Tuesday, 15 March 2022

सामाजिक समरसता का प्रतीक है होली- योग सेविका दुर्गा तिवाडी महिला पतंजलि योग समिति बाड़मेर ने मनाया फागोत्सव

महिला पतंजलि योग समिति बाड़मेर ने मनाया फागोत्सव



बाड़मेर
निसंदेह पर्वों का व्यक्ति एवं समाज के जीवन मे एक विशेष महत्व है। भारत देश मे सभी को एकत्व भाव से जोड़ने का जो अभूतपूर्व कार्य हमारी त्योहारों की संस्कृति करती है विश्व के अन्य किसी देश में इस प्रकार की संस्कृति नहीं मिलती है। वर्तमान में सामाजिक समरसता का प्रतीक बन चुका है होली का त्योहार उक्त संदेश योग सेविका दुर्गा तिवाडी ने महिला पतंजलि योग समिति बाड़मेर की ओर से आदर्श स्टेडियम में नियमित सांयकालीन महिलाओं की योग कक्षा में फागोत्सव मनाने के दौरान दीया। योग सेविका दुर्गा तिवाडी ने कहा की जब होली के रंग में सभी रंग जाते हैं तो जात- पात, धर्म, मजहब, ऊंच-नीच, काला- गोरा ,छोटा- मोटा सब प्रकार के भेदभाव मिट जाते हैं। विभिन्न रंगों से रंगे व्यक्तियो में केवल रंग ही प्रधान रह जाते हैं और वे रंग होते हैं खुशियों के ,वे रंग होते हैं उल्लास के,वे रंग होते हैं उत्साह के, वे रंग होते हैं मानव के अंदर की मानवता के। जिस प्रकार से योग में आसन, प्राणायाम, बंध,मुद्रा आदि विभिन्न आयामों के द्वारा ईश्वर के साथ एकत्व भाव से जुड़ जाते हैं उसी प्रकार होली के विभिन्न रंगों से रंग कर हम मानव जाति के साथ एकत्व भाव से जुड़ जाते हैं। योग साधिका शोभा गौड़ ने बताया कि महिला पतंजलि योग समिति की ओर से यह योग कक्षा नियमित रूप से शाम 6 से 7 बजे तक चलती है और योग कक्षा में ही विभिन्न प्रकार के त्योहार हम लोग मनाते हैं। इसी क्रम में आज हमने हर्बल गुलाल एवम पुष्पों से योग कक्षा में आने वाले सभी महिलाओं के मध्य होली खेली एक दूसरे को गुलाल लगाए। योग साधिका राधा ने फाग फागोत्सव में कहा कि त्योहार आपसी भाईचारे को मजबूत बनाता है और लोगों को सभी शिकवे शिकायतों को भूलकर सकारात्मक जीवन जीने की प्रेरणा देता है। योग साधिका कंचन अग्रवाल ने इस फागोत्सव पर बहुत ही सुंदर आज बिरज में होली रे रसिया भजन गाया और अंत मे अल्पना अग्रवाल ने सभी का आभार व्यक्त किया।कार्यक्रम में रानू,प्रवीण,सिमरन,सुशीला,प्रियंका,पिस्ता,खुशबू,रजनी,योगिता,गीता, किरण

No comments:

Post a Comment

divya panchayat daily