Friday 10 November 2017

प्रदेश में नशे से पीड़ित व्यक्तियों का घर-घर जाकर होगा सर्वे

प्रदेश में नशे से पीड़ित व्यक्तियों का घर-घर जाकर होगा सर्वे

छात्र-छात्राओं एवं युवा पीढ़ी को नशे से होने वाले दुष्प्रभावों से किया जायेगा जागरूक


जयपुर। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री जे.सी.महॉन्ति ने कहा कि राजस्थान में नशे से पीड़ित व्यक्तियों का विभिन्न विभागों, पुलिस, छात्र-छात्राओं, स्कॉउट गाईडों, नेहरू युवा केन्द्र, एन.एस.एस, स्वयंसेवी संस्थाओं के सहयोग से घर-घर जाकर सर्वे किया जायेगा।

महॉन्ति ने शुक्रवार को शासन सचिवालय में राष्ट्रीय समाज रक्षा संस्थान एवं सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग, भारत सरकार द्वारा नशे से पीड़ित व्यक्तियों का सर्वे हेतु राज्य स्तरीय विचार विमर्श हेतु आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते हुए यह जानकारी दी। उन्होंने नशे की लत की समस्या को गम्भीर बताते हुए कहा कि राजस्थान में पंजाब जैसी स्थिति नहीं होने दी जायेगी। 

उन्होंने कहा कि प्रदेश के गंगानगर एवं हनुमानगढ़ जिले में पंजाब जैसी नशे की लत की बीमारी पैदा नहीं हो, इसके लिए सभी को मिलकर काम करने पर जोर दिया तथा इस तरह की स्थिति से निपटने के लिये विस्तृत कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश दिये।

अतिरिक्त मुख्य सचिव ने बताया कि भारत सरकार के अलावा राजस्थान सरकार द्वारा भी नशे की लत से पीड़ित व्यक्तियों का सर्वे कराया जायेगा। 

पुलिस विभाग की कांस्टेबल बीट की तर्ज पर पुलिस, राजस्व, पंचायत, शिक्षा, एन.एस.एस., नेहरू युवा केन्द्र, चिकित्सा विभाग, स्काउट-गाईड आदि के सहयोग से घर-घर जाकर नशे से पीड़ित व्यक्तियों का सर्वे किया जायेगा।

महॉन्ति ने प्रदेश में नशे के प्रभाव वाले जिलों की समीक्षा करते हुए निर्देश दिये कि प्रदेश के सभी कॉलेजों, स्कूलों एवं कोचिंग संस्थानों के एक करोड़ बच्चों को विभिन्न तरह के नशे के होने वाले दुष्प्रभावों के बारे में जागरूक करने के लिए संगोष्ठी, सेमीनार एवं प्रार्थना सभा में जानकारी दें।

उन्होंने बताया कि स्काउट गाईड के बच्चों द्वारा विशेष अभियान चलाकर प्रदेश में 10 लाख लोगों को विभिन्न तरह के नशे से दूर रहने के लिए जागरूक करने का बीड़ा उठाया है। पुलिस कांस्टेबल बीट के साथ 10-10 बच्चे भी नशे से पीड़ित व्यक्तियों के सर्वे करने में सहयोग करेंगे।

उन्होंने जयपुर एवं कोटा शहर में संचालित कोचिंग संस्थानों में कोचिंग करने वाले बच्चों को नशे से दूर रहने के लिए विभिन्न स्वयंसेवी संस्थाओें को जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करने पर जोर दिया।

बैठक में भारत सरकार के आये प्रतिनिधि डॉ. आलोक अग्रवाल ने पावर पॉइन्ट प्रेजेन्टेशन के माध्यम से प्रदेश में नशे से पीड़ित व्यक्तियों का किये जाने वाले सर्वे की विस्तार से जानकारी देते हुए बतायाकि रैण्डम सिस्टम से नशे से पीड़ित व्यक्तियों का सर्वे किया जायेगा। सर्वे के दौरान नशे के प्रकार, नोडल एजेन्सी, सर्वे कार्य दिशा निर्देश विभिन्न बिन्दुओं पर विशेष ध्यान रखा जायेगा। इस अवसर पर सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के निदेशक डॉ. समित शर्मा ने सभी विभागों के उपस्थित अधिकारियों एवं स्वयंसेवी संस्थाओं के प्रतिनिधियों को नशे से पीड़ित व्यक्तियों के सर्वे के सक्रिय सहयोग देने के साथ व्यापक प्रचार प्रसार के लिए जागरूकता अभियान चलाने को कहा।

उन्होंने चिकित्सा विभाग को दवाइयों की दुकानों पर नशीली दवाइयाँ नहीं बेचने पर पाबंदी लगाने पर जोर दिया। बैठक में विभिन्न जिला पुलिस व जिला कलक्टरों के प्रतिनिधि,प्रशासनिक नेहरू युवा केन्द्र, आबकारी विभाग, सर्व शिक्षा, नारकोटिक्स ब्यूरो, कौशल एवं आजीविका मिशन, स्कूल शिक्षा,उच्च शिक्षा, चिकित्सा विभाग एवं नशामुक्ति योजना के क्षेत्र में कार्यरत स्वयंसेवी संस्थाओं के प्रतिनिधि उपस्थित थे।

No comments:

Post a Comment

divya panchayat