Sunday, 6 May 2018

ब्राह्मणों को संगठित होकर सर्व समाजों के सहयोग से राजनीतिक स्थिति मजबूत करनी होगीः मोहन प्रकाश

ब्राह्मणों को संगठित होकर सर्व समाजों के सहयोग से राजनीतिक स्थिति मजबूत करनी होगीः मोहन प्रकाश
बालोतरा में ब्राह्मण समाज का सम्मेलन सम्पन, हजारों लोगो ने की शिरकत




दिव्य पंचायत न्यूज नेटवर्क/ 9166522591
बालोतरा। ब्राह्मण समाज सम्मेलन ब्रह्मधाम गादीपति तुलसाराम महाराज, निर्मलदास, कनाना मठाधीश परशुराम गिरी सहित कईयों संतो के सानिध्य में रविवार को बालोतरा मंे सम्पन्न हुआ। सम्मेलन मे ब्राह्मण समाज को संगठित रहते हुए राजनीतिक स्थिति मजबूत करने पर बल दिया गया। सम्मेलन को संबोधित करते हुए कांग्रेस  के राष्ट्रीय महासचिव एवं महाराष्ट्र प्रभारी मोहन प्रकाश ने कहा कि ब्राह्मण समाज एक चतुर कौम होते हुए भी वर्तमान समय मंे राजनीतिक दृष्टीकोण से पिछडा हुआ हैं जिसका नुकसान समाज को हर मोर्चे पर उठाना पड रहा है। राजनीतिक मजबूति के लिए ब्राह्मण समाज को संगठित होकर सर्व समाजों को साथ लेकर चले तो निश्चित रूप से सामाजिक, आर्थिक रूप से मजबूत होगा। उन्होने कहा कि देश में पंडित जवाहरलाल नेहरू, इंदिरा गांधी और अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व में समाज की पूछ और पहुंच दोनो थी, लेकिन वर्तमान समय में समाज राजनीतिक दृष्टि से हाशिये पर चल रहा हैं। उन्होने कहा कि उत्तर प्रदेश में हाथी के नाम पर और बिहार में लालटेन और साईकिल के नाम वोट प्राप्त कर दिल्ली में अपनी स्थिति मजबूत कर रहे हैं तो अब समझ लेना चाहिए कि ब्राह्मण को क्या करना चाहिए।

अन्य जातियों का विश्वास जीतना जरूरी

सम्मेलन को संबोधित करते हुए ब्राह्मण महासभा के प्रदेशाध्यक्ष एवं सरदारशहर विधायक भंवरलाल शर्मा ने कहा कि राजनीति में वोट मायने रखता हैं, जब तक अपने साथ वोट नही होगा तब तक राजनीतिक रूप से मजबूत नही हो सकते हैं। हमे पहले समाज की विभिन्न शाखाओं को एक होना होगा साथ ही अन्य  जातियों को साथ लेकर नेतृत्व प्रदान करना होगा तथी सफल हो पायेंगे, सिर्फ एक ब्राहमण के एक होने से राजनीति मंे सफल नही होगे। उन्होने कहा कि मेरे विधानसभा क्षेत्र में ब्राह्मण समाज के वोट नगण्य हैं सर्वाधित जाट समाज के वोट हैं उनके सहयोग से मै पिछले लम्बे समय से विधायक चुनकर आ रहा हूं साथ ही साथ मेरे क्षेत्र में अधिकांश राजनीतिक पद भी ब्राहमणों के पास हैं इसके लिए जरूरी होता हैं अन्य समाजों का विश्वास जीतना उसमें मैं बखूबी सफल होता हूं, सभी जगहों पर राजनीतिक स्थिति मजबूत करनी हैं तो अन्य समाजों को साथ लेना अतिआवश्यक हैं।
वेदों से दूर होना ब्राह्मणों की बडी भूल

सम्मेलन को संबोधित करते हुए ब्राह्मण महासभा की महिला प्रदेशाध्यक्ष श्रीमती सरस्वती गौड ने कहा कि सम्मेलन में मातृशक्ति की भागीदारी बढानी होगी, जब यज्ञ में भी बिना धर्मपत्नी के नही बैठा जा सकता तो ऐसे सम्मेलनोें में महिलाओं की भागीदारी नही होने से इन्हे सफल नही कहा जा सकता हैं। उन्होने ब्राहृमणों को नसीहत देते हुए कहा कि जब तक वेदों का ज्ञान नही होगा तब तक उद्दार नही हो सकता हैं उन्होने कहा कि वेदों की पूजा नही करते हुए उनको खोलकर उनमे लिखी बातों पर मनन करना उन्होने बालिका शिक्षा पर जोर दिया। होगा। उन्होने कहा कि ब्राह्मण संगठित नही हैं जिससे अन्य समाजों ने ब्राहमणों से दूरिया बना ली, ब्रह्म हत्याएं तक होने लगी हैं। समारोह को संयोजक बजरंग पालीवाल, गोविंदसिंह कालूडी, अल्का शर्मा, बाबूसिंह राजपुरोहित सहित संत महात्माओं ने आशिर्वचन देते हुए ब्राह्मण समाज नई दिशा देने का प्रयास किया।
यह रहे उपस्थित
सम्मेलन में प्रांतीय उपाध्यक्ष श्यामदास दुलानी, जिलाध्यक्ष मांगीलाल शर्मा, महेश ददाणी, घेवरचंद, भवानीशंकर शर्मा, गोपाराम पालीवाल, मुकनसिंह राजपुरोहित, हनुमान पालीवाल, भंवरलाल पालीवाल, अनूप शर्मा, चैनसिंह मनणा, राधाकिशन, हमीरसिंह थोब सहित बडी संख्या में समाज बंधु उपस्थि रहे। 

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