विद्यालय की बुनियाद व्यवस्थाओं में सुधार हेतु जसोलधाम समर्पित- रावल किशन सिंह जसोल
जिला स्तरीय विज्ञान व मलखम्ब प्रतियोगिता का हुआ समापन
दिव्य पंचायत न्यूज़ नेटवर्क
जसोल- विद्यार्थी जीवन से ही यदि बालकों में वैज्ञानिक दृष्टिकोण विकसित कर दिया जाए तो उनका जीवन सुगम होने के साथ-साथ देश के विकास में विद्यार्थी सहयोगी बन सकते हैं। ये बात श्री राणी भटियाणी मन्दिर संस्थान अध्यक्ष रावल किशनसिंह जसोल ने महात्मा गांधी राजकीय अंग्रेजी माध्यम विद्यालय में जिला स्तरीय विज्ञान मेले व जिला स्तरीय मलखम्ब प्रतियोगिता के समापन अवसर पर कही।
उन्होंने कहा कि विधा के इस मंदिर की बुनियाद व्यवस्थाओं व छात्रों को अध्ययन में आने वाली कठिनाई के सुधार हेतु संस्थान समर्पित हैं। इस विद्यालय की हर आवश्यकता की पूर्ति जसोलधाम करेगा। साथ ही उन्होंने कहा कि विद्यालय की मूलभूत सुविधाओं जिनमें चारदीवारी, कमरे, शौचालय के निर्माण के साथ वर्तमान में शिक्षा के बढ़ते स्तर के प्रति कोई कमी नही रखी जाएगी।
साथ ही समापन अवसर पर उन्होंने कहा कि हार व जीत एक ही सिक्के के दो पहलु है। हारने वाले खिलाडिय़ों को निराश नहीं होकर कमियों को दूर करना चाहिए तथा अगली बार ऐसी प्रतियोगिताओं में अपना दमखम दिखाकर लोहा मनवाना चाहिए। उन्होंने युवाओं को एक लक्ष्य निर्धारित कर आगे बढऩे, खेल व शिक्षा के साथ अच्छा एक इंसान बन क्षेत्र का नाम रोशन करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि इस तरह के आयोजन से बच्चों की प्रतिभा को निखारने में मदद मिलती है। बच्चों को अपनी प्रतिभा निखारने के लिए उचित मार्गदर्शन और सहायता भी मिलनी चाहिए। पूर्व मंत्री अमराराम चौधरी ने बच्चों का अभिनंदन करते हुए कहा कि विज्ञान शिक्षा के लिए छात्रों को प्रेरित करें। विज्ञान की शिक्षा आज के दौर में जरूरी है।
साथ ही शिक्षकों को चाहिए कि सरल तरीके से विज्ञान की महत्ता छात्रों को बताएं। स्कूलों में विज्ञान शिक्षा के लिए विशेष ध्यान दिया जा रहा है। उन्होंने खेल कूद प्रतियोगिता में आए विद्यार्थियों को खेलों के क्षेत्र में आगे बढऩे की बात कही। नगरपरिषद बालोतरा सभापति सुमित्रा जैन ने कहा कि इस तरह के आयोजन बच्चों में खेल व विज्ञान के क्षेत्र में जिज्ञासा और रुझान पैदा करते हैं जिससे उन्हें आगे इन्हीं क्षेत्रों में करियर बनाने में मदद मिलती है। विकास अधिकारी महेशसिंह ने खेलों को छात्रों के सर्वांगीण विकास के लिए अत्यावश्यक बताते हुए कहा कि खेल न केवल मनोरंजन का साधन है, बल्कि यह हमें एकजुट रहने का भी संदेश देता है। खेल मनुष्य के मस्तिष्क को रिफ्रेश करने का कार्य भी करता है।
अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी जेतमाल सिंह ने कहा कि छात्रों को खेल व विज्ञान के विषय के महत्व को समझाते हुए कहा कि देश जिस प्रकार तकनीकी क्षेत्रों में आगे बढ़ रहा है उनमें इनका महत्वपूर्ण योगदान है। प्रतियोगिताओं से समाज की मुख्यधारा में आकर अपना देश के प्रति योगदान सुनिश्चित करता है। उन्होंने कहा कि चींटी व अन्य सूक्ष्म जीव जंतु बिना ज्ञान के अनुशासित रहते हुए नए आयाम को प्रतिस्थापित करती है। उसी प्रकार छात्र-छात्राएं ज्ञान अर्जित कर मील का पत्थर स्थापित करते हैं। समापन समारोह में माजीवाला सरपंच केवलसिंह राजपुरोहित, समाजसेवी समुद्रसिंह नोसर, भाजपा नेता गोविंदसिंह कालूड़ी, भामाशाह चम्पालाल प्रजापत, कुँवर हरिश्चन्द्र सिंह जसोल ने छात्र-छात्राओं के उज्जवल भविष्य की कामना की। अतिथियों की ओर से विज्ञान मेले में विद्यार्थियों के द्वारा लगवाए गए मॉडल का अवलोकन किया गया। प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान पर आने वाले विद्यालयों को पुरस्कृत किया गया। इस अवसर पर सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए गए।
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