Tuesday 26 September 2017

नम आंखों से शहीद को विदाई, पैतृक गांव में उमड़े हजारों लोग

नम आंखों से शहीद को विदाई, पैतृक गांव में उमड़े हजारों लोग

अमेश बैरड़
ओसियाँ /जोधपुर

जोधपुर- जम्मू कश्मीर के तंगधार सेक्टर में पाकिस्तान की गोलीबारी में शहीद हुए जोधपुर के गणपत राम कड़वासरा को आज हजारों लोगों ने नम अांखों के साथ अंतिम विदाई दी। भारत माता के गगनभेदी नारों के बीच शहीद के छोटे भाई ने मुखाग्नि दी। इससे पूर्व आज सुबह शहीद की पार्थिव देह उसके गांव पहुंचने से पहले वहां हजारों लोग एकत्र हो गए। 

गणपत की पार्थिव देह दिल्ली से सड़क मार्ग से गांव लाई गई। एक बारगी माहौल गमगीन हो गया। परिवार वाले देह से लिपटकर विलाप करने लगे। इसके बाद घर से स्कूल तक शव यात्रा निकाली गई। गांव की सरकारी स्कूल के पास राजकीय सम्मान के साथ गणपत का अंतिम संस्कार किया गया। शव यात्रा में हजारों लोग उमड़े। भीड़ ने शहीद के जयकारे लगाए। इस दौरान विधायक हनुमान बेनीवाल,संसदीय सचिव भैराराम सियोल, रामनारायण डूडी, लीला मदेरणा , नेता प्रतिपक्ष रामशेवर डूडी , सहित कई जनप्रतिनिधि शामिल हुए।

तीन वर्ष पहले सेना में हुआ भर्ती

तीन वर्ष पूर्व भारतीय सेना में भर्ती हुए ओसियां तहसील के खुड़ियाला गांव निवासी गणपत राम कड़वासरा इन दिनों तंगधार सेक्टर में सीमा पर तैनात थे। दो दिन पूर्व पाकिस्तान की तरफ से की गई गोलीबारी में वे गंभीर रूप सेे घायल हो गए थे। अस्पताल में इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।
शहीद गणपत की पार्थिव देह आज सुबह गांव लाए जाने से पूर्व आसपास के गांवों से हजारों लोग वहां पहुंच गए। लोगों ने गगनभेदी नारों के बीच उसकी पार्थिव देह को वाहन से उतारा गया।
एक बार देह को घर में ले जाने के थोड़ी देर पश्चात शव यात्रा शुरू हुई। शव यात्रा शुरू होते ही लोगों ने जबतक हिन्दुस्तान रहेगा गणपत तेरा नाम रहेगा के नारों से माहौल में जोश भर दिया।
शव यात्रा में बड़ी संख्या में शामिल महिलाओं ने भी नारे लगाए। उसका अंतिम संस्कार घर के निकट ही खेत में किया गया। अंतिम संस्कार से पूर्व शहीद की पत्नी और मां अंतिम बार उसके दर्शन करने आई तो वहां खड़े सभी लोग अपने आंसू नहीं रोक पाए।
दो दिन से अपने आंसुओं को रोक रहे शहीद के पिता और भाई भी फफक उठे। बाद में शहीद के छोटे भाइयों ने मिलकर मुखाग्नि दी।



ढाई साल पूर्व हुआ था विवाह

ढाई साल पूर्व हुआ था विवाह

तीन साल पूर्व फौज में भर्ती होने केे छह माह बाद गणपत की शादी बाना का बास निवासी रूपी देवी के साथ हुई थी। उनके कोई संतान नहीं है। चार भाइयों में सबसे बड़े गणपत ने इसी वर्ष अप्रेल में अपनी बहन की शादी कराई थी।
राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे ने जम्मू-कश्मीर के तंगधार सेक्टर में सीमा पार से रविवार को हुई गोलीबारी में जोधपुर जिले के खुडियाला गांव निवासी सिपाही गणपतराम कडवासरा के शहीद होने पर संवेदना व्यक्त की है। 
मुख्यमंत्री ने अपने संवेदना संदेश में कहा है कि शहीद गणपतराम ने देश के लिए शहादत देकर अपने परिवार के साथ साथ पूरे प्रदेश और देश का सिर गर्व से ऊंचा किया है।





राजे ने दिवंगत की आत्मा की शांति के लिए और शोक संतप्त परिजनों को यह आघात सहन करने की शक्ति प्रदान करने की ईश्वर से प्रार्थना की।

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