Monday 25 December 2017

शिक्षा विभाग की उदासीनता छः वर्षो से ताले में कैद है सरकारी विद्यालय सैकड़ों बच्चे हो रहे है षिक्षा से महरूम


शिक्षा विभाग की उदासीनता


छः वर्षो से ताले में कैद है सरकारी विद्यालय

सैकड़ों बच्चे हो रहे है षिक्षा से महरूम

20 एसलएडी माल मगरा की स्कूल वर्षो से पड़ी है बंद, कोई नहीं दे रहा है ध्यान


 ताले में कैद राजकीय प्राथमिक विद्यालय मालमगरा।

भैरूसिंह भाटी
तेजपाला। जहां एक ओर राज्य सरकार षिक्षा के क्षेत्र में तरह-तरह के नवाचार लाकर षिक्षा को बढ़ावा देने पर जोर दे रही है। वहीं दूसरी ओर षिक्षा विभाग की उदासीनता के चलते नहरी क्षेत्र के सैकड़ों बच्चे षिक्षा से महरूम हो रहे है। पिछले छः वर्षो से यह स्कूल ताले में कैद है परंतु विभाग के अधिकारी आंखे मूंद कर बच्चों के भविष्य के साथ खुलेआम खिलवाड़ कर रहे है। क्षेत्र के किसानों ने समय-समय पर प्रषासन से विद्यालय शुरू करवाने गुहार लगाई परंतु मातहतों ने इस ओर ध्यान देना शायद उचित नहीं समझा। अफसरों की लापरवाही के चलते आज के आधुनिक युग में भी बच्चों को षिक्षा से वंचित होना पड़ रहा है। लापरवाही का आलम यह रहा कि स्थानीय स्तर के जवाबदारों ने भी अपनी जिम्मेदारी को पूरी तरह नजरअंदाज कर दिया।
मामला है ग्राम पंचायत तेजपाला के नहरी क्षेत्र की 20 एसएलडी माल मगरा का। जहां एक विद्यालय का वर्ष 1999 से राजीव गांधी पाठषाला के रूप में कागजों में संचालन होता रहा। जानकारी के अनुसार वर्ष 2007-08 से इस पाठषाला का राजकीय प्राथमिक विद्यालय के रूप में संचालन शुरू किया। दो-तीन वर्ष तक राजकीय प्राथमिक विधालय के संचालन के पष्चात षिक्षा विभाग के मातहतों ने अपनी मनमर्जी से शून्य नामांकन बताकर इस विद्यालय को बंद कर दिया। जबकि मालमगरा क्षेत्र के आस-पास मुख्य एसएलडी नहर के विभिन्न शाखाएं, एमएम माईनर, जीवराज माईनर सहित 20 किलोमीटर क्षेत्र में सैकड़ों किसान निवास करते है जिनके बच्चे स्कूल बंद होने की वजह से आज षिक्षा से वंचित हो रहे है। विभाग की लापरवाही को लेकर किसानों ने भी स्कूल शुरू करने की आवाज उठाई परंतु प्रषासन ने इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया।

शून्य नामांकन बताकर विद्यालय कर दिया बंद

ग्राम पंचायत मुख्यालय तेजपाला से 8-10 किलोमीटर दूरी पर स्थित राजकीय प्राथमिक विद्यालय माल मगरा के इस स्कूल में कोई षिक्षक जाना नहीं चाहता था। सुविधाओं के अभाव के चलते षिक्षा विभाग के कारिंदों ने इस विद्यालय में शून्य नामांकन बताकर विद्यालय बंद कर दिया। जबकि माल मगरा के इस राजकीय प्राथमिक विद्यालय के आस-पास के इलाके में सैकड़ों बच्चे आज भी षिक्षा जैसी महत्वपूर्ण इकाई से वंचित हो रहे है। इस विद्यालय को बंद करने के बाद न तो षिक्षा विभाग के अधिकारियों ने पुनः ध्यान दिया न ही तेजपाला स्कूल के जवाबदारों ने ध्यान दिया।

रात्रि चैपाल में भी प्रषासन को अवगत कराया

ग्राम पंचायत तेजपाला मुख्यालय पर 25 सितम्बर को आयोजित हुई जिला कलेक्टर की रात्रि चैपाल में भी किसानों ने जिला कलेक्टर को पत्र सौंपकर राजकीय प्राथमिक विद्यालय माल मगरा को शुरू करवाने की मांग की थी। परंतु जिला प्रषासन ने इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया। 

नहरी इलाके में नहीं है कोई स्कूल

एसएलडी 20 आरडी मालमगरा विद्यालय के अलावा नहरी क्षेत्र के 20 किलोमीटर क्षेत्र में कोई सरकारी पाठषाला नहीं है। जिसके चलते गरीब किसानों के बच्चे षिक्षा से वंचित हो रहे है। सरकार को चाहिए की इस विद्यालय को पुनः शीघ्र शुरू कर विद्यालय से दूर षिक्षा से महरूम हो रहे इन बच्चों को पुनः षिक्षा से जोड़ा जाए। इस क्षेत्र के किसानों की भी यही मांग है।

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