ओरण ,गोचर, आगौर, जलाशय तथा सरकारी प्रायोजनार्थ की भूमि को अतिक्रमण मुक्त करवाने को लेकर अनिश्चितकालीन धरना आठवें दिन भी जारी रहा
बाड़मेर जिला मुख्यालय पर ओरण ,गोचर , तालाब/नाडी आगौर, जलाशयों तथा सरकारी प्रायोजनार्थ की भूमि को अतिक्रमण से मुक्त करवाने को लेकर राष्ट्रीय भ्रष्टाचार निरोधक एवं मानवाधिकार संगठन के बैनर तले भगवानसिंह लाबराऊ के नेतृत्व में आठवें दिन भी धरना जारी रहा तथा विभिन्न मांगो को लेकर दर्जनों लोगों ने मुख्यमंत्री राजस्थान के नाम जिला कलेक्टर बाड़मेर को ज्ञापन सौंपा ।
धरनार्थियों की मुख्य मांगे
1. सम्पूर्ण बाड़मेर जिले में सार्वजनिक कुओं, तालाब/नाडी व आगौर में कच्चे व पक्के अतिक्रमण किये गये हैं उनको तुरंत हटाकर तालाब व आगौर को सरंक्षित करावे।
2. सम्पूर्ण बाड़मेर जिले में अतिक्रमण से संबंधित माननीय राजस्थान हाईकोर्ट में लगी विभिन्न याचिकाओं पर अतिक्रमण हटाने के आदेश की आज दिनांक तक पालना नहीं हुई हैं उसकी पालना सात दिन में सुनिश्चित करावे।
3. सम्पूर्ण बाड़मेर जिले के प्रत्येक राजस्व गांव में ओरण, गौचर, गैर मुमकिन मगरा, पहाड़ तथा सरकारी प्रायोजनार्थ की भूमि पर किए गए अतिक्रमण को तुरंत हटाया जाए।
4. सम्पूर्ण बाड़मेर जिले में विभिन्न सरकारी जमीनों पर अतिक्रमण की शिकायते लंबित हैं उन पर कार्यवाही कर तत्काल अतिक्रमण हटाया जावे।
5. सम्पूर्ण बाड़मेर जिले में सरकारी भूमि को भू-माफियाओं ने अपनी भूमि बताकर फर्जी स्टाम्प पैपर पर एग्रीमेंट कर बेचान की हैं उक्त भूमि को अतिक्रमण से मुक्त करवाकर ऐसे भू-माफियाओं के विरूद्ध प्रशासन एफआईआर दर्ज करावे।
6. सम्पूर्ण बाड़मेर जिले में वक्त सेटेलमेंट के समय से ऐसी भूमि जो सरकार या किसी निजी खातेदार के नाम दर्ज नहीं की गई हैं उक्त भूमि को अब्दुल रहमान बनाम राजस्थान सरकार के आदेश की पालना करते हुए चारागाह भूमि घोषित करावे।
7. सम्पूर्ण बाड़मेर जिले में किसी भी विभाग के लोकसेवक के द्वारा सरकारी भूमि पर अतिक्रमण किया गया हैं तो उसके विरूद्ध राजस्थान सिविल सेवा आचरण नियमों के तहत विभागीय कार्यवाही करावे।
8. सम्पूर्ण बाड़मेर जिले में महानरेगा योजना के अन्तर्गत नई नाडी का निर्माण करवाया गया हैं उक्त निर्माणधीन नाडीयों के पास खाली पड़ी सरकारी भूमि को आगौर में दर्ज करावे।
भगवान सिंह लाबराऊ ने बताया कि जिला कलेक्टर खुद राजनेताओं के दवाब में मानसिक गुलाम बन चुके हैं पहले हम जिले के प्रशासनिक अधिकारियों को मानसिक गुलामी से मुक्त करवाना होगा यदि हमारी मुख्य मांगे नहीं मानी तो जल्द ही उग्र आंदोलन किया जायेगा।
धरना स्थल पर भगवानसिंह लाबराऊ, जेतमालसिंह भाटी, श्रवणसिह लंगेरा, तनसिंह महाबार, लालसिंह तनसिंहपुरा देवीलाल जाखड़, जोगाराम गोदारा, ओपी गौड़ सहित कई महिलाएं और पुरुष मौजूद रहे।
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