कुशल वाटिका की नवम वर्षगांठ व ध्वजारोहण 3 फरवरी को
कुशल वाटिका ट्रस्ट की बैठक सम्पन्न, वर्षगांठ को लेकर तैयारियां अन्तिम चरण पर
कुशल वाटिका ट्रस्ट की बैठक सम्पन्न-स्थानीय कुशल वाटिका प्रांगण में शनिवार को श्री जिन कुशलसुरि सेवाश्रम की स्थानीय बैठक अध्यक्ष भंवरलाल छाजेड़ की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। कुशल वाटिका मंत्री सम्पतराज बोथरा दिल्ली ने बताया कि कुशल वाटिका ट्रस्ट बैठक शनिवार को सम्पन्न हुई, जिसमें आगामी दो दिवसीय 2 व 3 फरवरी को कुशल वाटिका की नवम वर्षगांठ व ध्वजारोहण की तैयारियों को लेकर विचार विमर्श किया गया। इस बैठक को अध्यक्ष भंवरलाल छाजेड़ ने सम्बोधित करते हुए कहा कि इस नवम वर्षगांठ को कोरोना की तीसरी लहर को देखते हुए सरकारी गाईड लाईन के अनुसार मनाने को कहा गया और सम्पुर्ण तैयारियों के साथ दो दिवसीय कार्यक्रम सम्पन्न होगा। कुशल वाटिका बैठक में अध्यक्ष भंवरलाल छाजेड़, उपाध्यक्ष द्वारकादास डोसी, मंत्री सम्पतराज बोथरा दिल्ली, सहमंत्री एडवोकेट गौतम बोथरा, कोषाध्यक्ष बाबूलाल टी बोथरा, निर्माणमंत्री शंकरलाल धारीवाल, प्रचारमंत्री केवलचन्द छाजेड़, ट्रस्टी कैलाश कोटड़िया, ओमप्रकाश छाजेड़, सम्पतराज मेहता,, कैलाश धारीवाल, उपस्थित थे।
कुशल वाटिका में शनिवार को लगा मेला, गिरनार भक्त मण्डल द्वारा भक्ति भावना के साथ हुआ पक्षाल व केशर पुजा का कार्यक्रम
बाडमेर 29 जनवरी। बाडमेर से 6 किलोमीटर दूर अहमदाबाद रोड पर स्थित कुशल वाटिका में विश्व का अद्वितीय राजहंस मन्दिर में शनिवार को श्रद्वालुओं ने किए दर्शन व पूजा और श्रद्वालुओं का सैलाब उमड पडा। कुशल वाटिका ट्रस्ट के उपाध्यक्ष द्वारकादास डोसी ने बताया कि बाडमेर शहर के समीप कुशल वाटिका प्रांगण हर शनिवार को मेले का आयोजन हुआ, जिसमें बाडमेर सहित आस-पास के अन्य गावो से जैन बन्धुओं व गुजराती बन्धुओं ने दर्शन किए। कुशल वाटिका में आने वाले भक्त को मुनिसुव्रत स्वामी भगवान मन्दिर, दादावाडी, नवग्रह मन्दिर, गुरू मन्दिर, देवी-देवताओ के आदि मन्दिरो के दर्शन, पूजा, आदि का लाभ मिलता है। डोसी ने बताया कि शनिवार को कुशल वाटिका में प्रातः 6 बजे से भक्तो का दर्शन व पूजा के लिए आना-जाना शुरू हुआ जो पुरे दिन मेले सा नजर आता है ओर शनिवार को हजारो भक्त दर्शन कर खुशहाली की कामना की। शनिवार को कुशल वाटिका में प्रातः 08.00 बजेे गिरनार भक्त मण्डल द्वारा शंखनाद व ढोल की थाप लय व सुर के साथ भक्ति भावना के माध्यम से भगवान का पक्षाल किया गया और विधि व श्लोक के साथ केशर पूजा की गई। भक्त केशर पूजा करने से मन को शान्ति जैसा आनन्द महसुस कर रहे थे। जहां कुशल वाटिका ट्रस्ट मण्डल की और से भाता प्रभावना व प्रसादी की व्यवस्था की गई। बोथरा ने बताया कि कुशल वाटिका में शनिवार को मुनिसुव्रत स्वामी के पक्षाल, केशर पूजा व आरती का लाभ रमेशकुमार बोहरीदास बोथरा परिवार चौहटन वालों द्वारा लिया गया।
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