Friday 6 April 2018

बीपीएल परिवार को थमा दिया 20 हजार का बिल, नही भर पाया तो काट दिया कनेक्शन

बीपीएल परिवार को थमा दिया 20 हजार का बिल, नही भर पाया तो काट दिया कनेक्शन
एक ही मीटर के बार-बार जारी होते हैं 2 बिल एक भर दिया फिर भी अधिकारी नही माने काट दिया कनेक्शन
विद्युत विभाग को अवगत कराने के बाद भी गरीब पर भारी पडी नौकरशाही

बंशीलाल चौधरी की रिपोर्ट 9166522591
 कहने को तो लोकतंत्र का राज हैं, लेकिन अधिकारी अपने आप को लोक सेवक नही मानकर आका समझते हैं, बाडमेर जिले के किसी भी विभाग में कोई अपनढ ग्रामीण जाता हैं तो उसे अधिकारियों की धौंस का सामना करना पडता हैं। उस गरीब का काम होना तो दूर की बात उसके द्वारा दी जाने वाली फरियादों पर भी कोई ध्यान नही देता हैं, दूसरी और जनप्रतिनिधयों की बैरूखी आग में घी डालने का काम कर रही है।
कुछ ऐसा ही वाक्या बाडमेर जिले की गिडा तहसील के खोखसर पूर्व गांव मंे एक बीपीएल दिहाडी मजदूर के साथ हुआ। बीपीएल के घर सरकार ने बिजली कनेक्शन जो जारी कर दिया, अच्छी खासी रोशनी से घर मे उजियारा छाया हुआ था लेकिन कहते हैं न गरीब हैं उसकी कौन सुनता हैं और कौन मानता हैं उसके पास हैं ही क्या, न वोट और न नोट। यही बात हुई गरीब परिवार के साथ बिजली के बिल आने शुरू हुए एक नही एक साथ दो-दो बिल, गरीब परेशान होता रहा, किसी की सलाह पर बायतू में विद्युत विभाग के कार्यालय पहुंचा आपबीती सुनाई, गरीब को देखकर अधिकारियों ने बात को इस कान से सुना और उस कान से निकाल दिया, बस आश्वासन देकर कहा कि इस बार एक बिल भर दो अगली बार दो बिल नही आएंगे, बीपीएल ने जोड-तोड कर बिल भी दिया।
अब फरवरी खत्म होने के बाद मार्च में फिर से वही पुराने ढर्रे से दो बिल आ गये, पूर्व की भांती बीपीएल ने अपना एक बिल भर दिया और एक रख दिया। दूसरी और विभाग का मार्च ऐंडिग का तामझाम लगा हुआ था, अधिकारी विभाग के राजस्व के साथ जेबे भरने में व्यस्त हो गये, बीपीएल परिवार ने अपना दूसरा बिल नही भरा तो विद्युत विभाग वाले लवाजमे के साथ आ धमके जैसे कोई पूरे हिन्दुस्तान की बिजली बिना बिल भरे यही गरीब जला रहा हो, फरमान जारी कर दिया बिल भरो नही तो कनेक्शन कट, गरीब लोकतंत्र के तथाकथित नौकरों के आगे हाथ जोडता रहा कि मैने एक बिल भर दिया, कहते हैं न गरीब की कौन सुने, सौ बार विनती को नही मानते हुए प्लास से हाथो-हाथ कनेक्शन काट कर गरीब को जबदरस्ती मे अंधेरे में रहने को मजबूर कर दिया।
इस संबंध में जब गांव मे बात बाहर आई तो लोग स्थानीय जनप्रतिनिधियों से भी मामले को अवगत कराने को मजबूर हुए लेकिन गरीब के पास वोट नही होते जनप्रतिनिधि भी इस बात पर गौर नही करते हुए फिते काटने में व्यस्त हैं, अब जब गरीब की कोई सुनने वाला नही हैं तो ये फिते इस लोकतंत्र में फिके नजर आते हैं। महात्मा गांधी कहा करते थे, लोकतंत्र में लोक सेवको की नजर अंतिम पंक्ति में बैठे अंतिम व्यक्ति पर होनी चाहिए, अग्रिम पंक्ति में बैठने वाले तो अपना हाथ निकाल देते हैं अब ऐसा ही हो रहा हैं।
अब पूरी रिपोर्ट
खोखसर पूर्व के बीपीएल पुरखाराम वल्द नगाराम मेघवाल जो खान एवं कमठा मजदूर हैं तथा बार-बार दो बिल आते हैं, विभाग को अवगत कराया सुधार नही हुआ मार्च मंे एक बिल 20 हजार 500 रूप्ये और दूसरा बिल कम राशि का आया, श्रमिक ने अपना 180 रूपये का बिल भर लिया लेकिन मार्च क्लोजिंग के चक्कर मंे अधिकारी बीपीएल पुरखाराम पर 20 हजार से अधिक रूप्ये के आए बिल को भरने का दबाव बनाया लेकिन बीपीएल परिवार द्वारा कहा गया कि मेरे बार-बार दो बिल आते हैं उसमें से एक बिल भर दिया, मेरे द्वारा इतनी बिजली नही जलाई गई हैं कि जिससे 20 हजार रूप्ये का बिल आ जाए, इतना बिल मै भरने में सक्षम नही हूं, जिस पर अधिकारियों ने अनसुना करते हुए बिजली कनेक्शन काट दिया।
क्या कहा जनप्रतिनिधियो ने
जानकारी के अनुसार विद्युत विभाग के कर्मचारियों की धौंस पट्टी को लेकर स्थानीय जनप्रतिनिधियों से सम्पर्क करने पर यह कहते हुए नजर आए कि बिल मेरे द्वारा नही भेजा गया हैं जो यह बात मुझे बता रहे हो, यदि ऐसा हैं तो विभाग में जाकर सुधरवा लो। ऐसे में जनता किससे उम्मीद करे यह समझ से बाहर हैं।

आप भी अपने आस-पास की घटना के संबंध में हमे लिखे
9166522591

No comments:

Post a Comment

divya panchayat