Thursday 5 October 2017

चारागाह भूमि की मेड़बंदी के लिए कंटीले तार

ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री ने चारागाह भूमि की मेड़बंदी के लिए कंटीले तार

से फेंसिंग कराये जाने के लिए लिखा पत्र

जयपुर। ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री  राजेन्द्र राठौड़ ने केन्द्र सरकार से पत्र लिखकर अतिक्रमण से मुक्त करायी गयी चारागाह एवं गोचर भूमि की मेड़बंदी के लिए लोहे के कंटीले तार से फेंसिंग की अनुमति दिये जाने का आग्रह किया है ।

 राठौड़ ने केन्द्रीय ग्रामीण विकास मंत्री  नरेन्द्र सिंह तोमर को इस संबंध में पत्र लिखकर अनुरोध किया है। कि चारागाह अथवा गोचर भूमि की मेड़बंदी के लिए लोहे के कंटीले तार के द्वारा फेंसिंग का कार्य अत्यधिक सामग्री प्रदान तथा टिकाउ नहीं होता है जिससे यह कार्य महात्मा गांधी नरेगा योजना के अन्र्तगत नहीं कराया जा सकता।

उन्होंने केन्द्रीय ग्रामीण मंत्री को आग्रह किया कि राज्य में चारागाह भूमि की बहुतायत होने के कारण इन्हें सुरक्षित रखने के लिए मेड़़बंंदी आवश्यक है। उन्होंने कहा कि राज्य का अंधिकाश भू- भाग मरुस्थलीय होने के कारण चारागाह भूमि पर डिच- कम - बंड एवं लाइव फेंसिंग का कार्य व्यावहारिक नहीं है। उन्हाेंने कहा कि लोहे के कंटीले तार द्वारा फेंसिग कार्य के माध्यम से राज्य में उपलब्ध चारागाह भूमि को ना केवल अतिक्रमण से बचाया जा सकता है बल्कि प्राकृतिक संसाधन प्रबंधन से संबधित कार्याें का बेहतर रख रखाव हो सकता है। 

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