किटनोद में जलदाय विभाग की लापरवाही, हजारों लीटर पानी व्यर्थ बह रहा
दिव्य पंचायत के लिए वीरम देवासी की रिपोर्ट
बालोतरा। एकतरफ तो देश में करोड़ों की आबादी सूखे की मार झेल रही है और लोग बूंद-बूंद पानी को तरस रहे हैं। प्रदेश सरकार जनस्वास्थ्य विभाग जगह-जगह विज्ञापन आदि पर लाखों रुपए खर्च कर लोगों से पानी बचाने की अपील कर रहे हैं। दूसरी ओर जनस्वास्थ्य विभाग की लापरवाही के कारण किटनोद में कई जगह पर पेयजल पाइप लाइन में लीकेज के कारण साल भर से प्रतिदिन हजारों लीटर पानी बह रहा है। ऐसा भी नहीं कि विभाग के अधिकारियों को मामले की जानकारी नहीं है। पेयजल तो बर्बाद हो ही रहा है, लेकिन पीने के लिए मवेशी प्यासे मर रहे हैं। लोगों ने पाइप लाइन के लीकेज को ठीक करा जल्द पेयजल बर्बादी को रोकने की मांग की है।
लापरवाही या अनदेखी?
ग्राम पंचायत किटनोद के जलदाय विभाग को कई बार सूचित किया कि तगराड धोरा (किटनोद की सीमा प्रारंभ) से लेकर गांव किटनोद सभी जीएलआर व टंकियों में पेयजल की आपूर्ति होने से पूर्व कई जगहों पर हजारों लीटर पानी व्यर्थ बह रहा है। करीब डेढ या दो साल से मैं देख रहा हूं कि जिस पर कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है। सरकार व विभाग ने सुविधाएं तो दे दी, मगर उस अधिकारी उस पर लापरवाही बरतते नजर आ रहे हैं। अगर कोई जलदाय विभाग का अधिकारी इस समुह में जुड़ा हुआ हो तो आप बताएं कि हजारों लीटर पानी भीषण गर्मी में प्रयास के मारे तड़पने वाले मवेशियों को भी नसीब नहीं होता है और ना ही आमजन को पेजयल की आपूर्ति होती है। प्रतिदिन सैकड़ों लोग व्यर्थ बहते हुए पानी को देखकर मूकदर्शक बनते चल देते हैं क्योंकि उनके घर पशु नहीं है या समकक्ष नहीं है इस विषय पर चर्चा करने के लिए। ग्राम पंचायत से करबद्ध प्रार्थना है कि किटनोद में कई जगहों पर मूलभुत सुविधाओं को लेकर विभाग लापरवाही बरत रहा है। कई ढाणियों तक पानी की पाइपलाइन तो बिछा दी है मगर इस गर्मी में पानी की जगह धुआं उगलता नजर आ रहा है।
इनका कहना है
किटनोद में कई समय से आसोतरा मार्ग पर पानी की पाइपलाइन लीकेज होने के कारण प्रतिदिन हजारों लीटर पानी व्यर्थ बह रहा है। 3-4 माह पहले पानी की पाइपलाइन ढाणी के घर-घर तक पहुंच गई, परंतु पानी की जगह पर गर्म भांप आ रही है। विभाग की अनदेखी या लापरवाही का नतीजा आमजन व मवेशी पर भारी पड़ रहा है।
-दिनेश कुमार माली, जनप्रतिनिधि
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