बॉर्डर टूरिज्म का विकसित होना जरूरी,
बढ़ेंगे रोजगार और पर्यटन
सीमाजन कल्याण समिति ने कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन
बाड़मेर। सीमावर्ती क्षेत्र बाड़मेर में बॉर्डर टूरिज्म विकसित होने से ना सिर्फ पर्यटन स्थलों का विकास होगा अपितु रोजगार के नए आयाम स्थापित होंगे । अंतराष्ट्रीय रेलवे स्टेशन मुनाबाव ,गडरारोड़ में स्थित शहीद स्मारक ,किराडू मंदिर ,भारतमाला रोड़ पर स्थित रोहिडी के धोरे और ख्याला मठ जो कि वर्तमान में देशी पर्यटकों के लिए मुख्य केंद्र बने हुए है । बस जरूरत है बॉर्डर टूरिज्म को विकसित किया जाए । इस विषय को लेकर सीमाजन कल्याण समिति बाड़मेर ने जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा । सीमाजन कल्याण समिति के जिला प्रचार प्रमुख रघुवीरसिंह तामलोर ने बताया कि बॉर्डर टूरिज्म को लेकर सीमाजन कल्याण समिति के प्रांत उपाध्यक्ष ओम प्रकाश चण्डक ,प्रांत मंत्री विजेंद्र गोदारा ,प्रांत कार्यसमिति सदस्य एडवोकेट अम्बालाल जोशी और जिला संरक्षक भंवरसिंह अकली के नेतृत्व में जिला कलेक्टर लोक बन्धु यादव को ज्ञापन सौंपकर बॉर्डर टूरिज्म के तहत मुनाबाव को विकसित करने की मांग की है ।
बीएसएफ से भी मिले सकारात्मक सहयोग । ज्ञापन के दौरान जिला कलेक्टर ने हरसंभव सहयोग का आश्वासन देते हुए कहा कि बॉर्डर टूरिज्म को विकसित करने में प्रशाशन हमेशा सहयोग करेगा । इस दौरान सीमाजन कल्याण समिति के सदस्यों ने बीएसएफ आईजी जी• एस मलिक को भी पत्र भेजकर इस विषय मे सकारात्मक सहयोग की मांग की है ।
ये रहे मौजूद इस दौरान सीमाजन कल्याण समिति के जिला मंत्री छुगसिंह गिराब , जिला सह कौषाध्यक्ष अशोक कुमार गीगल ,दिनेशपाल सिंह लखा ,हीरालाल खोरवाल सहित सीमाजन कल्याण समिति के कार्यकर्ता मौजूद रहे ।
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