जिला परिषद की साधारण सभा की बैठक मे विभागीय गतिविधियों पर विस्तार से समीक्षा,
गर्मी को देखते हुए पेयजल एव विद्युत आपूर्ति व्यवस्था को सर्वोच्च प्राथमिकता दें, समय पर मिले लोगों का पानी - विधायक,
जनप्रतिनिधियों की समस्याओं पर विशेष ध्यान दें अधिकारी, करें निराकरण - जिला प्रमुख
अनकमीशन गांवों व ढ़ाणियों में टेंकरों से हो रहा है पेयजल परिवहन - जिला कलक्टर
जैसलमेर मई/जिला परिषद की साधारण सभा की बैठक बुधवार को डीआरडीए सभागार में जिला प्रमुख प्रताप सिंह सौलंकी की अध्यक्षता में आयोजित हुई। बैठक में जैसलमेर विधायक रूपाराम धनदे, जिला कलक्टर डॉ प्रतिभा सिंह, पुलिस अधीक्षक भंवरसिंह नाथावत, पंचायत समिति सम के प्रधान तनसिंह सोढ़ा, जैसलमेर प्रधान श्रीमती रसाल कंवर, मोहनगढ़ प्रधान श्रीमती कृष्णा चौधरी, सांकड़ा प्रधान भगवत सिंह तंवर, फतेहगढ़ प्रधान जनक सिह भाटी, मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ टी. शुभमंगला, अतिरिक्त जिला कलक्टर दाताराम के साथ ही जिला परिषद सदस्य एवं विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।
अधिकारी जनप्रतिनिधि की समस्या पर विशेष ध्यान दें
जिला प्रमुख सोलंकी ने अधिकारियों को कहा कि वे जनप्रतिनिधियों द्वारा पानी बिजली के साथ ही अन्य विभागीय समीक्षाओं से अवगत कराया जाता है तो उसमें वे गंभीरता से कार्यवाही कर समस्या का समाधान करें। उन्होंने कृषि विभाग की अनुदानित डिग्गियां जो नहरी क्षेत्र में बनाई गई है, उसका भुगतान कराने पर जोर दिया ताकि किसानों को इसका लाभ मिले। उन्होंने जहां पर भी अभी विद्युत व्यवधान दुरस्थ नहीं हुआ है वहां तत्परता से कराने के निर्देश दिए। उन्होंने रामगढ़ सीएचसी में 108 एम्बूलेंस की व्यवस्था कराने की आवश्यकता जताई।
पानी के लिए संवेदनशील रहें अधिकारी
जैसलमेर विधायक रूपाराम धनदे ने पानी व बिजली के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे इस भीषण गर्मी में लोगों को समय पर पानी मिले इसकों सर्वोच्च प्राथमिकता रखते हुए कार्य करें। उन्होंने इसके लिए जलदाय विभाग के अधिकारियों को फील्ड में मुश्तेद रहने, पानी की समस्या प्राप्त होते ही वहां पानी आपूर्ति कराने, अनकमीशन ढ़ाणियों में प्रधान एवं अन्य जनप्रतिनिधियों से गांवों एवं ढाणियों की सूची प्राप्त कर टेंकरों से पेयजल परिवहन कराने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि यह समय सभी के लिए कठिन है एवं अधिकारी व जनप्रतिनिधि टीम भावना से कार्य कर लोगों को राहत पहुंचावे।
प्राथमिकता से करें पेयजल विभाग के नलकूपों को विद्युतीकृत
उन्होंने विद्युत विभाग के अधीक्षण अभियन्ता को निर्देश दिए कि वे जलदाय विभाग के सभी नलकूपों को अतिशीघ्र विद्युतीकृत करावें ताकि लोगों को समय पर पानी की सुविधा का लाभ मिले। उन्होंने सिंचित क्षेत्र में जलदाय विभाग के पेयजल स्कीमों पर 15 से 16 घण्टे विद्युत सप्लाई करने, विद्युत सिस्टम में सुधार लाने, अनुसूचित जाति, जनजाति के कृषि कनेक्शन जारी करने, विद्युत व्यवधान पर तत्परता से कार्यवाही कर एफआरटी टीमों से विद्युत सप्लाई सुचारू कराने, स्वीकृत 132 केवी जीएसएस पर अतिरिक्त ट्रांसफॅार्मर लगाने, 11 केवी जीएसएस जो स्वीकृत हुए है, उनमें शीघ्र ही भूमि आवंटन करवाकर कार्य चालू करने के निर्देश दिए। उन्होंने जीएसएस कार्य के लिए अभी से ही उपकरणों एवं सामग्री के स्टोर की व्यवस्था करने पर जोर दिया।
जनप्रतिनिधि पशु शिविर चालू करावें
विधायक ने प्रधानों से कहा कि जिले में अभाव की स्थिति में पशु शिविर स्वीकृत कर दिए है, लेकिन अभी तक ग्राम पंचायतों द्वारा चालू नहीं किए गए है, जो खेद की बात है। उन्होंने सरपंचों को प्रेरित कर एवं ग्राम सेवकों को पाबंद कर शीघ्र ही पशु शिविर चालू कराने पर जोर दिया। ताकि पशुपालकों के पशुधन का संरक्षण हो। उन्होंने प्रत्येक राजस्व गांव में महानरेगा के तहत कार्य स्वीकृत कराने पर भी बल दिया।
योजनाओं के लिए पात्र लोगों को करें सूचीबद्ध, दें लाभ
विधायक ने विभागीय अधिकारियों को विभाग में रिक्त पदों के बारे में पूरी सूचना प्रेषित करने के साथ ही चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, सामाजिक सुरक्षा, कृषि विभाग, श्रम विभाग की योजनाओं इत्यादि से संबंधित पुस्तिका प्रकाशन कराने के साथ ही ग्राम पंचायतवार पात्र लोगों को सूचीबद्ध कराने पर जोर दिया ताकि जो भी पात्र व्यक्ति योजना से वंचित रहा है, उसे जोड़ा जा सके। उन्होंने पशुपालन विभाग के अधिकारी को निर्देश दिए कि वे यहां के पशुधन व दूरियों को देखते हुए पशुओं के उपचार के संबंध में पंचायत समितिवार दो-दो वाहनों के प्रस्ताव तैयार कर पेश करें ताकि इसकी स्वीकृति दिलाने की कार्यवाही की जा सके। उन्होंने वन विभाग को नहरी क्षेत्र में टिब्बा स्थरीकरण कार्य वाली भूमिका स्वामित्व प्राप्त करने, खालों एवं माईनर के पास अधिक से अधिक वृक्षारोपण कराने के निर्देश दिए।
पेयजल आपूर्ति की हो रही प्रभावी मॉनिटरिंग
जिला कलक्टर डॉ प्रतिभा सिंह ने बताया कि जिले में पेयजल आपूर्ति की प्रभावी मॉनिटरिंग की जा रही है एवं जनप्रतिनिधियों की मांग पर ढ़ाणियों एवं गांवों में टेंकरों से पेयजल परिवहन किया जाकर लोगों को पीने का पानी उपलब्ध कराया जा रहा है। उन्होंने बताया कि इसकी प्रभावी मॉनिटरिंग के लिए सेक्टर अधिकारी भी लगाए जाएंगे। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार ने पेयजल प्रबंधन के लिए 50 लाख का कंटीजेन्सी प्लान भी स्वीकृत किया गया है, जिसका भी उपयोग किया जा रहा है वहीं विभाग की मांग पर 170 श्रमिकों से बढ़ाकर 300 श्रमिकों की स्वीकृति कर दी है। उन्होंने विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे इस भीषण गर्मी में मुश्तैदी से कार्य कर समय पर लोगों को पीने का पानी व बिजली की सुविधा उपलब्ध कराए।
जनप्रतिनिधियों ने रखी ये समस्याएं
प्रधान सम तनसिंह सोढ़ा ने सड़क के पास जाने वाली विद्युत लाईनों को सही कराने, सत्तो एवं दव सड़क की मरम्मत कराने, खुहड़ी क्षेत्र में पानी आपूर्ति सुचारू कराने की आवश्यकता जताई। प्रधान फतेहगढ़ जनकसिंह ने छोड़िया, लखमणा, सांवता, रासला एवं आस-पास की ढ़ाणियों में पानी आपूर्ति कराने, जनप्रतिनिधियों द्वारा बताए गए ढ़ाणियों एवं गांव में टेंकरों से पेयजल परिवहन कराने, सांकड़ा प्रधान भगवत सिंह तंवर ने भी क्षेत्रीय समस्याओं से अवगत कराया। उन्होंने अधिकारियों को जनप्रतिनिधियों का फोन उठाने की भी बात कही। जिला परिषद सदस्य अंजना मेघवाल, हरीश धनदे ने सामुदायिक एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर सोलर सिस्टम लगाने, जिन जॉबकार्डधारियों ने महानरेगा में 100 दिवस कार्य पूर्ण करा लिया है, ऐसे श्रमिकों के ग्राम सेवकों को पाबंद कर ई-श्रम कार्ड बनाने के साथ ही अन्य सदस्यों ने भी क्षेत्र की पानी बिजली की समस्या से अवगत कराया।
मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ टी. शुभमंगला ने बैठक में गत बैठक की अनुपालना रिपोर्ट पेश की। उन्होंने ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज विभाग की गतिविधियों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। बैठक में जिला परिषद सदस्य श्रीमती दरिया कंवर, श्रीमती किरण कंवर, कान भारती, उत्तम सिंह, श्रीमती मदन कंवर ने भी क्षेत्र की समस्याओं से अवगत कराया।
बैठक में विभागीय अधिकारियों ने अपने-अपने विभाग की गतिविधियों के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
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