही हैं, पानी के लिए एक टांका बना हुआ हैं जिसका पानी भी अब खत्म हो गया हैं, गरमी के मौसम में ग्रामीण चंदे से महंगा पानी डलवा रहे हैं। वहीं दूसरी और गांव के ही युवाओं ने पहल कर सोश्यल मीडिया के जरिये राशि एकत्रित कर मदरसे में एक वाटर कूलर की व्यवस्था की हैं तथा पक्की छत को लेकर भी मुहिम को लगातार जारी रखे हुए हैं।
विधायक ने अल्पसंख्य समुदाय के लोगों को करवार्ई थी भाजप ज्वाईन करवाई थी
राजनीतिक  सूत्रो ने बताया कि इसी मदरसे में भाजपा के एक कार्यक्रम में खोखसर पूर्व सरपंच सहित 15 से अधिक अल्पसंख्यक समुदाय के मौजीज लोगों को भाजपा का दुपट्टा पहना कर भाजपा में शामिल किया गया था आज वे ही लोग विधायक की घोषणा को थोथी बाते कह कर नकार रहे हैं।
ग्रामीण दिनेखा मंगलिया, वगताराम सऊ, पीरेखा, करीमखां मंगलिया, कालूखा ने बताया कि इस संबंध में कई बार जनप्रतिनिधियों व उच्चाधिकारियों को अवगत करवाया गया लेकिन कोई सुनने को तैयार ही नही, जिसके चलते  कई काम नही हो रहा हैं। इन्होने बताया कि करीबन दो वर्ष पूर्व मदरसे में आयेाजित एक कार्यक्रम में बायतू विधायक कैलाश चौधरी ने भवन निर्माण के लिए विधायक कोष से दो लाख रूपये की घोषणा की थी लेकिन वो राशि भी आज दिन स्वीकृत नही हो पाई थी जिसके चलते जनतिनिधियों के प्रति भी अल्पसंख्यक समुदाय का रोष व्याप्त हैं।

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