दिव्य पंचायय
तिलवाड़ा। रविवार रात्रि में राणी रूपादे मंदिर के वार्षिकोत्सव की पूर्व संध्या पर श्री चंडी हवन दुर्गा सप्तशती के साथ भजन संध्या का अयोजन हुआ जिसमें महंत नारायण गिरी जी महाराज अन्तर्राष्ट्रीय प्रवक्ता, जूना अखाड़ा व दूधेश्वरनाथ महादेव मठ गाजियाबाद, ओंकार भारतीजी परेउ मठ, रुद्रगिरीजी महाराज कोटा, सेवानाथ जी महाराज भरड़कोट, गणेश पूरी जी महाराज वरीय मठ, त्रिवेन्द्र गिरी जी महाराज बिठुजा पोल, दिनेश भारती जी जसोल के सानिध्य में पाटोत्सव का आयोजन किया गया जिसमे तेजाराम, हेमाराम व स्थानीय कलाकारों द्वारा राणी रुपादे जी की वेल, मल्लीनाथ जी की शौर्य गाथाऍं,मालदे जी की महिमा आदि भजनों की प्रस्तुति दी गई जिसके पश्चात सोमवार सुबह विद्धान पंडीतो अमित कुमार शर्मा, दीपक भट्ट, नीतेश त्रिपाठी, मनोहर लाल अवस्थी द्वारा गणपति पूजन, पंचांग पीठ पूजन, कलश पूजन, नवग्रह पूजन, सोड़समात्रिका पूजन, सप्तघृतमात्रिका पूजन, प्रधान देवी रानी रूपादे जी का पूजन, हवन एवं प्रातः 11:00 बजे ध्वजा चढाई गई । इस अवसर पर ट्रस्ट अध्यक्ष रावल किशन सिंह जसोल ने कहा कि मनुष्य ईश्वर पर सच्ची श्रद्धा रखें तो नियति और ईमानदारी से सारे कार्य सिद्ध कर सकता है आज के दौर में राणी रूपादे के भजनो में बताये गए उपदेश व सत्य के मार्ग पर चले तो मनुष्य के हर कार्य सिद्ध होते है राणी रूपादे जी का मन्दिर पालिया तिलवाड़ा छत्तीस कौम के लिए प्रमुख आस्था का केन्द्र है यहाँ पर हर रोज सैकडो की संख्या में श्रद्धालु दर्शन लाभ लेते है।
हजारो की तादाद ने ली भोजन प्रसादी -
आस-पास के समस्त विद्यालयों के बच्चो को भोजन प्रसादी करवाई गई तथा आस पास गाँवो के हजारो लोगो ने भोजन प्रसादी ग्रहण कर लिया माँ का आशीर्वाद ।
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