ट्रांसपोर्ट नगर को लेकर टूल डाउन हड़ताल 22 जनवरी को-जिला स्तरीय जनसुनवाई में सैकड़ो मजदूरों ने ज्ञापन सौंपकर धरने की दी चेतावनी-325 गैरेज, 130 ऑटो मोबाइल्स दुकानें तथा पाँच हजार मजदूर परेशान
बाड़मेर। मोटर मैकेनिक एशोसिएशन, बाड़मेर के जिलाध्यक्ष नरपतसिंह मौसेरी तथा
सैकड़ो मजदूरों ने गुरुवार को जिला स्तरीय जनसुनवाई में जिला कलेक्टर शिवप्रसाद
को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में बताया कि, मोटर मैकेनिक एसोसिएशन बाड़मेर द्वारा
पिछले पाँच वर्षों से लगातार राज्य सरकार व जिला प्रशासन को ज्ञापन देकर उक्त
समस्याओं के निराकरण हेतु ट्रांसपोर्ट नगर हेतु भूमि आवंटन कर विधिवत रूप से
काम शुरू करवाने हेतु लिखित एवं मौखिक में निवेदन किया जाता रहा हैं तथा
समाचार पत्रों में भी उक्त समस्या को लेकर कई बार विस्तृत में लेख छपा हैं।
इसके बाद भी आज दिन तक कोई कार्यवाही नहीं हुई हैं तथा हमारी समस्याएं नासुर
बनती जा रही हैं। इसलिए हमें मजबुर होकर अब सभी गैरेज, गैरेजो के मिस्त्री
कामकाज बन्द कर 22 जनवरी को टूल डाउन हड़ताल करने जा रहे हैं। आप से निवेदन हैं
कि, 22 जनवरी तक जिला प्रशासन हमें लिखित में कार्यवाही करने को लेकर सन्तुष्ट
करावें अन्यथा मजबूर होकर हमें 22 जनवरी को टूल डाउन हड़ताल करनी होगी।
उन्होंने बताया कि, इस संस्था के अंतर्गत जिला मुख्यालय पर 325 गैरेज व 130
ऑटो मोबाइल्स दुकानें हैं। जिसमें काम करने वाले मजदूरों की संख्या 5,000 हैं।
हमारे इन सभी सदस्यों की दुकानें शहर के सिणधरी रोड़, जैसलमेर रोड़, इंडस्ट्रीज
एरिया, सुभाष चौक, शहीद सर्किल से कुर्जा फांटा तथा अलग-दिशा में फैले हुए
हैं। यह सभी दुकानें किसी एक जगह पर व्यवस्थित होने पर हम सभी मिस्त्री
कार्मिक आसानी से काम कर पाएंगे तथा बाड़मेर जिला ट्रांसपोर्ट नगर कहलाएगा। यह
सभी दुकानें एक जगह स्थित नही होने से यातायात व्यवस्था भयंकर रूप से प्रभावित
होती हैं तथा हमारे कार्मिको को काम करने में भयंकर असुविधा होती हैं। इन
गैरेज में काम करने वाले सदस्यों की आर्थिक, सामाजिक व शैक्षणिक रूप से अति
पिछड़े होने के कारण हमारे बच्चे भी इस काम मे लग जाते हैं जिससे हम सदस्यों का
यह पुश्तेनी काम बनता जा रहा हैं तथा हम लोग सरकार की विभिन्न लाभकारी योजनाओं
का लाभ नहीं ले पाते है। बाड़मेर शहर को लम्बे समय से ट्रांसपोर्ट नगर की
आवश्यकता है लेकिन ट्रांसपोर्ट नगर को लेकर न तो किसी नेता ने प्रयास किए और न
ही प्रशासन ने। 2007 में ट्रांसपोर्ट नगर के लिए सर्वे हुआ तथा कई बार जमीन
चिन्हित की गई, लेकिन नगर परिषद की ओर से इस काम मे रुचि नहीं दिखाए जाने के
कारण ट्रांसपोर्ट नगर विकसित नही हो पाया। शहर के अंदर से गुजर रहे हाइवे की
हाइट बढ़ाने और दुकानों के आगे हाइट में नाले का निर्माण होने से अब
ट्रांसपोर्ट नगर की आवश्यकता महसूस होने लगी हैं।
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