Wednesday 25 October 2017

देश की विभिन्न सीएचसी में शैय्या वृद्धि के प्रयास

देश की विभिन्न सीएचसी में शैय्या वृद्धि के प्रयास


जयपुर,। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री श्री कालीचरण सराफ ने कहा कि प्रदेश के विभिन्न सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में परीक्षण करवाकर आवश्यकतानुसार शैय्या बढ़ाने की कार्यवाही की जा रही है। उन्होंने स्पष्ट किया कि पूर्ववर्ती सरकार ने जाते-जाते बिना वित्तीय प्रावधान के 990 शैय्या बढ़ाने की स्वीकृति दे दी थी। अब राज्य सरकार वित्तीय संसाधनों की उपलब्धता के आधार पर शैय्या बढ़ाने की कार्यवाही कर रही है।
सराफ बुधवार को सदन में प्रश्नकाल के दौरान विधायकों द्वारा पूछे गए पूरक प्रश्नों का जवाब दे रहे थे।  श्री सराफ ने विश्वास दिलाया कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में आवश्यकता के अनुरूप शैय्याओं में वृद्धि करने के प्रयास किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि सिवाना सीएचसी में शैय्या बढ़ाने के लिए प्रस्ताव वित्त विभाग को स्वीकृति के लिए भेज दिया गया है, वहां से स्वीकृति प्राप्त होते ही बैड की संख्या 30 से बढ़ाकर 50 कर दी जाएगी।

चिकित्सा मंत्री ने बताया कि सिवाना के लिए नवम्बर में प्रथम सप्ताह में एक एम्बुलेंस भी भिजवा दी जाएगी। साथ ही सिवाना में ट्रोमा सेंटर स्थापित किए जाने के प्रस्ताव का भी परीक्षण करवाया जाएगा। इसी तरह पादरू में भी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को क्रमोन्नत करने के लिए परीक्षण करवाया जाएगा।

उन्होंने स्पष्ट किया कि राज्य सरकार डॉक्टरों के रिक्त पद भरने का पूरा प्रयास कर रही है। हाल ही 911 चिकित्सकों की भर्ती निकाली, लेकिन इनमें से 462 चिकित्सकों ने ही ज्वाइन किया। उन्होंने बताया कि प्रतीक्षा सूची में 252 चिकित्सकों को भी नियुक्ति के लिए आमंत्रित किया, लेकिन अभी भी पद खाली हैं, जिन्हें शीघ्र भरने का प्रयास किया जाएगा।

इससे पहले विधायक श्री हमीर सिंह भायल के मूल प्रश्न के जवाब में श्री सराफ ने बताया कि राज्य सरकार के 21 मार्च, 2013 के  आदेश द्वारा सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र समदडी में 20 शैय्याओं की वृद्धि कर 30 से 50 किये जाने की प्रशासनिक स्वीकृति जारी की गई थी। उन्होंने बताया कि इसके लिए अतिरिक्त पदों के सृजन की कार्यवाही प्रक्रियाधीन है।

 श्री सराफ ने बताया कि कस्बा सिणधरी व सिवाना में वर्तमान में 30-30 शैय्याओंयुक्त सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र स्वीकृत है। सिणधरी में वर्ष 2016 में स्वीकृत शैय्याओं का उपयोगिता प्रतिशत (बी.ओ.आर.) 88.93 प्रतिशत रहा एवं सिवाणा में वर्ष 2016 में स्वीकृत शैय्याओं का उपयोगिता प्रतिशत (बी.ओ.आर) 96.04 प्रतिशत रहा है। उक्त संस्थानों पर आगामी वित्तीय वर्षो में वित्तीय संसाधनों की उपलब्धता के आधार पर शैय्याओं में वृद्धि किये जाने पर विचार किया जायेगा। उन्होंने बताया कि ग्राम पादरू एवं मोकलसर पंचायत समिति सिवाना, जिला बाड़मेर के अन्तर्गत आता है। उक्त ग्राम में वर्तमान में प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र स्वीकृत है।

चिकित्सा मंत्री ने बताया कि भारत सरकार द्वारा ग्रामीण जनसंख्या आधारित निर्धारित मानदण्डानुसार एक लाख की ग्रामीण जनंसख्या के आधार पर एक सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र खोले जाने का प्रावधान है। ग्रामीण जनसंख्या आधारित निर्धारित मानदण्डानुसार आगामी वित्तीय वर्षो में वित्तीय संसाधनों की उपलब्धता तथा गुणावगुण के आधार पर पंचायत समिति सिवाना में एक प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में क्रमोन्नत किए जाने के प्रयास किये जायेंगे।
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