बेटी बचेगी तो देश बचेगा साध्वी: प्रेम बाईसा
जन जीव कल्याण सेवा संस्थान द्वारा, विरमनाथ जी महाराज के सानिध्य में राम रसोड़े के पास डंडाली में चल रही भव्य: श्रीमद भागवत कथा के तीसरे दिन कथा का वाचन करते हुए प्रेम बाईसा ने कहा कि बेटी बेचेगी तो ही देश बच पाएगा। कन्या भ्रूण हत्या को समाज का कलंक बताया। बेटी जिनके घर मे जन्म लेती है वो बड़े ही शौभाग्यशाली होते हैं। उन्होंने श्रद्धालुओं को बेटी बचाने का सकंल्प दिलाया। साध्वी: ने दुखों और कष्टों से मुक्ति के लिए प्रभु की भक्ति पर जोर देते हुए कहा कि जाने-अनजाने में कोई पाप हो जाता है तो पाप से मुक्ति के लिए भगवान का स्मरण ही एक मात्र उपाय है। उन्होंने गलत आचरण और पापकर्मों से दूर रहने की बात करते हुए आदर्श जीवन जीने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने चारो युगों की व्याख्या कि सबसे छोटा युग कलयुग हैं। 4 लाख 32 हजार वर्ष तक इसका काल हैं। उन्होंने कहा जीवन में पापकर्मो से दूर रहें, तथा अपनी वर्तनी को धार्मिक व सात्विक बनाए। भारत की भूमि धर्मधरा हैं। जिनके कई जन्मों के भाग्य उदय होते है वो जीव ही भारत की भूमि पर जन्म ले पाता हैं। कथा के दौरान भगवान विष्णु के नाभि में से कमल की उत्पती हुई व ब्रह्माजी भगवान प्रकट हुए। उस झांकी को देखकर श्रोतागण भाव विभोर हो गए। कथा के दौरन भगवान श्री कृष्ण ने दुर्योधन के घर छप्पन भोग छोड़कर विधुर जी के घर गए व केले के छिलके खाएं। भगवान तो भाव के भूखें होते हैं, भगवान खुद भागवत जी मे कहते है, भाव का भूखा हु में भाव ही सार है जो कोई मुझे भाव से भजे उसका बेड़ा पार हैं। सदा भगवान के प्रति भाव रखों। और मन मे दया का भाव रखों। कथा के दौरान आस-पास के इलाकों से हजारों की तादाद में भारी भीड़ रही। इस दौरान डंडाली सरपंच गुलाब सिंह, पूर्व सरपंच मोटाराम जी कड़वासरा, कंवराराम जी कलीराणा पंचायत समिति सदस्य, प्रहलाद राम सैन, हुकमाराम जी नवाद, भारमल जी पावड़, नींबसिंह जी राजपुरोहित, गौतम सिंह जी राजपुरोहित, जितेंद्र सिंह जी राजपुरोहित, सहित सैकड़ों भक्तो ने कथा आरती का लाभ प्राप्त किया ।
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