कैलाश चौधरी बने भाजपा प्रदेशाध्यक्ष मख्यमंत्री ने सुझाया नाम!दिल्ली-जयपुर से प्रकाशित अखबार की खबर ने मचाई हलचल
![]() |
photo kailash choudhry facebook page |
संघ की पृष्ठभूमि और संगठन मंे पद और पकड से खुल सकती है राह
बंशीलाल चौधरी, सम्पादक दिव्य पंचायत हिन्दी समाचार पत्र9166522591, 9413662591
![]() |
photo kailash choudhry facebook page |
पिछले 12 दिन से भाजपा प्रदेशाध्यक्ष पद फुटबॉल बना हुआ हैं जिसका मन भाया उसका नाम जाहिर कर दिया और उसे मीडिया व सोश्यल मीडिया पर प्रसारित प्रकाशित भी किया जा रहा हैं। लेकिन अब एक अखबार की खबर ने फिर से राजनीतिक गलियारों में हलचल पैदा कर दी। कई दिनों से आम जन के मुद्दों से ज्यादा भाजपा प्रदेशाध्यक्ष कौन बनेगा इस पर चर्चाएं चल रही हैं। मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे नई दिल्ली में राष्ट्रीय संगठन महामंत्री रामलाल और भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह से मुलाकात की। बताया जा रहा है कि दोनों के साथ मुलाकात के बाद वसुंधरा राजे के चेहरे पर जो मुस्कान थी, वह इस बात का पुख्ता संकेत है कि मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की पसंद से ही राजस्थान का अगला प्रदेशाध्यक्ष होगा।
दिल्ली व जयपुर से प्रकाशित अखबार नेशनल दुनिया ने खबर डाल कर हलचल मचा दी कि वसुंधरा ने जो नाम सौंपे हैं उनमें कैबिनेट मंत्री श्रीचंद कृपलानी, पूर्व अध्यक्ष व कैबिनेट मंत्री अरुण चतुर्वेदी, राज्यसभा सांसद भूपेंद्र सिंह यादव और पूर्व प्रदेश महामंत्री सतीश पूनिया का नाम है। इसके अलावा बायतु से बीजेपी के विधायक और भाजपा के किसान मोर्चा के अध्यक्ष कैलाश चौधरी के अलावा भी तीन अन्य नामों की सूची मुख्यमंत्री की तरफ से संगठन महामंत्री रामलाल और भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह को सौंप दी गई है।
कैलाश चौधरी हैं वसंुधरा के गुडफैथ में
युवा एवं आक्रमक तेवर से साथ छाप एवं ईमानदार राजनीति करने की छवि के बलबूते प्रदेश की राजनीति के चर्चित चेहरे कैलाश चौधरी का नाम वसुंधरा ने राष्ट्रीय अध्यक्ष के समक्ष रख कर उन नेताओं के लिए ऐसा सबक सामने रख दिया हैं कि जो काम करता हैं फल उसी को मिलता हैं। गौरतलब रहे कि बायतू विधायक को भाजपा किसान मोर्चा का अहम पद सौंपा गया था उसे इन्होने बखूबी निभाते हुए पूरे राजस्थान के साथ भाजपा के राष्ट्रीय नेतृत्व के समक्ष एक ऐस मंझे हुए नेता की छवि को पेस किया जिसका मुकाबला राजस्थान के गिने चुने नेता ही कर पाये हैं।
स्ंाघ पृष्ठभूमि और गैर जातिवाद का मिल सकता हैं फायदा
यदि भाजपा के केन्द्रीय नेतृत्व वसुंधरा राजे की अनुशंसा पर बायतू विधायक कैलाश चौधरी को भाजपा प्रदेशाध्यक्ष पद पर सुशोभित करता हैं तो उनके लिए संघ की पृष्ठ भूमि और गैर जातिवादी के साथ ईमानदार को बेदाग छवि महत्वपूर्ण भूमिका निभायेगी।
मंत्री तो नही बनने दिया अध्यक्ष बन जाएंगे!
बाडमेर सहित जयपुर के राजनीतिक गलियारों में बायतू विधायक कैलाश चौधरी का नाम चलते ही कई लोग यह चर्चा करते हुए दिख रहे हैं कि पहले मंत्री के लिए भी बायतू विधायक का नाम चला था यहां तक कि वसुंधरा के दूसरे मंत्रीमंडल विस्तार में कैलाश चौधरी का नाम फाईनल था तथा शपथ ग्रहण समारोह में भाग लेने के लिए रवाना भी हो चुके लेकिन भाजपा के ही एक नेता के अडंगे ने इनकोें मंत्री पद से दूर कर दिया। इसी को लेकर चर्चा हैं कि फिर से कोई टांग अडाउ नेता सामने आ गया तो कैलाश चौधरी को इस पद से दूर रहना पड सकता हैं।
- अभी तो शुरूआत हैं
- बायतू के विधायक अभी युवा नेताओं के गिने जाते हैं अभी से इनका नाम प्रदेशअध्यक्ष के लिए सामने आना कैलाश चौधरी के सुखद भविष्य की ओर संकेत कर रहे हैं, वैसे भी वर्तमान में संगठन के महत्वपूर्ण किसान मोर्चा को संभाल रहे हैं, फिर से सरकार बने या नही बने पर बायतू विधायक कैलाश चौधरी की संगठन में गहरी पैठ और पकड हैं जिसके बदौलत संगठन में सक्रिय भूमिका मे तो नजर आएंगे ही। अभी तो पहला चुनाव जीतकर विधानसभा में पहुंचे युवा विधायक का नाम इतने बडे पद के लिए आना बाडमेर की राजनीति के लिए अच्छा संकेत माना जा रहा हैं।